ठेले पर कपडा बेचने बाले को मिले दो सरकारी गनर, जो हर बक्त करते है उसकी सुरक्षा, जानिए मामला?

 | 
readymade clothes street vendors get two government gunners

सरकारी सुरक्षा कर्मी (गनर रखना) उत्तर प्रदेश मे स्टेटस सिम्बल माना जाता है।  सरकारी गनर रखने के लिए नेता ऐडी से चोटी तक का जोर लगा देते हैं, बड़े-बड़े नेताओं के पास आपने सरकारी गनरों और सुरक्षा कर्मियों के साये मे रहते देखा होगा। लेकिन एटा जनपद मे लोग अचानक सड़क पर रेहड़ी लगाकर रेडीमेड कपड़े बेचकर गुजारा करने वाले के पास दो-दो सरकारी गनर देखकर आश्चर्य मे पड़ जाते है। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

रेहड़ी वाले की सुरक्षा में तैनात दो गनर!

ठेला लगाकर कपड़े बेचता शख्स और उसके पीछे कुर्सी डालकर बैठे दो गनर। यह दोनों गनर ठेले वाले की सुरक्षा में तैनात हैं। यह नजारा एटा के जैथरा कस्बे का है, जिसे देखकर हर कोई चौंक जाता है। व्यक्ति कपड़े बेचने के लिए अपना ठेला सजाए हुए है, वहीं, दो गनर उसकी सुरक्षा में पीछे खड़े हैं। दोनों गनर हाथ में AK-47 लिए हुए हैं।

readymade clothes street vendors get two government gunners
Image Source: Bhaskar

दरअसल, कपड़े का ठेला लगाने वाले रामेश्वर दयाल को पूर्व सपा विधायक रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह से जान का खतरा है। रामेश्वर ने जमीन विवाद के बाद दोनों के खिलाफ 2014 में जाति सूचक गालियां देने और बंधक बनाकर बैनामा कराने के मामले में शिकायत की थी। वंही जब वो मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट पहुंचा, तो जज ने उनको सुरक्षा देने की बात कही।

readymade clothes street vendors get two government gunners
Image Source: News18India

दरअसल, हाईकोर्ट के आदेश पर ठेले वाले की सुरक्षा में दो सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। रविवार को जब दोनों गनर ठेले वाले के पास पहुंचे तो वह उन्हें ग्राहक समझ बैठा। बाद में उसे बताया गया कि दोनों पुलिसकर्मी उसकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।  

मुझे और मेरे भाई का किडनैप कर लिया था!

वादी रामेश्‍वर दयाल ने 3 जून को जैथरा थाना मे सपा नेता पूर्व विधायक रामेस्वर सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव, रामेश्‍वर यादव के एक भाई जिनका नाम मालूम नहीं, राम मूर्ती, रेखा यादव, किताब श्री, मुन्नी देवी और पूर्व लेखपाल राम खिलाड़ी के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 323, 344, 347, 386, 447, 506, व 3(2)(5) एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करवाया था। 

readymade clothes street vendors get two government gunners
सपा नेता जिनके खिलाफ बादी रामेश्वर ने शिकायत दर्ज कराई है। (Image Source: Amar Ujala)

जिसमे कहा गया कि 2014 अगस्त में रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह ने उसको और उसके भाई का किडनैप कर लिया था। वो लोग हमें अपने फार्म हाउस ले गए थे। 1 महीने तक हम लोगों को बंधक बनाया गया था। उसी दौरान हम लोगों की जमीन के कागज पर भी साइन करा लिया गया। 


इस दौरान जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर मौत का भय दिखाकर जबरन इनकी ज़मीन का बैनामा करवा लिया था। सके बाद हम लोगों को छोड़ दिया गया था। उस समय यूपी में सपा की सरकार थी। हम लोगों ने बहुत जगह शिकायत की पर कोई फायदा नहीं हुआ। उसने कहा है कि उसके पास ज़मीन होते हुए भी आज वो सड़क पर रेहड़ी लगाकर कपडे बेंचने को मजबूर हैं। 

हाईकोर्ट ने दिया पीड़ित को सुरक्षा देने का आदेश!

रामेश्‍वर ने बताया कि साल 2022 में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर बुलडोजर कार्यबाही की तो हौसला बढ़ा और हम लोगों ने फिर से 3 जून 2022 को मामले की शिकायत की। शिकायत करते ही सपा नेता रामेश्वर सिंह और जुगेंद्र सिंह यादव की ओर से हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई। 

readymade clothes street vendors get two government gunners
Image Source: Amar Ujala

याचिका में सपा नेताओं ने कहा कि बंधक बनाकर जमीन पर कब्जा करने एवं जातिसूचक गालियां देने का जो मुकदमा उनके खिलाफ थाना जैथरा में दर्ज कराया गया है, वह झूठा है। उन्होंने मुकदमे को खारिज करने की मांग की। जिसके बाद हाईकोर्ट की ओर से पीड़ित रामेश्वर दयाल को नोटिस जारी कर 16 जुलाई को बुलाया गया।

जब न्यायालय ने इस मामले मे सुनवाई की तो वादी रामेश्‍वर दयाल हाईकोर्ट में हाजिर हो गया। इस बीच जब मुक़दमें की सुनवाई शुरू हुई तो जज साहब ये देखकर आश्चर्य चकित रह गए कि वादी बिना किसी सुरक्षा के वहा तक पहुंचा है। न्यायाधीश ने पीड़ित को देखकर हैरानी जताई, और कहा कि पीड़ित बिना सुरक्षा यहां तक कैसे आ गया। पुलिस ने अभी तक उसे सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं कराई ? 

दो कांस्टेबल सुरक्षा के लिए तैनात कर दिए हैं!

इसके बाद न्यायाधीश ने पीड़ित को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश जारी कर दिए।  इसके बाद तो नजारा ही बदल गया, कोर्ट के आदेश के अनुपालन में ही एटा के एसएसपी उदय शंकर सिंह ने वादी रामेश्‍वर दयाल को दी सुरक्षा कर्मी उसकी रेहड़ी पर उपलब्ध करवा दिए जहां पर सड़क पर रेहड़ी लगाकर रामेश्‍वर दयाल ठेले पर रेडीमेड गारमेंट्स के कपडे बेचते हैं। 

readymade clothes street vendors get two government gunners
Image Source: Amar Ujala

आपको बता दे, रामेश्वर दयाल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। दुकान भी नहीं है, इसलिए परिवार का भरण भोषण करने के लिए ठेले पर कपड़े बेचते हैं। पीड़ित रामेश्वर दयाल के ठेले पर जब भी कोई ग्राहक कपड़े खरीदने आता है तो सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को देखकर चौंक जाता है। फ़िलहाल पुलिस सुरक्षा दे रही है और वादी रामेस्वर सुरक्षित अपना कारोबार भी कर रहे है।