अयोध्या में मठ-मंदिर और धर्मशालाओं को लेकर सीएम योगी का बड़ा आदेश!

उत्तर प्रदेश की विधानसभा के इतिहास में 37 साल बाद दोबारा सत्ता में वापसी करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताजपोशी के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन किए। साथ ही यहां सीएम योगी ने बड़ा ऐलान किया। क्या है बह ऐलान? आइये जानते है।
मठ-मंदिर और धर्मशालाओं को नहीं देना होगा कोई टैक्स!
सीएम योगी ने अयोध्या के मंदिरों और धर्मशालाओं को नगर निगम के टैक्स से राहत देने का ऐलान किया। अब उन्हें टैक्स नहीं देना होगा। आपको बता दे, अयोध्या में करीब 10 हजार मंदिर और धर्मशालाएं हैं।

मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को अयोध्या में मंडलीय समीक्षा बैठक कर रहे थे।रामनवमी मेला के ठीक पहले अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेला तैयारियों की समीक्षा की। अन्तरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में बनाए गये केन्द्रीय मेला नियन्त्रण कक्ष में बैठक के दौरान नगर निगम के अफसरों से कहा कि:-
"मठ-मंदिर व धार्मिक ट्रस्ट जनसेवा का ही कार्य कर रहे हैं। ऐसे में इनसे टोकन मनी के रूप में सहयोग लिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को आदेशित किया कि इस आशय का प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेजकर अनुमोदित करा लें।"
आज श्री अयोध्या धाम में श्री राम जन्मभूमि पर प्रभु श्री राम के भव्य एवं दिव्य मंदिर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। pic.twitter.com/0kDhyNtTZL
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 1, 2022
पहले अयोध्या कोतवाल के दरबार में पहुंचे योगी!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को दोपहर 2:46 मिनट पर अयोध्या पहुंचे थे।हेलीपैड पर उतरने के बाद वह सीधे हनुमानगढ़ी पहुंचे थे। जहां उन्होंने हनुमंत लला के दरबार में हाजिरी लगाई और दर्शन पूजन किया। हनुमानगढ़ी को अयोध्या का कोतवाल भी कहा जाता है।
बन्दउँ नाम राम रघुबर को। हेतु कृसानु-भानु-हिमकर को।।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 1, 2022
बिधि-हरि-हर-मय-बेद-प्रान सो। अगुन अनूपम गुन-निधान सो।।
कोटि-कोटि जन की सकल आस्था के केंद्र श्री राम जन्मभूमि पर श्री रामलला के दर्शन व पूजन कर चराचर जगत के कल्याण हेतु प्रार्थना की। pic.twitter.com/ME9u8A8weH
हनुमानगढ़ी दर्शन के बाद सीएम योगी का काफिला राम जन्म भूमि की ओर रवाना हो गए। वो राम जन्मभूमि में रामलला का दर्शन पूजन करने के साथ ही राम मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा भी लिया। यंहा उन्होंने कहा:-
" राम मंदिर भूमि पूजन के बाद यह पहला रामनवमी मेला कोविड के बाद हो रहा है। ऐसे में इसकी तैयारी पूरी भव्यता से कराएं। उन्होंने कहा कि यहां ऐसा मनमोहक वातावरण तैयार कराएं और साज-सज्जा करें कि यहां आकर श्रद्धालुओं में भक्ति भाव सृजित हो और वापस घर लौटे तो यहां का दृश्य उनकी स्मृतियों में तरोताजा रहे।"
इसके बाद सरयू तट स्थित रामकथा संग्रहालय में रामनवमी मेले को लेकर सीएम योगी बैठक की। इसी में उन्होंने अयोध्या के मंदिरों और धर्मशालाओं को टैक्स फ्री करने का फैसला दिया।
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं,
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 1, 2022
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं,
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।
पावन अयोध्या धाम स्थित श्री हनुमानगढ़ी में आज 'अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता' श्री हनुमान जी का दर्शन कर सम्पूर्ण सृष्टि के कल्याण की प्रार्थना की। pic.twitter.com/UnKO1KWn5W
आपको बता दे, अपने पिछले कार्यकाल में योगी आदित्यनाथ लगभग 50 बार अयोध्या का दौरा किया था। अयोध्या में मंदिर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। यहां पर पत्थरों के ब्लॉक से फर्श का निर्माण शुरू हो गया है। इससे पूर्व गर्भ गृह में जहां रामलला विराजमान थे, वहां पर चबूतरे का निर्माण कार्य शुरू हो गया था।
अयोध्या में कोई VVIP नहीं
रामनवमी मेला पर अयोध्या में सांसद और मंत्रियों को वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं दिया जाएगा। वो आम भक्तों की तरह ही रामनवमी मेला में शामिल होंगे। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि रामनवमी मेला के मुख्य पर्व पर अष्टमी व नवमी को शासन- प्रशासन का कोई भी अधिकारी और वीआईपी भ्रमण न करे। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा करना आवश्यक हो तो सामान्य व्यवस्था में ही भ्रमण करें। उन्होंने बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के साथ मेलार्थियों से सदभाव के साथ व्यवहार की भी सलाह दी।