दिल्ली के "औरंगजेब लेन" के बोर्ड पर लगाया गया 'बाबा विश्वनाथ मार्ग' का पोस्टर!

 | 
baba vishwanath marg

देशभर में इन दिनों मंदिर-मस्जिद को लेकर एक अलग बहस छिड़ी हुई है। वंही शहर और जगहों के नाम बदलने की प्रथा भी जोरो पर है। अलग-अलग संगठन सड़कों या जगहों के नाम को बदले जाने को लेकर मांग करते हुए नजर आते हैं। इसीक्रम में एक और घटना इन दिनों देश की राजधानी दिल्ली में देखने को मिली, जंहा मुगलिया सल्तनत के औरंगजेब के नाम पर रखी गई लेन का नाम बदलकर बाबा विश्वनाथ मार्ग का बोर्ड लगा दिया गया।   

दिल्ली के 'औरंगजेब लेन' की जगह 'बाबा विश्वनाथ मार्ग' 

दरअसल, भाजपा युवा मोर्चा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वासु रूखड़ ने नई दिल्ली स्थित 'औरंगज़ेब लेन' पर कड़ा विरोध जताते हुए बोर्ड पर केसरिया रंग का 'बाबा विश्वनाथ मार्ग' का बैनर लगा दिया। औरंगजेब लेन के ऊपर बाबा विश्वनाथ मार्ग का पोस्टर लगाते हुए बीजेपी युवा मोर्चा की ओर से यह मांग की गई है कि इस सड़क का नाम औरंगजेब लेन से बदलकर बाबा विश्वनाथ मार्ग कर दिया जाए। 

aurangzeb lane
Image Source: ABP News
baba vishwanath marg
Image Source: ABP News
baba vishwanath marg
Image Source: ABP News

उनका कहना है कि औरंगजेब इस देश के लिए एक कलंक था। वह एक क्रूर मुगल शासक था। वासु रूखड़ ने कहा कि औरंगजेब ने भारत के कितने ही मंदिरों को ध्वस्त कर उन पर मस्जिदों का निर्माण करवाया दिया था। जिस तरह से ज्ञानव्यापी मस्जिद की जांच में शिवलिंग मिला है, उससे यह बिलकुल स्पष्ट हो चुका है कि भारत में ऐसी अनेक मस्जिदें होंगी जिनका निर्माण मंदिरों को ध्वस्त कर किया गया है। 

औरंगजेब विलेन था- युवा मोर्चा


भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कुछ तथाकथित इतिहासकारों ने कांग्रेस की मिलीभगत से भारत के इतिहास में इन मुगल आक्रांताओं को हीरो बना दिया था। जबकि वह एक क्रूर शासक थे और हम जनता के सामने मुगलों का इतिहास लाकर रहेंगे और बताएंगे कि औरंगजेब हीरो नहीं बल्कि विलेन था। उन्होंने कहा कि भारत के स्वर्णिम इतिहास में मुगलों का शासनकाल एक काला अध्याय है जिसे मिटाना हम सबका कर्तव्य है। 

सरकार से क्या मांगी रखी?


भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द औरंगजेब मार्ग का नाम बदलकर बाबा विश्वनाथ किया जाये वरना दिल्ली युवा मोर्चा का कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेगा। उन्होंने कहा कि कहा कि भारत के स्वर्णिम इतिहास में मुगलों का शासनकाल एक काला अध्याय हैं, जिसको मिटाना हम सबका कर्तव्य है। 

सड़को के नाम बदलने की पुरानी मांग!

बता दें कि पिछले साल दिसंबर में दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल की तरफ से मांग की गई थी कि अकबर रोड का नाम बदलकर दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा जा। वंही इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने भी एक पत्र लिखकर अकबर रोड का नाम बदलकर महाराणा प्रताप रोड करने की मांग की थी। 


इसके अलावा बात करे तो देशभर में इन दिनों मुगलिया सल्तनत के बादशाहो के नाम पर ईमार, शहर व जगहों का विरोध हो रहा है। देशभर में जंहा जंहा भी मुगलो से जुडी चीजों के नाम उनपर रखे हुए है, उसे बदलने की मांग समय-समय पर अलग-अलग संगठनों की तरफ से उठती रही है। हाल ही में लखनऊ का नाम भी बदलकर लखनपुरी रखने की मांग जोर पकड़ रही है।