पापा ने आलू-प्याज बेचकर बेटियों को पढ़ाया, होनहार दोनों सगी बहने बनीं पुलिस में दारोगा!

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कहते है जंहा चाह होती है, वंहा राह अपने आप बन जाती है। तमाम मुश्किलों को हराकर जीत का स्वाद ही अलग होता है। और ऐसा ही स्वाद चखा है बिहार के नवादा जिले की रहने बाली दो बहनो ने, जिनके पिता ने आलू-प्याज बेचकर पढ़ाया और होनहार बेटियों ने दरोगा बनकर पूरे परिवार का नाम रौशन कर दिया। तो आइये जनते है, नवादा की इन होनहार बेटियों के संघर्ष की कहानी। 

पापा ने आलू-प्याज बेचकर पढ़ाया!

नवादा जिले के पकरीबरावां की दो सगी बहनों ने बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल कर प्रखंड ही नहीं बल्कि जिले का भी नाम रोशन कर दिया है। आपको बता दे, कि यह दोनों बेटी बहुत ही गरीब परिवार में पली-बढ़ी और मेहतन के दम पर सफलता हासिल की। दोनों बहनों ने ग़रीबी को काफी नजदीक से देखी है इसलिए वह घर पर ही रहकर दिन-रात मेहनत करने लगीं जिसके बाद यह सफलता मिली है। 

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Image Source: NBT

आपको बता दे, प्रखंड मुख्यालय स्थित बस स्टैंड के समीप मोहल्ला निवासी गंगा साव की पौत्री तथा मदन साव व रेखा देवी की पुत्री प्रिया और पूजा ने दारोगा की परीक्षा पास की है। बता दें कि इनके पिता फुटपाथ पर आलू-प्याज बेच कर परिवार चलाते हैं। उन्होंने दोनों बेटियों को इस लायक बना दिया की लोगों के लिए यह एक मिसाल बन गई हैं। वंही बेटियों ने भी कभी अपने पिता की मेहनत को जाया नहीं जाने दिया, और आज परिणाम सबके सामने है।


फ़िलहाल, दोनों बहनों के दारोगा बनने की खबर पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। रिजल्ट आते ही पूरे परिवार में खुशियों की लहर आ गई है। परिवार के लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार कर रहे हैं। जैसे ही खबर आई की फुटपाथ पर आलू बेचने वाले की एक नहीं बल्कि दो-दो बेटियां दारोगा बनने जा रही हैं तो लोग घर पहुंचकर बधाई देने लगे। लोग पिता-पुत्री का मुंह मीठा करवाने लगे. पिता ने भी मिठाई खिलाई। 

दोनों बहनों को मामा ने किया सहयोग!

प्रिया कुमारी ने 2013 में प्रोजेक्ट कन्या मध्य विद्यालय पकरीबरावां से मैट्रिक की परीक्षा पास की और उसे 77 प्रतिशत मिला। वंही दूसरी बहन पूजा कुमारी ने वर्ष 2014 में हाई स्कूल पकरीबरावां से मैट्रिक की परीक्षा पास की और उसे 66 प्रतिशत अंक मिला। इसके बाद दोनों बहनों ने कृषक कॉलेज धेवधा, पकरीबरावां से इंटर और ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी की है। 

two sister became daroga
Image Source: ABP News

आपको बता दे, सबसे अच्छी बात यह है की पूजा ने पहली बार सफलता हासिल की, जबकि बड़ी बहन प्रिया दूसरी बार में यह सफलता हासिल की है। दोनों बहनों ने यह भी बताया कि इसके पीछे उनके मामा टिंकू साव का भी काफी सहयोग रहा। उन्होंने इस पद पर जाने के लिए हमेशा प्रेरित किया था। 

two sister became daroga
Image Source: ABP News

दोनों बहनों ने गरीबी को काफी नजदीक से देखा है। वे दो जानती हैं कि कमजोर वर्ग के लोगों को क्या-क्या परेशानी होती है। परीक्षा परिणाम आने पर दोनों बहनों ने कहा कि इस सफलता का श्रेय वह अपने माता-पिता के साथ साथ अपने गुरुजनों को देना चाहती है।