स्कूल के लिए कम पड़ रही थी जगह, किसान ने सरकार को दान कर दी 25 लाख की जमीन!

कहते हैं कि समाज को आगे बढ़ाने में शिक्षा का योगदान सबसे महत्वपूर्ण होता है, और शिक्षा के लिए चाहिए होते है स्कूल...और उसी स्कूल निर्माण के लिए चाहिए होती है जमीन। बस इसी सोच को ध्यान में रखते हुए ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसलिए एक किसान ने अपनी बेशकीमती जमीन शासन को दान करने का निर्णय लिया है। जिसकी कहानी आज हम आपको बताने बाले है।
स्कूल के लिए किसान ने दान कर दी लाखो की जमीन
मध्य प्रदेश का एक जिला है अशोक नगर, यहां के महिदपुर गांव में रहने वाले किसान बृजेंद्र सिंह रघुवंशी ने ऐसी मिशाल पेस करदी जिसको उनके गांव के लोग सदियों तक याद रखेंगे। दरअसल, CM राइज स्कूल अपने ही गांव में बने, इसलिए अशोकनगर के किसान ने 4 बीघा जमीन सरकार को दान दे दी। बृजेंद्र ने जो जमीन दान में दी है उसकी कीमत करीब 25 लाख रुपए बताई जा रही हैं।

मीडिया खबरों के मुताबिक, गांव में CM राइज स्कूल बनाने का प्रस्ताव आया था। जिसके निर्माण के लिए 10 बीघा जमीन की आवश्यकता थी। लेकिन शासन के पास 6 बीघा जमीन ही थी। ऐसे में सवाल उठा की बाकी 4 बीघा जमीन का कैसे इंतजाम होगा? जिसके बाद कलेक्टर आर. उमा माहेश्वरी ने गांव का दौरा किया।
कलेक्टर ने स्कूल निर्माण का लेखा-जोखा देखा और निर्णय किया कि कम पड़ रही जमीन की बजह से स्कूल दूसरे गांव शिफ्ट कर दिया जाए। जब यह बात गांव के बृजेंद्र सिंह रघुवंशी को पता चली, तो वे शुक्रवार को कलेक्टर से मिलने पहुँच गए।

जंहा उन्होंने कलेक्टर को बताया कि स्कूल निर्माण के लिए कम पड़ रही 4 बीघा जमीन बह अपने पास से दान करना चाहते है। ताकि बच्चो का भविष्य बन सके। इसके बाद, कलेक्टर ने उन्हें SDM से मिलने के लिए कहा, जहां दान पत्र की कार्रवाई शुरू की गई।
किसान ने कहा- मुझे पता है शिक्षा का महत्व

किसान बृजेंद्र सिंह रघुवंशी का कहना है कि शिक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। मैं भी गांव से शहर जाकर पढ़ाई करता था। इसलिए मुझे पता है कि शिक्षा का महत्व क्या होता है? शासन की इतनी बड़ी योजना का लाभ गांव के बच्चों को मिले, इसलिए मैंने बिना सोचे 25 लाख रुपए कीमत की 4 बीघा जमीन स्कूल के लिए दान में दे दी। यह मेरा सौभाग्य है कि मैं मेरे पिताजी के पद चिन्हों पर अग्रसर हूं।
पिता ने भी दान में दी थी जमीन!

ग्रामीणों का कहना है कि बृजेंद्र के पूर्वज स्व. नथन सिंह रघुवंशी 40 साल तक सरपंच रहे हैं। उनके कार्यकाल में स्वयं की जमीन पर स्कूल, सोसाइटी, पंचायत भवन बनवाए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी दो बीघा जमीन में गांव के निर्धन लोगों के लिए मकान भी तैयार कराए गए।
सीएम शिवराज ने खुद की किसान की तारीफ

इस पूरे मामले में स्थानीय लोगों के अलावा सूवे के मुखिया शिवराज सिंह ने भी किसान की तारीफ की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बृजेंद्र सिंह रघुवंशी जी का शिक्षा के लिए दिया गया यह दान, वास्तव में महादान है। इससे प्रदेश के हमारे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। आपके इस पवित्र योगदान के लिए हृदय से अभिनंदन करता हूं।