पति-ससुराल ने जमकर जुल्म ढाये...दो बच्चों के साथ सोना पड़ता था भूखा, अब खुद बन गई दरोगा!

बिहार में अभी कुछ दिन पहले ही दारोगा का रिजल्ट आया है। इसमें एक ऐसी बहू दारोगा बनी है, जिसकी कहानी खुद में मिसाल है। नाम है- ब्यूटी कुमारी। उम्र है-33 साल। जिसका जीवन अब तक एक प्रताड़ित बहू के रूप में गुजर रहा था। महिला को उसका पति तलाक की नोटिस थमा, हर रोज छोड़ने की धमकी देता था, वह अपने दो बच्चों को भारी कष्ट सहकर पालती रही और अब बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर बन गई है। तो आइये जानते है ब्यूटी कुमारी के संघर्ष की कहानी।
2008 में हुई थी ब्यूटी की शादी, पति-ससुराल के ताने सुने!
कहते हैं कि जीवन में संघर्ष इंसान को मजबूत बनाता है और अगर मन में जीतने का संकल्प हो तो विपरीत परिस्थितियां में भी सफलता के झंडे गाड़े जा सकते हैं। ऐसा ही कुछ चरितार्थ किया है ब्यूटी कुमारी ने। मुजफ्फरपुर की रहने वाली ब्यूटी कुमारी शादी के बाद बड़े अरमान लिए ससुराल पूर्णिया स्थित बाड़ीहाट आई थी, लेकिन ससुराल में पति और ससुराल वाले की मिली प्रताड़ना ने ब्यूटी कुमारी को झकझोर कर रख दिया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्यूटी यूं तो रहने वाली मुजफ्फरपुर की है , लेकिन ससुराल पूर्णिया स्थित बाड़ीहाट मुहल्ला में है। ब्यूटी बताती हैं कि 2008 में उनकी शादी हुई। लिहाजा वह भी दूसरी लड़कियों की तरह अपने जीवनसाथी संग सात जन्मों तक साथ रहने का सपना संजोए ससुराल पहुंची, लेकिन एक साल के अंदर ही उनसे यह खुशी छिन गई।
2009 में बेटा और 2010 में बेटी को जन्म देने के बाद पति परेशान करने लगे और सात फेरों की कसमें खाने वाले पति ने रंग दिखाना शुरू कर दिया। हालात इतने बदतर हो गए कि बच्चों के गुजारे के लिए मायके वालों से रुपए लेकर घर चलाया। लेकिन पति का जुल्म कम नहीं हुआ।
दो बच्चों के साथ भूखा सोना पड़ता था!
ब्यूटी बताती है कि हर लड़की की तरह मैंने भी सोचा कि समय के साथ पति व ससुराल का स्वभाव उसके प्रति बदल जायेगा, लेकिन होता रहा इसके विपरीत। जैसे जैसे समय आगे बढ़ता जा रहा था उसी के हिसाब से पति का जुल्म भी दिन-रात कहर ढाता जा रहा था।
पति ने खर्चे देने बंद कर दिए, मारपीट चालू कर दी। इस दौरान पति की बेरुखी तो कभी पति द्वारा दी जा रही तलाक की धमकियों को शांत रहकर सहना पड़ा। कई ऐसी रातें कटीं जब न सिर्फ वे खुद भूखे पेट सोईं बल्कि बच्चों को भी भूखे पेट सुलाना पड़ा। यह सब सहन कर ही रही थी कि साल 2013 में पति ने बांद्रा कोर्ट में तलाक की अर्जी दे दी।
पति से तलाक का केस जीता!
ब्यूटी बताती है कि पति ने जब तलाक की अर्जी कोर्ट में दी तो मन में ठान लिया कि अब जुल्म नहीं सहूंगी और ससुराल बालो का जमकर मुकाबला करुँगी। इसीलिए अपने घर वालों की मदद से किसी तरह यह केस लड़ती रहीं, नतीजा यह रहा कि तीन साल के लंबे टर्म के बाद वर्ष 2015 में पति के तलाक के मनसूबों पर पानी फिर गया। हालांकि इस लड़ाई को जीतने के बाद ब्यूटी की परेशानी और अधिक बढ़ गई।
पढ़ाई ही एक मात्र विकल्प बचा, बनी मिसाल!
अब ब्यूटी को साल 2015 में इस बात का एहसास हुआ कि पढ़ाई ही एक मात्र विकल्प है, जिसके जरिए वे किस्मत के लिखे को काट सकती है और जिसके जरिए वे सबको जवाब दे सकती हैं। लेकिन ब्यूटी के लिए पढ़ाई करना इतना आसान नहीं था, क्यूंकि इसके बीच में भी ससुराल बाले रोड़ा अटकाने लग गए, जिसके तहत पति और ससुराल वालों ने पढ़ाई रोकने की कोशिश की, कभी गाली-गलौज तो कभी फब्तियां कसी गईं। लेकिन ब्यूटी इस बार हार मानने को तैयार नहीं थी।

ब्यूटी ने अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए कुछ स्थानीय लोगो और भाई-घर वालों ने से सपोर्ट लिया। इस दौरान बीपीएससी की तैयारी जारी रखी, और पहले ही प्रयास में पीटी की परीक्षा पास कर ली। विपरीत पारिवारिक परिस्थितियों के बीच भी ब्यूटी कुमारी अपने संघर्ष पद से नहीं हटी और बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की परीक्षा में सफल होकर अपनी प्रतिभा से सभी को अचंभित कर दिया है।
बिहार पुलिस में दरोगा बन पेश की मिसाल!
ब्यूटी की इस लड़ाई में फरिश्ते बनकर आए दीपक कुमार दीपू और समाज के दूसरे लोगों ने बड़ी मदद की। इधर, ससुराल वालों के सितम और पति के फर्जी केस के बीच ब्यूटी परिवार परामर्श से लेकर पुलिस का दरवाजा भी खटखटाती रही। इसी बीच ब्यूटी एक प्रताड़ित बहू से अफसर बिटिया बनने में सफल रहीं। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की परीक्षा पास कर ब्यूटी कुमारी ने अपना परचम लहराया। अब उनके रिश्तेदार और उन्हें जानने वाले फूले नहीं समा रहे।
ससुराल में प्रताड़ित महिलाओ के लिए बनी प्रेरणा!
वर्तमान में बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर दरोगा बनी ब्यूटी कुमारी के माता पिता सहित उसके चाहने वालों की खुशी की सीमा नहीं है। ब्यूटी कुमारी ने बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की परीक्षा में उत्तीर्ण कर समाज के सामने एक ऐसी मिशाल पेश की है कि जिससे साबित हो रहा है कि लड़कियां कमजोर नहीं होती है। मजबूत इच्छाशक्ति की होती हैं और विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष पथ पर डटे रहती हैं।
अपने ससुराल वालों से प्रताड़ित ब्यूटी जीवन में कुछ बनने की ठान ली थी और उसका परिणाम सबके सामने हैं। अपने इस सफलता के लिए वह अपने माता पिता और भाई के साथ-साथ ईश्वर के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करती है। उसका मानना है भगवान के घर देर है पर अंधेर नहीं।
उसने कहा कि उसके पति और ससुराल वालों से उसे हमेशा मायूसी ही हाथ लगी थी। ससुराल पक्ष के द्वारा सदैव प्रताड़ना और मानसिक पीड़ा पहुंचाने का ही काम किया गया। बावजूद इसके उसे अपने मेहनत और ईश्वर पर पूरा भरोसा था, जो भरोसा आज सफलता के रूप में दस्तक दे चुका है।
प्रताड़ित महिलाओ के लिए करेगी काम!
ब्यूटी का मानना है कि वह दरोगा बनकर अपनी जैसी प्रताड़ित और असहाय महिलाओं के लिए हमेशा लड़ाई लड़ेगी। उसे अपने स्तर से न्याय दिलाने का काम करेगी। ब्यूटी कहती हैं कि लड़कियों के लिए सबसे जरूरी है कि चाहे जैसे भी हालात हों, उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए। जब भी समय मिले तैयारी करती रहें। लड़कियों के लिए सेल्फ डिपेंडेंट होना बेहद जरूरी है।