सरकारी मास्टर साहब ने मात्र 15 हजार में बेच दिया क्लास रूम, धीरे-धीरे पूरा स्कूल बेचने की थी तैयारी!

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school teacher sold school room

भ्रष्टाचार के नाम पर आपने आज तक किताब-कॉपी, डेक्स या ज्यादा से ज्यादा बिल्डिंग बनाने में गड़बड़ी की ही खबरें सुनी होगी। लेकिन मुरादाबाद के एक टीचर ने भ्रष्टाचार की ऐसी मिसाल पेश की है कि बड़े से बड़ा भ्रष्टाचारी भी शरमा जाए। दरअसल, गुरूजी ने प्राथमिक स्कूल में बनने वाली एक्सट्रा क्लासरूम को 35 हजार रुपये में बेच दिया। फ़िलहाल मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है, क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

मास्टर जी ने 15 हजार में बेच दिया क्लास रूम!

मामला उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के कुंदरकी विकास खंड क्षेत्र के गांव पीतपुर नैय्याखेड़ा में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विद्यालय में मुजाहिद हुसैन अध्यापक हैं। विद्यालय में वर्ष 2010 में एक अतिरिक्त कमरे का निर्माण कराया गया था। आरोप है कि मुजाहिद हुसैन ने क्षेत्र के एक व्यक्ति को इस स्कूल का एक कमरा 15 हजार रुपये में बेच दिया। चौकाने बाला नजारा तो तब दिखा जब स्कूल के कमरा खरीददार ने कमरा तुड़वा दिया। 

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Image Source: zee News

जिसने तीस हजार रुपये देकर कलास रूम खरीदी वो वहां मकान बनाने की तैयारी में था। वो वहां निर्माण कार्य भी शुरू कर चुका था। इस बीच आला अधिकारियों को मामले की जानकारी लगी को वो घटना की जांच के लिए स्कूल पहुंच गए। अधिकारियों ने किसी तरह उसे रुकवाया। 

दूसरा क्लासरूम बेचने की तैयारी थी!

teacher sold school room
Image Source: Aaj Tak

जानकारी के मुताबिक टीचर मुजाहिद हुसैन की हिम्मत इतनी बढ़ गई थी कि वो दूसरी क्लासरूम को भी बेचने की तैयारी कर रहा था। इस बात की जानकारी गांव के प्रधान को लगी। ग्राम प्रधान मोहिसिन अख्तर ने इसकी शिकायत ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर से की जिसके बाद गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी विष्णु ने स्कूल पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। वंही जांच करने पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी ने शिकायत की पुष्टि करते हुए रिपोर्ट बीएसए को भेजी है। 

स्कूल से गायब रहने के भी लगे हैं आरोप

आरोपी टीचर मुजाहिद हुसैन पर आरोप है कि वो अक्सर स्कूल से भी गायब रहता है। कई बार वॉर्निंग मिलने के बाद भी उसके रवैये में कोई बदलाव नहीं है। दरअसल, बीएसए बुद्ध प्रिय ने पीतपुर नैयाखेड़ा गांव के विद्यालय का निरीक्षण किया था। उस समय मुजाहिद हुसैन अनुपस्थित मिले थे, जिस पर एक दिन का वेतन काटने की कार्रवाई की गई थी।  


इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के दौरान भी अध्यापक विद्यालय में नहीं मिले। शुक्रवार को जब मीडियाकर्मी स्कूल पहुंचे तो शिक्षामित्र व अध्यापकों ने बताया कि अध्यापक मुजाहिद हुसैन अक्सर स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं, कई-कई दिन तक स्कूल नहीं आते। लेकिन अध्यापक अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आया और अब इस अध्यापक पर के बार फिर कार्यवाही की गाज गिरने वाली है। 

अब होगी कड़ी कार्यबाही!

गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी विष्णु ने गांव पहुंच कर मामले की इनवेस्टिगेशन शुरू, जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। क्लासरूम की बिक्री को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बौद्ध प्रिय सिंह का कहना है की खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मामला उन तक पहुंचा है। आरोप सिद्ध पाए गए हैं, इस तरह के लोगो की वजह से शिक्षा विभाग बदनाम होता है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।