युवा किसान का कमाल! बनाया ऐसा अनोखा ई-ट्रैक्टर जो एक घंटे चलाने पर खर्चाता है मात्र 15 रुपये!

पेट्रोल-डीजल की ऊंची कीमतों के कारण बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। चाहे फल-सब्जियां हों, या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का किराया... सब महंगा हो गया है। वंही देश के अधिकतर हिस्से में डीजल का भाव ₹90 प्रति लीटर के पार है। इससे खेती करने वाले किसानों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में किसान भी ईंधन के बढ़ते दामों से परेशान हैं। ऐसे में बहुत से लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का रुख कर रहे हैं।
ऐसे में किसानो की परेशानी देख एक युवा किसान ने ऐसा ई-ट्रैक्टर बनाया है, जिसकी मदद से उनका खेती का खर्च 25 प्रतिशत तक कम हो गया है। तो आइये जानते है इस ख़ास ट्रेक्टर और इसके निर्माता के बारे में कुछ बाते।
युवा किसान ने बनाया अनोखा ई-ट्रैक्टर!
गुजरात, जामनगर के रहनेवाले 34 वर्षीय महेश भुत, बचपन से ही अपने पिता के साथ खेती में उनका हाथ बटाया करते थे। ऐसे में उन्होंने बचपन से महंगी खेती और उसमे आने बाली दिक्क्तों का सामना किया। बह साल 2014 में पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वह पूरी तरह से खेती से जुड़ गए। इस दौरान उन्होंने महंगी खाद और कीटनाशक से बचने के लिए जैविक खेती को अपनाने का फैसला किया।

इसी के साथ जब बात आई पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों से बढ़ती खेती को उनके दिमाग में ई-ट्रैक्टर बनाने का आईडिया आया। कई तरह के प्रयोग करने के बाद भी जब उन्हें संतुष्टि नहीं मिली, तब उन्होंने उत्तर प्रदेश से ई-रिक्शा बनाने की ट्रेनिंग लेने की सोची। जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले प्रॉपर तरीके से ई-रिक्शा बनाना सीखा।

ट्रेनिंग पूरी हुई तो अपने गांव लौट आये, और अपने ई-ट्रैक्टर बनाने बाले आईडिया पर काम करना सुरु कर दिया। करीब, सात महीने की कड़ी मेहनत और कई प्रयासों के बाद आख़िरकार उन्हें सफलता मिल ही गई। जिसके बाद उन्होंने ट्रैक्टर का नाम उन्होंने अपने बेटे के नाम पर ‘व्योम’ रखा।
क्या खास है इस ट्रैक्टर में?
आपको जानकर हैरानी होगी कि महेश भाई न कोई इंजीनियर हैं, न ही किसी बड़े शहर में रहते हैं। उन्होंने गांव में रहते हुए ही करीब पांच लाख रुपये खर्च करके इस ई-ट्रैक्टर को बनाया है। महेश भाई का दावा है कि उनका बनाया ट्रैक्टर एक बार फूल चार्ज करने पर पूरे 10 घंटे आराम से चलेगा।

यह इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर 22 एचपी पावर लेता है, जिसमें 72 वाट की लिथियम बैटरी लगी है। यह एक अच्छी क्वालिटी की बैटरी है, जिसे बार-बार बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस ट्रैक्टर को पूरी तरह से चार्ज होने में 4 घंटे लगते हैं, जिसके बाद ये 10 घंटे तक चल सकता है! यानी एक घंटे चलाने का खर्च सिर्फ 15 रुपये।
और हां, इसमें कुछ गजब के फीचर्स भी हैं। उन्होंने इस ट्रैक्टर को एक ऐप के साथ भी जोड़ा हुआ है, जिससे ट्रैक्टर की सभी जानकारीयां आपको मिल जाएंगी। जैसे ट्रैक्टर की स्पीड को फोन से भी कंट्रोल किया जा सकता है। बैटरी कितनी चार्ज हैं? कौन से वायर में क्या दिक्कत है? इन सबकी जानकारी आपको ऐप से ही मिल जाएगी।

इसमें एक मोटर भी लगी है जिसे पानी की जरूरत होने पर इस्तेमाल किया जाया सकेगा। इस ट्रैक्टर से प्रदूषण नहीं फैलता। महेश ने अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके इसे ऐसे डिज़ाइन किया है, ताकि किसानों को ज्यादा दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
इस ई-ट्रैक्टर की कीमत क्या है?
‘व्योम’ नाम का उनका यह ट्रैक्टर आजकल काफी सुर्खियां बटोर रहा है। महेश भाई को अब तक देशभर से करीब 21 ई-ट्रैक्टर(E-Tractor) के ऑर्डर्स भी मिल गए हैं। वंही बात करे इसकी कीमत की तो सामान्य ट्रैक्टर बाजार में लगभग तीन लाख में मिलते हैं, जबकि व्योम ट्रैक्टर की कीमत महेश भाई ने पांच लाख रुपये रखी है। महेश का कहना है कि अगर सरकार ई ट्रैक्टर पर सब्सिडी दे तो इसकी कीमत और कम करने में मदद मिल सकती है।