मैथ्स टीचर ने किया कमाल! 11 साल की मेहनत से सुपर-डुपर लग्जरी 'सोलर कार' का किया अविष्कार!

हमारे देश में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो उसे एक नई राह दिखाने की। हमारे ही देश में लोग कार से लेकर हेलीकाप्टर तक जुगाड़ से बना लेते है, जिसे दुनिया देखकर चौंक जाती है। ऐसा ही एक चौकाने बाला आविष्कार फिर हुआ देश की जन्नत कहे जाने बाले कश्मीर में। जंहा एक युवा गणित के टीचर ने एक पुरानी कार को सोलर कार में बदल कर लोगो को दांतो तले उँगलियाँ दबाने को मजबूर कर दिया है। क्या है पूरा मामला? आइये हम आपको बताते है।
गणित के टीचर ने बनाई सोलर कार!
पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं, वंही इनसे निकलने बाला प्रदूषण पर्यावरण को जो हानि पंहुचाता है सो अलग। ऐसे में कश्मीर के एक गणित टीचर ने सोलर+इलेक्ट्रिकल कार तैयार करके दुनिया को अपनी तरफ आकर्षित करने को मजबूर कर दिया। आपको बता दे, कार की सबसे ज्यादा ख़ास बात 40% एनर्जी सोलर एनर्जी से लेगी और 60% इलेक्ट्रिक से।

आपको बता दे, कश्मीर के लाल चौक से करीब छह किलोमीटर दूर संतनगर के रहने बाले बिलाल ने इस कार का अविष्कार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बिलाल पहले भी कई जनपयोगी वस्तुएं तैयार कर चुके हैं। बिलाल अपने बारे में बताए है कि बो सिविल इंजीनियरिंग कर चुके है और फ़िलहाल एक प्राइवेट कॉलेज में लेक्चरर हैं।
आम आदमी के लिए लग्जरी कार बनाना है सपना!
Valleys first Solar car
— Basit Zargar (باسط) (@basiitzargar) June 20, 2022
A Kashmiri mathematician teacher Bilal Ahmed innovated a solar car pic.twitter.com/F6BAx2JVFN
जागरण की रिपोर्ट अनुसार, बिलाल ने बताया कि बह वह दिव्यांगों के लिए लग्जरी कार बनाना चाहता था, लेकिन आर्थिक दिक्कतें आड़े आई। जिसके बाद उन्होंने एक सोलर कार बनाने का निर्णय लिया। जिसके लिए उन्होंने साल 1950 के बाद से दुनिया में विभिन्न कंपनियों की तैयार लग्जरी गाडिय़ों का अध्ययन किया। ढेरों रिसर्च पेपर पढ़ें, वीडियोज देखें।
11 वर्षों तक किया इसपर काम!
Bilal Ahmed, a maths teacher from Srinagar, has developed a solar car. Bilal has been working on this project for last 11 years pic.twitter.com/Co0eq9X44h
— Basit Zargar (باسط) (@basiitzargar) June 20, 2022
बिलाल के मुताबिक सोलर कार आम आदमी के लिए तैयार करना उनका सपना था, जिस पर उन्होंने काफी रिसर्च किया। कई माडल बनाए, इंजन पर काम किया और विभिन्न वीडियो को सहारा लिया। और आख़िरकार बिलाल की 11 साल की मेहनत रंग लाइ और साल 2019 में उनका ये सपना हकीकत में बदल गया।
कश्मीर के मौसम को भी ध्यान में रखा!
आपको बता दे, बिलाल की सोलर कार पिछले दो साल से ऑन रोड है और वह लगातार उसे चला भी रहे हैं। उन्होंने इस कार को इस तरह डिजाइन किया है जिससे कश्मीर की भौगोलिक परिस्थितियों पर भी यह कार पूरी तरह काम करे। क्यूंकि कश्मीर में बहुत ठंड पड़ती है, गर्मियों में धूप निकलती है, लेकिन ज्यादा तेज नहीं होती। ऐसे में कार को सोलर के लिए तैयार करने में ख़ास तरह के पैनल का इस्तेमाल किया गया जिससे कम धूप में भी ऊर्जा पैदा कर सकें।
बिलाल का मानना था कि सौर पैनल कम से कम जगह घेरने वाले होने चाहिए। जिसके लिए उन्होंने कार में मोनोक्रिस्टलाइन सौर पैनल का इस्तेमाल किया। कार को चारो तरफ से सौर ऊर्जा मिल सके इस लिए इस कार के दरबाजे ख़ास लग्जरी कारो की तरह ऊपर की तरफ खुलने बाले बनाये गए, जिन पर सोलर पैनल लगे हुए है। इस सोलर कार को ख़ास तरह से डिजाइन ऐसे भी किया गया कि सौर पैनल सूरज की दिशा के अनुरूप स्थिति बदल सकते है।
इस सोलर कार को बनाने में आया कितना खर्चा?
आपको बता दे, बिलाल ने इस कार को काफी रिसर्च करने के बाद तैयार किया है। जो कि कश्मीर के वातावरण के हिसाब से पूरी तरह अनुकूल है। यहां तक कि जब यह कार चलती है तो इसकी आवाज भी नहीं आती। हालांकि, इस कार में पॉवर का डिस्ट्रिब्यूशन सोलर पैनल से 40% तो इलेक्ट्रिलक पैनल से 60% ऊर्जा लेने की व्यवस्था की।

आपको बता दे, बिलाल ने इस कार को बनाने के लिए एक ऑटोमैटिक कार को इलेक्ट्रिक-सोलर कार में कन्वर्ट किया है। क्यूंकि ऑटोमैटिक कार में गेयर रेशियो मैनुअल की तुलना में ज्यादा बेहतर होता है। मैनुअल कार को मोडिफाई करने में इंजन सीज होने का खतरा होता है, जो इसमें नहीं है। ये ऑटोमैटिक चलता है।
वंही इस कार के दरबाजो और सोलर पैनल को इकोनॉमिकल जैसा तैयार किया गया है। ताकि सूर्य की रोशनी की दिशा के लिए इसमें रिमोट से ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया गया है। आपको बता दे, ये रिमोट एक किमी से ज्यादा दूरी से कंट्रोल हो सकता है। इसमें चार लोग आराम से बैठ सकते हैं।

कार में एसिड बैट्री का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, इसमें लिथियम बैट्री भी इस्तेमाल की जा सकती है। वंही बिलाल के मुताबिक इस कार को बनाने में 16 लाख रुपये खर्च हो गए। लेकिन बह कहते है कि अगर किसी बड़ी कंपनी का ऑफर मिलता है या किसी तरह की सरकारी मदद मिलती है तो बह इस तरह की कार और भी सस्ते दामों में बनाकर आम जनो तक पंहुचा सकते है।