चाइना में गड्डो के अंदर मिला रहस्यमयी जंगल, अंदर नहीं जाती सूरज की रोशनी, पहली बार पहुंचे इंसान!

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sinkhole with ancient forest

पृथ्वी के करीब 71 प्रतिशत हिस्से में पानी है, जबकि बाकी हिस्से पर जमीन। समुद्र तो दूर की बात, अभी तक इंसान जमीन के ही बहुत से हिस्से तक नहीं पहुंच पाए हैं। इसलिए आए दिन ऐसे-ऐसे खुलासे होते रहते है, जिससे दुनिया अभीतक अंजान रही, ऐसा ही कुछ नजारा बीते दिनों चीन में देखने को मिला। जब चीन के वैज्ञानिकों ने एक रहस्यमयी गड्ढा खोज निकाला,  जिसके अंदर करोड़ों साल पुराना प्राचीन जंगल मिला। और फिर पूरी दुनिया की निगाहें इस जगह पर जा टिकी और खबर वायरल हो गई। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

भारत के पड़ोसी देश में मिली 'दूसरी दुनिया'

भारत के पड़ोसी देश चीन के जंगलों में एक विशाल गड्ढे की खोज हुई है, जो पूरी तरह से पेड़ों से ढका था। उसको बहुत से लोग अब तक दूसरी दुनिया मान रहे थे। खास बात तो ये है कि यहां पर सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंचती थी। इसके बावजूद हाल ही में एक टीम इसमें जाकर वापस आई। साथ ही उन्होंने उसके अंदर दबे रहस्यों को सबसे सामने रखा।

Sinkhole discovered
Image Source: Aerial Photo of a Sinkhole discovered in 2020 in China/Xinhua News Agency

चीन के लोग जिसे सालों से हरी-भरी घाटी समझते आए, वो असल में एक विशालकाय सिंकहोल (गड्ढा) निकला। इसकी खोज देश के हुबेई प्रांत के जुआनिन काउंटी में की गई है। हैरानी की बात ये है कि इस 630 फीट गहरे गड्ढे में एक बहुत बड़ा जंगल भी है, जिसे 6 मई को वैज्ञानिकों ने एक्सप्लोर किया। 

रहस्यमयी गड्ढा को अंतहीन मानते थे लोग!

चीनी मीडिया के मुताबिक ये विशालकाय गड्ढा 630 फीट का है, जो लेये काउंटी के जंगलों में छिपा हुआ था। स्थानीय लोग चीनी भाषा में इस तरह के गड्ढे को तियांकेंग (Tiankeng) कहते हैं, जिसका अर्थ है स्वर्ग का गड्ढा। साथ ही इसको दूसरी दुनिया से जोड़ते हैं। उनका मानना है कि ये गड्ढा अंतहीन है। हालांकि अब जब एक शख्स इसमें घुसा और बाहर आया, तो सारी कहानियां धरी की धरी रह गईं।


इस गड्ढे को इंस्टीट्यूट ऑफ कार्स्ट जियोलॉजी ऑफ द चाइना जियोलॉजिकल सर्वे के वैज्ञानिकों ने ढूंढा है। उनका कहना है कि गड्ढे की लंबाई 1,004 फीट और चौड़ाई 492 फीट है। इसमें प्रवेश के लिए 3 बड़ी गुफाएं हैं। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि 6 मई को चेन लिक्सिन इस गड्ढे के अंदर गए थे। उनके साथ उनकी टीम भी मौजूद थी। उन्होंने शोध के लिए इसके अंदर की काफी फोटोज ली हैं। हालांकि उनको इसमें कोई भी संदिग्ध चीज नहीं मिली।

वैज्ञानिकों को मिले हजारो साल पुराने ऊंचे पेड़!

ज्ञानिकों और शोधार्थियों को इस गड्ढे के अंदर करोड़ों साल पुराना प्राचीन जंगल मिला है, जिसके अंदर कई तरह के दुर्लभ जीव-जन्तुओं के होने की संभावना है। इस गड्ढे की खोज करने वाली टीम ने कहा कि गड्ढे के अंदर 130 फीट ऊंचे-ऊंचे पेड़ हैं, जो इसके अंदर जाने वाले रास्ते की ओर झुके हैं, जिस वजह से अंदर तक सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती।

sinkhole with ancient forest
Image Source: @dw_environment

गुआंगशी 702 केव एक्सपेडिशन टीम के लीडर चेन लिशिन ने कहा कि इस गड्ढे के तलहटी में मौजूद जंगल में प्राचीन पेड़ हैं, जो करीब 120 फीट लंबे हैं। चीन में इतने बड़े गड्ढों को तियानकेंग (Tiankeng) कहा जाता है। इन गड्ढों के अंदर कई गुफाएं भी होती हैं। आमतौर पर ऐसे भूगर्भीय आकृतियां चीन, मेक्सिको और पापुआ न्यू गिनी में मिलती हैं। यहां के लैंडस्केप की प्रवृत्ति बड़े गड्ढों और अनदेखी गुफाओं की ही है।

कैसे हुए इनका निर्माण?

वैसे तो अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि इन विशालकाय गड्ढों का निर्माण कैसे हुआ, लेकिन एक्सपर्ट एक थ्योरी को अहम मान रहे हैं। उनके मुताबिक कार्स्ट टोपोग्राफी में गड्ढे और गुफओं की भरमार होती है। यहां पर बारिश का पानी काफी ज्यादा मात्रा में जमा होता है। जो बरसों से एक ही जगह पर पड़े-पड़े एसिडिक हो जाता है।  


इसकी वजह से अंदर कई सुरंगें और नलियां बन जाती हैं। पानी की वजह से गड्ढे बड़े होते जाते हैं। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई घाटी के आकार का बड़ा गड्ढा मिला है। उनके मुताबिक पानी के बहाव की वजह से पहाड़ अंदर धंस गए होंगे, जिसके बाद ये जगह गड्ढे में बदल गई। हालांकि अभी इस पर रिसर्च की जरूरत है।

चीन के लोगों के लिए ये गड्ढे दैवीय!


गड्ढे की खोज जहां हुई है, उस इलाके का नाम गुआंगशी ऑटोनॉमस रीजन है। चीन के लोग इन गड्ढों को दैवीय मानते हैं। इसका कारण गड्ढों से जुड़ी लोक कथाएं हैं। हालांकि इन गड्ढों के अंदर नई तरह की दुनिया देखने को मिल सकती हैं। फिलहाल वैज्ञानिक इस तैयारी में हैं कि वो इसके अंदर जाकर यहां मौजूद जंगल और जीवों का अध्ययन कर सकें। हालांकि इस काम में रिस्क है लेकिन ये करना जरूरी है ताकि धरती की इस अनसुलझी पहेली को समझा जा सके।