नेहरू के बारें में ये बाते नहीं जानते होंगे आप!

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू राजनीति की दुनिया में हमेशा से अपने महंगे शौक और आलीशान रहन-सहन के लिए सुर्खियों में छाए रहते थे। ऐसे में आज हम आपको पंडित जवाहरलाल नेहरू के जिंदगी के कई ऐसे किस्सों के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में शायद ही आपने पहले पढ़ा या सुना होगा।
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नेहरू के बारें में ये बाते नहीं जानते होंगे आप!

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू राजनीति की दुनिया में हमेशा से अपने महंगे शौक और आलीशान रहन-सहन के लिए सुर्खियों में छाए रहते थे। ऐसे में आज हम आपको पंडित जवाहरलाल नेहरू के जिंदगी के कई ऐसे किस्सों के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में शायद ही आपने पहले पढ़ा या सुना होगा।

नेहरू के बारें में ये बाते नहीं जानते होंगे आप!
नेहरू के पास थी शहर की सबसे पहली कार

नेहरू के पास थी शहर की सबसे पहली कार

पंडित जवाहरलाल नेहरू को महंगी गाड़ियों का बेहद शौक था। उनके पास कई महंगी कारों का कलेक्शन भी था। जवाहरलाल नेहरू अपने रहन-सहन पर बहुत ध्यान देते थे। उनका हर अंदाज सबसे अलग था इसलिए वह हमेशा अपने महंगे शौक के चलते चर्चाओं में छाए रहते थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू का बचपन इलाहाबाद में गुजरा था और उनके पिता मोतीलाल नेहरू इलाहाबाद के प्रतिष्ठित परिवार से थे।

पंडित जवाहरलाल नेहरू का पालन पोषण काफी लाड-प्यार में हुआ था। बचपन में एक बार नेहरु जी के लिए विदेशी साइकिल भी मंगवाई गई थी। इसके अलावा साल 1904 उनके लिए एक विदेशी कार मंगवाई गई, जिसने काफी सुर्खियां भी बटोरी। खास बात यह थी कि इलाहाबाद की सड़कों पर आने वाली यह पहली कार थी। इसकी चर्चा पूरे शहर में होती थी।

नेहरू परिवार का इलाहाबाद स्थित घर आधुनिक सुविधाओं के लिए काफी प्रसिद्ध था। उनके इस बंगले में स्विमिंग पूल टेनिस कोर्ट जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं थी।

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लंदन से धुलकर आते थे नेहरू के कपड़े

लंदन से धुलकर आते थे नेहरू के कपड़े

जवाहर लाल नेहरू के कपड़ों को लेकर यह कहानी काफी प्रचलित है कि उनके कपड़े धूलने के लिए लंदन भेजे जाते थे। यह बात सभी जानते हैं कि नेहरू खानदान की जन्मभूमि कश्मीर थी और नेहरू के दादा पंडित गंगाधर नेहरू दिल्ली के कोतवाल हुआ करते थे। ऐसे में उनकी शानों-शौकत भरी जिंदगी काफी चर्चा में रहती थी।

नेहरू के बारें में ये बाते नहीं जानते होंगे आप!
बेहद पसंद थी चिकलोद कोठी

बेहद पसंद थी चिकलोद कोठी

जवाहरलाल नेहरू की भोपाल के करीब चिकलोद कोठी नवाबी दौर की शान के तौर पर जाती है। यह कोठी तीन तरफ से पहाड़ों से घिरी हुई है और तालाब के किनारे होने के कारण यह बेहद खूबसूरत और आकर्षक लगती है। भोपाल से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित चिकलोद कोठी देश के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के लिए भी बेहद खास थी। वह जब भी मध्यप्रदेश आते तो भोपाल में यही रहना पसंद करते थे।

नेहरू के बारें में ये बाते नहीं जानते होंगे आप!
नेहरू की सिगरेट लाने उड़ा था सरकारी विमान

नेहरू की सिगरेट लाने उड़ा था सरकारी विमान

यह किस्सा उस वक्त का है जब एक बार जवाहरलाल नेहरू मध्यप्रदेश के दौरे पर भोपाल में राजभवन में ठहरे थे। नेहरू हमेशा खाना खाने के बाद सिगरेट जरूर देते थे, लेकिन राजभवन में जब अधिकारियों को पता चला कि उस समय उनकी पसंदीदा सिगरेट एक्सप्रेस-555 मौजूद नहीं है, तो उन्होंने इसे मंगवाने के लिए तुरंत विमान भोपाल से इंदौर भेजा।

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नेहरू की इस हरकत से नराज हो गए थे राज्यपाल

नेहरू की इस हरकत से नराज हो गए थे राज्यपाल

इसके चलते एक बार राज्यपाल उनसे नाराज हो गए थे हालांकि अपनी आधिकारिक यात्रा आने के दौरान भी वो राज भवन में नहीं रुकते थे इसलिए उनका कुछ विरोध भी होता था यह विरोध मध्य प्रदेश के राज्यपाल हरि विनायक पाटकर ने किया था जब उन्होंने राजभवन में रुकने के बजाय चिकलोद कोठी में रुकने का फैसला किया था।

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भोपाल को दी BHEL की सौगात

भेल की जमीन आवंटन को लेकर इसकी नींव रखने और उसे देश को समर्पित करने में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का भी बड़ा योगदान था वह भेल भोपाल का लोकार्पण करने स्वयं वहां पहुंचे थे उन्होंने भेल के सभी ब्लॉकों का इस दौरान दौरा भी किया था और बारीकी से उत्पादन करने वाले कर्मचारियों से इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी।