इस आदमी ने छत पर ही उगा डाले 40 किस्म के आम के पेड़, और बन गया मैंगो मैन!

बालकनी में फूल-पौधे या फिर छत पर सब्जियों को उगाने के बारे में बहुत सुना होगा। लेकिन क्या आपने कभी इस बात की कल्पना भी किया है कि घर के छत को बगीचा के तौर पर बदला जा सकता है। जी हां, आपने बिलकुल सही पढ़ा छत पर आम का बगीचा, और ये कारनामा करने बाले शख्स का नाम है जोसेफ फ्रांसिस।
जोसेफ फ्रांसिस ने ज़मीन पर नहीं बल्कि अपनी छत को बाग़ में बदल डाला। जिस पर उन्होंने 40 किस्म का आम भी उगाए हैं। तो आइये जानते है इस हुनरबाज की कहानी, थोड़ा विस्तार से।
छत पर ही उगा डाले 40 किस्म के आम के पेड़
जोसेफ फ्रांसिस, एर्णाकुलम के रहने वाले हैं। वैसे तो जोसेफ एयर कंडिशनर के टेक्निशियन हैं, लेकिन अब लोग इन्हें बुजुर्ग किसान भी कह रहे हैं। ऐसे में, उन्होंने गुलाब और मशरूम जैसी चीज़ों की खेती से शुरुआत की और आज आम भी उगा रहे हैं। वो वह छत पर कटहल, पपीता, करेला, भिंडी, टमाटर आदि भी उगाते हैं।

जोसेफ के पुर्वज भी किसान थे। जोसेफ के नानी के घर कई तरह के गुलाब उगाए जाते थे। जोसेफ को भी किसानी से जुड़ी प्रेरण नानी के घर से ही मिली। नए घर में शिफ्ट करने के बाद जोसेफ ने 250 तरह के गुलाब और मशरूम लगाएं। द बेटर इंडिया से बात करते हुए जोसफ ने कहा:-
“फोर्ट कोच्चि में मेरे नानी के घर कई तरह के गुलाब थे, जिन्हें मेरे मामा देश के कोने-कोने से लेकर आए थे। इससे मुझे काफी प्रेरणा मिली। अपनी पत्नी के साथ नए घर में शिफ्ट होने के बाद मैंने शुरुआत गुलाब से ही की थी।”

इन सबके बाद अब जोसफ का रुझान आम की ओर बढ़ा, उन्होंने सोचा अगर आम बैग में उग सकते हैं, तो छत पर क्यों नहीं। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने बैग की जगह पीवीसी ड्रम्स में आम के पेड़ लगाने शुरू कर दिए।
ग्राफ्टिंग से एक नई किस्म बनाई
आज के समय में इन ड्रम में आम के पौधे 5 से 9 फीट के हो गए हैं। जोसेफ के बगीचे में चंद्राकरन, अल्फांसो, मालगोवा, नीलम, केसर जैसे लोकप्रिय किस्मों समेत 40 से अधिक प्रजाति के आम हैं। इतना ही नहीं, जोसेफ ने ग्राफ्टिंग कर एक नई किस्म के आम की प्रजाति तैयार की है। इस आम के प्रजाति को पत्नी के नाम पर 'पेट्रीसिया' दिया है। जोसेफ का दावा है कि पेट्रीसिया सबसे ज्यादा मीठा आम है।

उनके इस सुन्दर बाग़ को देखने हर सन्डे करीब 20 लोग देखने आते हैं। हालांकि, इसके बावजूद भी जोसेफ का मकसद लाभ कमाना नहीं है। वे अपने सभी फल दोस्तों, रिश्तेदारों और आगंतुकों को मुफ्त में बांट देते हैं।