बेमिसाल जुड़वा भाई-बहन की जोड़ी! ISC की परीक्षा में बहन बनी इंडिया टॉपर तो भाई को मिला दूसरा स्थान!

काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने 20 जुलाई को आईएससी (ISC) 12वीं के नतीजों का ऐलान किया। इसमें गुरुग्राम की आनंदिता मिश्रा 99.75 फीसदी अंक लेकर देश के 18 टॉपर्स में शामिल हुई हैं और उनके जुड़वा भाई आदित्य मिश्रा 99.50 फीसदी (398) अंक लेकर देश में दूसरे स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों में शामिल हुए।
आपको बता दे, सीआईएससीई के 12वीं परीक्षा परिणाम में इस बार 18 छात्रों ने पहली रैंक हासिल की है। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा जुड़वा भाई-बहन की है। जिन्होंने परीक्षा में पहला और दूसरा स्थान हासिल किया है। इन भाई बहनो की चर्चा इसलिए भी ख़ास है क्यूंकि इनकी जोड़ी ने 2 साल पहले दसवीं में बराबर अंक 99.20 % हासिल कर टॉप किया था।
जुड़वा भाई-बहन बने ऑल इंडिया टॉपर!
ABP News की रिपोर्ट मुताबिक गुरुग्राम के रहने वाली 17 साल की आनंदिता और आदित्य मिश्रा जुड़वा भाई-बहन हैं। भाई-बहन गुरुग्राम के स्कॉटिश हाई इंटरनेशनल स्कूल के छात्र हैं। आनंदिता मिश्रा पूरे देश के उन 18 स्टूडेंट्स में शामिल हैं, जो अंग्रेजी और बेस्ट तीन सब्जेक्ट मिलाकर 99.75 फीसदी अंक हासिल किए हैं। आनंदिता ने मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री, इकोनॉमिक्स और अंग्रेजी के पेपर दिए, जिसमें मैथ, फिजिक्स, केमिस्ट्री में 100 फीसदी अंक हासिल किए।

अनंदिता (Anandita Misra) और आदित्य मिश्रा (Aditya Misra), ने पहला और दूसरा रैंक हासिल किया। अनंदिता की ऑल इंडिया रैंक 1 रही और आदित्य की रैंक 2 रही। सेल्फ स्टडी से बहन के 99.75% और भाई के 99.5% अंक आए। बता दें कि, ISC बोर्ड ने आज 12वीं के नतीजे में कुल 18 छात्रों ने 99.75 % अंकों के साथ रैंक 1 हासिल की है।
आनंदिता व आदित्य दोनों ही सेक्टर-57 स्थित स्कॉटिश हाई इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थी हैं। बच्चों की सफलता पर इनके माता-पिता ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि 10वीं के परीक्षा परिणाम को देखते हुए उन्हें इस बार भी दोनों से ऐसे ही परिणाम की उम्मीद थी।
अनंदिता ने बताया क्या है टॉपर्स का फॉर्मूला?
अनंदिता मिश्रा ने बताया कि हमेशा ऐसा सोचती थी कि ऐसा होगा. अब बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने बताया कि इंग्लिश में 1 मार्क्स कट गए क्योंकि उसमें लिखना बहुत रहता है। उन्होंने 12वीं में पीसीएम स्ट्रीम के साथ इकोनॉमिक्स लिया था। वो आगे बताती हैं कि पढ़ाई करती थी, लेकिन ब्रेक के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती थी, वो रिलीफ देता था।
कोरोना काल की वजह से पढ़ाई में दिक्कत आई। दोनों का मानना है कि ऑनलाइन क्लास होने की वजह से ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। आनंदिता का कहना है कि स्कूल में अच्छे से पढ़ाई हो पाती है। ऑफलाइन क्लास में ज्यादा रूचि से पढ़ाई होती है। आदित्य का भी कहना है कि ऑनलाइन में स्कूल की तरफ से मेहनत की गई। लेकिन भविष्य में अगर दोनों में से एक चुनना हो तो ऑफलाइन क्लास ही लेना चाहेंगे।

पढ़ाई के अलावा आदित्य मिश्रा और आनंदिता मिश्रा को क्या पसंद है। इस सवाल के जवाब में आदित्य का कहना है कि उनको कविता लिखना पसंद है। उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी लिया है। जबकि आनंदिता को खाली समय में पेंटिंग करना पसंद है।
साइंस स्ट्रीम (नान मेडिकल) से पढ़ाई करने वाली आनंदिता का कहना है कि घर पर परिवार का सहयोग और स्कूल में शिक्षकों का साथ उनकी इस सफलता का बड़ा कारण बना। उनका कहना है कि उन्होंने अपना फोकस कभी नहीं छोड़ा, यही वजह है कि दसवीं के बाद बारहवीं कक्षा में भी उन्हें सर्वाधिक अंक मिले।
दसवीं में बराबर अंक 99.20 % हासिल किया था इस जोड़ी ने!
आनंदिता का कहना है कि उन्होंने कभी अंकों की रेस नहीं लगाई, वे बस अपनी पढ़ाई और ईमानदारी से मेहनत पर भरोसा करती रहीं। दोनों ने पढ़ाई साथ ही की और हर वक्त एक दूसरे का साया बने रहे। एक कुछ कमतर महसूस करता तो दूसरा पूरा सहयोग करता।

वहीं आदित्य ने बताया कि रिजल्ट देखकर बहुत अच्छा लगा। सबसे पहले मुझे अनंदिता के लिए बहुत अच्छा लगा क्योंकि उसकी ऑल इंडिया रैंक वन है और खुद के लिए भी अच्छा लगा। आदित्य ने कहा कि मुझे अनंदिता से सपोर्ट मिला, हमारे आपस के डाउट क्लेरिफाई हो जाते थे। टीचर्स को कभी भी कॉल किया तो उनसे भी काफी सपोर्ट मिला। रिजल्ट आने के बाद टीचर्स काफी खुश थे।
आपको बता दे, इस भाई-बहन की जोड़ी ने दो साल पहले भी बराबर अंक 99.20 % हासिल कर देशभर में अपने परिवार का नाम रौशन किया था। अब 12वीं में इन दोनों के मार्क्स में सिर्फ एक नंबर का अंतर है। इन दोनों ने अपनी खुद की मेहनत से सब हासिल किया है।
विदेश में पढ़ाई करना चाहती हैं आनंदिता!
आनंदिता मिश्रा अर्थशास्त्री जबकि उसका भाई आदित्या कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहता है। इनके पिता एक बड़ी कंपनी में बहुत बड़े ओहदे पर काम करते है। आनंदिता मिश्रा ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहती है। उन्होंने सिंगापुर के एक कॉलेज में अप्लाई भी किया है और उसके जवाब का इंतजार कर रही है। ग्रेजुएशन के बाद behavioural economics पढ़ना चाहती है और इस फील्ड में रहना चाहती है। वंही आदित्य कम्प्यूटर में अपना कैरियर आगे बढ़ाना चाहता है।