फ़्रांस में राष्ट्रपति चुनाव, मगर भारत में मतदान! जानिए क्या है असल मामला?

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vote for the first round of the France Presidential election at the Consulate General of France in Puducherry

फ्रांस में राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है, जंहा 4.87 करोड़ लोग वोट करेंगे। वंही फ्रांस में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारत में फ्रांसीसी नागरिकों ने मतदान किया। यह सुनने में थोड़ा अजीब लगता है लेकिन यह सच है। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में रह रहे फ्रांस के नागरिकों ने अपने देश के राष्ट्रपति चुनाव में रविवार को यहां मतदान किया। 

आपको बता दे,  राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत 12 लोग चुनावी मैदान में हैं। इनमें तीन महिलाएं हैं। मैक्रों और ली पेन के लेस रिपब्लिकन की वलेरी पेक्रेस भी दौड़ में हैं। इनके अलावा जीन-ल्यूक मेलेनचॉन, एरिक जेमोर, नटाली एर्टहॉद, निकोलस डूपोंट-एगनन, एन हिडैल्गो, यानिक जैडोट, जीन लैसले, फिलिप पोटू, फैबियन रसेल और एरिक जेमौर जोल सागेत, एरिक फफेरबर्ग शामिल हैं।

फ्रांस में चुनाव, भारत में मतदान! 

न्यूज़18 इंडिया की एक खबर अनुसार, दरअसल पुडुचेरी पहले एक फ्रांसीसी उपनिवेश था। पहले यंहा बड़ी संख्या में फ्रांसीसी नागरिक रहते थे, लेकिन आजादी के कुछ सालो बाद यंहा नाम मात्र के फ्रांसीसी नागरिक रह गए। इतना ही नहीं इन्हे अपने देश में मताधिकार का भी अधिकार है। एक विज्ञप्ति के अनुसार:- 

‘‘फ्रांस 18 साल से अधिक आयु वाले और यहां फ्रांस के महावाणिज्य दूतावास में मतदाता सूची में पंजीकृत अपने नागरिकों को उस देश में मतदान करने का अधिकार देता है जहां वे रह रहे हैं।"


आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के 4,564 फ्रेंच नागरिकों ने फ्रांस में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान किया। 

हमसे मिलता-जुलता है फ्रांस चुनाव

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट अनुसार, अगर आपके मन में सवाल उठ रहा है कि फ़्रांस में राष्ट्रपति चुनाव और भारत के चुनाव कितने मिलते-जुलते और कितने अलग हैं? तो आपको बता दे, यंहा टीवी पर प्रचार नहीं। कोई राजनीतिक विज्ञापन नहीं। जनता के चुने प्रतिनिधि राष्ट्रपति की उम्मीदवारी तय करते हैं। राष्ट्रपति ही राष्ट्र प्रमुख। 

france india voting
Image source: ANI

वंही भारत में सभी उम्मीदवार अपना प्रचार करते हैं। योजनाएं बताते हैं। वोट मांगते हैं। जबकि हमारे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अपना कोई एजेंडा नहीं रखते। टीवी पर सिर्फ खबरों और पब्लिक अफेयर्स प्रोग्राम में ही दिखाई देते हैं। हमारे देश में उम्मीदवारों के प्रचार की कोई व्यवस्था नहीं है, इसके लिए समर्थक पार्टियां लॉबिंग करती हैं। 


हमारे देश में राष्ट्रपति सुप्रीम होता है, लेकिन ज्यादातर संबैधानिक अधिकार संसद और भारत के प्रधानमंत्री के पास होते है। बह सबसे ज्यादा अधिकार संपन्न होता हैं। वंही भारत का राष्ट्रपति संवैधानिक, वित्तीय और सैन्य निर्णय ले सकता है। हमारे राष्ट्रपति के नीतिगत निर्णय केंद्रीय मंत्रिपरिषद की सलाह से होते हैं। 

फ्रांस में चार महीने चलती है चुनाव प्रक्रिया

आपको बता दे, फ्रांस में... चार महीने चलती है चुनाव प्रक्रिया। वंही वोटिंग दो चरणों में संपन्न कराइ जाती है। पहले सभी उम्मीदवारों के लिए वोट डलेंगे। इसके बाद सबसे ज्यादा वोट पाने वाले दो उम्मीदवारों के लिए दूसरे रविवार को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में जो विजेता होगा बही राष्ट्रपति बनकर विजेता एलिसी पैलेस (राष्ट्रपति भवन) जाएगा।

 

वंही इसके विपरीत भारत में कई चरणों में लोकसभा चुनाव होते है, लेकिन बह फ़ाइनल मतदान ही होता है। यानी मतदाता अपने मत का प्रयोग एक चुनाव में ही कर सकता है। वंही रिजल्ट बाले दिन जो विजेता होगा वही बिजेता घोसित होगा। जिसे संसद सदस्य कहा जायेगा, और यही संसद सदस्य अपनी पार्टी से प्रधानमंत्री चुनते है। वंही भारत में राष्ट्रपति चुनाव में जनता सीधे वोट नहीं डालती, जनता की जगह जन प्रतिनिधि वोट डालते है।