आर्थिक तंगी से जूझ रहे है पूर्व सलामी बल्लेबाज विनोद कांबली, बोले- सचिन को सब पता है!

दिग्गज बल्लेबाज और सचिन तेंदुलकर के जिगरी दोस्त विनोद कांबली की माली हालत खराब है। खबर है कि उनके आर्थिक हालात काफी बिगड़ गए हैं, इसलिए बह आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। वे बेरोजगार भी हैं और इन दिनों काम की तलाश कर रहे हैं। जिसके बाद चारो तरफ उनकी चर्चा होने लगी कि कैसे सचिन तेंदुलकर का जिगरी दोस्त इस समय आर्थिक हालातो से लड़ रहा है। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है।
मिड-डे से बात करते हुए किया खुलासा!
आपको बता दे, 50 वर्षीय विनोद कांबली ने मिड-डे से बातचीत में कहा, ‘मैं एक रिटायर क्रिकेटर हूं और पूरी तरह से बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर हूं। मेरी आय का स्रोत सिर्फ पेंशन ही है। मैं बीसीसीआई का आभारी हूं लेकिन मुझे असाइनमेंट चाहिए ताकि मैं युवा क्रिकेटरों की मदद कर सकूं। मुंबई ने अमोल मजूमदार को मुख्य कोच बनाए रखा है और अगर उन्हें मेरी जरूरत है तो मैं वहां हूं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने उनसे (मुंबई क्रिकेट संघ) कई बार कहा है कि अगर आपको मेरी जरूरत है तो मैं आपके साथ हूं। मेरा परिवार है और मुझे उनकी देखभाल करनी है। रिटायरमेंट लेने के बाद आपके लिए कोई क्रिकेट नहीं है, लेकिन अगर आपको जीवन में स्थिरता चाहिए तो आपके पास काम होना जरूरी है। मैं एमसीए अध्यक्ष से अनुरोध कर सकता हूं कि अगर मेरी जरूरत है तो मैं तैयार हूं।’
कांबली बोले सचिन को सब पता!
मिड-डे से बातचीत में कांबली आगे कहते हैं, 'मैं उनसे (सचिन तेंदुलकर) कुछ उम्मीद नहीं करता हूं। उन्होंने मुझे TMGA (तेंडुलकर मिडलसेक्स ग्लोबल अकादमी) का कार्यभार दिया था। मैं काफी खुश था। वे मेरे बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं। वे हमेशा मेरे साथ खड़े रहे।'

आपको बता दे, विनोद कांबली ना सिर्फ एक विस्फोटक बल्लेबाज रहे है, बल्कि सचिन के अच्छे दोस्त भी है। ये बही क्रिकेटर है जिनके साथ सचिन ने अपने क्रिकेट की शुरुआत की थी। कांबली ने अपने स्कूल के दिनों में सचिन तेंदुलकर के साथ रिकॉर्ड 664 रनों की साझेदारी कर क्रिकेट जगत में सनसनी मचा दी थी। 34 साल पहले की इस रिकॉर्ड साझेदारी में विनोद कांबली ने 349 रन और सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 326 रन बनाए थे।
क्रिकेट में कांबली का योगदान!
मुंबई के रहने वाले विनोद कांबली ने अपने करियर में 17 टेस्ट और 104 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 2 दोहरे शतक भी लगाए और कुल 1084 रन बनाए। उन्होंने वनडे में 2 शतक और 14 अर्धशतकों की बदौलत कुल 2477 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने फर्स्ट क्लास करियर में 129 मैचों में 35 शतकों की मदद से कुल 9965 रन बनाए।

विनोद कांबली ने 2000 में आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला खेला था। उसके बाद से वे कई प्रोफेशन में हाथ आजमा चुके हैं, लेकिन उन्हें सफलता कहीं नहीं मिली। वे संजय दत्त के साथ कुछ फिल्मों में भी नजर आए। उन्होंने पल-पल दिल के साथ, आज का युगांधर और अनर्थ जैसी फिल्में की हैं। बाद में ऐड फिल्में भी कीं। आखिर में कोचिंग भी की। आखिरी बार वे 2019 में मुंबई टी-20 लीग में एक टीम की कोचिंग कर रहे थे। और अब वे BCCI की 30 हजार रुपए की पेंशन के दम पर जी रहे हैं।