चावल के दानों पर प्रीति ने लिख दिया पूरा सुंदर कांड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ नाम!

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भक्त और भगवान के बीच का रिश्ता दुनिया में सबसे अनोखा होता है। भक्त अपने भगवान से जुड़ाव के लिए अनोखे तरीके ढूंढ कर निकालते हैं। और आज हम आपको एक ऐसे ही भक्त से मिलाने जा रहे है,  जिन्होंने एक अनोखा तरीका निकाल भगवन के प्रति अपने प्रेम को जाहिर करने की कोसिस की है। जिन्होंने 7675 चावल के दानों पर सुंदरकांड लिखा और इंडिया बुक आफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया। क्या है पूरी कहानी? चलिए हम आपको बताते है। 

चावल के दानों पर लिखा सुंदरकांड!

अगर मन में कुछ करने की ठान ली जाए तो असंभव भी संभव बन जाता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की रहने वाली प्रीति अग्रवाल ने। जिन्होंने झांसी की प्रीति अग्रवाल ने चावल के 7,675 दानों पर सुंदर कांड का लेखन कर रिकॉर्ड बनाया है। उनका यह काम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। चावल के दानों पर सुंदर कांड लिखने वाली प्रीति को इस काम में लगभग दो महीने का समय लगा। 

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Image Source: Zee News

आपको बता दे, प्रीति इससे पहले चावल के दानों पर गायत्री मंत्री, हनुमान चालीसा आदि लिख चुकी हैं। चावल के दानों पर हनुमान चालीसा लिखकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को कुछ समय पूर्व भेंट की थी। 

चावल के दानो पर ऐसे शुरू किया लिखना!

प्रीति बताती हैं कि जब वह मंदिर में जाया करती थी, तो लोगों को बेलपत्र पर ओम नमः शिवाय लिखकर चढ़ाते हुए देखती थीं। यहीं से उन्हें विचार आया कि क्यों ना चावल के दाने पर कोई श्लोक या मंत्र लिखकर भगवान को अर्पित किया जाए। इसकी शुरुआत उन्होंने चावल के दानों पर ओम नमः शिवाय लिखकर ही की। 


इस तरह धीरे-धीरे लिखने की आदत पड़ गई। मन में भगवान का नाम लेकर लिखना शुरू किया जो अभी तक चला आ रहा है। प्रीति सामान्य पेन से ही चावल पर लिखती हैं और उन्हें साधारण गोंद से चिपकाया गया है। 

2 महीने में लिखा पूरा सुंदरकांड!

आपको बता दे, प्रीती ने हर रोज 2 घंटे इस पर काम किया। जिसके तहत प्रीती ने एक चावल के दाने पर एक शब्द लिखा और उसे गोंद की सहायता से चिपकाती गई। इस प्रकार 7,675 चावल के दानों पर उन्होंने पूरा सुंदरकांड लिख दिया। जो अब रिकॉर्ड बनकर दुनियाभर में भारत की प्रतिभा को सामने लाएगा। 

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Image Source: Video ScreenShot

प्रीती ने बताया- उनका लक्ष्य है, कि इसी तरह से वह चावल के दानों पर धार्मिक कथाएं व मंत्र लिखती रहें तथा नई पीढ़ी को इसके लिए प्रोत्साहित करती रहें। साथ ही प्रीति की यह इच्छा है कि वह इस चावल के दानों पर लिखे सुंदरकांड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तोहफे में दें।  

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Image Source: india book of records

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान थे। वैसे ही इस देश के सबसे बड़े भक्त प्रधानमंत्री हैं। वह पीएम को अपना आदर्श मानती हैं। हो सकता है कि इस माध्यम से मैं उनसे मिल सकूं। ईश्वर की प्रेरणा रही तो इसी तरह लिखती रहूंगी।