कभी पीएम ने झुक कर छुए थे पैर, अब CM योगी ने दिया दुकान का लाइसेंस!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 और 14 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में थे। इस दौरान उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का उद्घाटन किया। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने झुककर एक दिव्यांग महिला के पैर छुए। पीएम के इस अंदाज से महिला भाव-विभोर हो गई और हाथ जोड़ लिए।
इसके बाद पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग महिला से बातचीत भी की। महिला का नाम शिखा रस्तोगी है। और बही शिखा रस्तोगी एक बार फिर चर्चा में है, और चर्चा का विषय है सीएम योगी द्वारा उनकी मदद करना। क्या है पूरा मामला? आइये जानते है।
सीएम योगी से मिलकर भावुक हुई शिखा रस्तोगी!

वाराणसी की शिखा रस्तोगी ने लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात की। इस दौरान दिव्यांग शिखा रस्तोगी ने 5 दिन पहले सीएम योगी से गुहार लगाई थी कि उन्हें श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में एक दुकान आवंटित किया जाए। सीएम ने ऐसा करने का आश्वासन भी दिया। साथ ही, उन्होंने शिखा को 2 लाख रुपए की मदद भी दी।
विश्वनाथ कॉरिडोर के भूतल पर आवंटित हुई पहली दुकान!
भास्कर रिपोर्ट अनुसार, वाराणसी की दिव्यांग बेटी के अनुरोध को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वीकार कर लिया है। मुख्यमंत्री योगी ने शिखा को आश्वासन दिया था, नियमानुसार उसे दुकान देने पर बातचीत की जाएगी। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने शिखा को दुकान के लिए जगह दे दी है।

वाराणसी के कचहरी स्थित सर्किट हाउस में आईं शिखा ने बताया कि 2018 में पीएम मोदी ने भी मुझे आश्वासन दिया था कि वो समय आने पर मेरे लिए कुछ करेंगे। उसी समय मैंने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में एक दुकान लेने की इच्छा जाहिर की थी।
काशी विश्वनाथ मंदिर धाम कॉरिडोर के लोकार्पण कार्यक्रम में धानमंत्री मोदी से मुलाकात हुई, मैंने उनके पैर छूए तो उन्होंने मुझे पहचान लिया और कहा कि मैंने आपकी व्यवस्था कर दी है। अब जाकर मुख्यमंत्री से मिल लेंगी। चुनाव के बाद बह पुनः सीएम योगी से मिली और अपनी परेशानी बताई, जिसको तुरंत सीएम साहब ने सवीकार कर लिया।
दिव्यांगों के प्रति PM श्री @narendramodi जी एवं #UPCM श्री @myogiadityanath जी का जो अपनत्व वह शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
— Government of UP (@UPGovt) April 21, 2022
मैंने व्यवसाय के लिए दुकान की मांग को लेकर मुख्यमंत्री जी को पत्र दिया जो उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर सकारात्मक जवाब दिया।
- शिखा रस्तोगी जी, वाराणसी pic.twitter.com/ofaY1yKEzK

नतीजन आज काशी विश्वनाथ मंदिर धाम कॉरिडोर में पहली दुकान मुझे आवंटित कर दी गई। शिखा ने इसके लिए पीएम और सीएम को इस मदद के लिए धन्यवाद किया है।
पीएम मोदी ने छुए थे पैर
आपको बता दे, दिव्यांगता को दरकिनार करते हुए 10वीं तक पढ़ाई करने वाली शिखा रस्तोगी आज देश भर के दिव्यांगों के लिए नजीर पेश कर रही हैं। शिखा की आंखों में तब आंसू भर आए थे जब पीएम नरेंद्र मोदी ने उनको पहचानते हुए पैर छू लिए थे। यह वाकया तब हुआ था जब प्रधानमंत्री वाराणसी में काशी विश्वनाथ कोरिडोर का उद्घाटन करने आए थे।
कौन हैं शिखा रस्तोगी?

वाराणसी के सिगरा क्षेत्र की रहने वाली शिखा रस्तोगी घर पर ही सिलाई, बुनाई के साथ ही डांस की प्रशिक्षण क्लास चलाती हैं। शिखा रस्तोगी वाराणसी के बीजेपी दिव्यांग प्रकोष्ठ की सदस्य हैं। शिखा को दिव्यांगों के शिविर में भी जाना होता है। वहां जाकर वह अपने जैसे दिव्यांगों के साथ मिलकर अपनी एक तरफ खुशियां बांटती है वहीं उनके बीच जाकर उन्हें अपनों का बड़े पैमाने पर प्यार भी मिलता है। इस शिविर में वो अन्य दिव्यांगों का हौसला भी बढ़ाती हैं।
खुद को किसी से कम न समझें!
शिखा का दिव्यांगों को किसी से कम नहीं मानती हैं। वे कहती हैं कि उन्हें ईश्वर ने दिव्यांग बनाया है, जो उनके लिए शर्म की नहीं बल्कि गौरव की बात है। इसीलिए पहले उन्हें विकलांग कहा जाता है और इनकी दिव्यता को पीएम ने पहचानते हुए दिव्यांग नाम दिया है, जो हर वो काम कर सकती है जो एक आम इंसान करता है।
➡️वाराणसी की रहने वाली शिखा रस्तोगी सीएम योगी से मिलने गई
— News1Indiatweet (@News1IndiaTweet) April 22, 2022
➡️सीएम योगी से मिलने के बाद शिखा रस्तोगी हुई खुश
➡️सीएम योगी ने दिव्यांग महिला को दो लाख की दी मदद @myogiadityanath @BJP4UP #News1Indiatweet pic.twitter.com/HzqSwPuPWb
आपको बता दे, शिखा पीएम मोदी से मिलने के अलावा जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के शपथ ग्रहण समारोह में भी जा चुकी हैं। हाल ही में शिखा की मुलाकात लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई, जिन्होंने शिखा को 2 लाख रुपए और काशी विश्वनाथ कौरिडोर में दुकान का लाइसेंस दिया।