52 साल के 'छात्र' ने पास की नीट परीक्षा, ताकि गरीब बच्चों को फ़्री में पढ़ाकर डॉक्टर बना सके!

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pradeep kumar singh clear neet exame in 52 age

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बीते बुधवार को नीट यूजी 2022 (National Eligibility cum Entrance Test Undergraduate, NEET 2022) रिज़ल्ट्स घोषित किए। जिसमे तनिष्का यादव ने प्रथम व वत्स आशिष बत्रा ने दूसरा और ऋषिकेश नागभूषण ने तीसरा, और रुचा पवाशे ने चौथा रैंक हासिल किया। 

इसी के साथ डॉक्टर बनने का सपना लिए कई छात्रों ने इन परीक्षा को पास किया, लेकिन इनमें गुजरात का एक ऐसा 52 वर्षीय छात्र ऐसा भी है, जो अलग ही योजना बना रहा है। खबर है उन्होंने केवल छात्रों में आत्मविश्वास जगाने और खुद पर भरोसा दिलाने के लिए NEET की परीक्षा पास की। जिसके बाद पूरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और अब लोग इस इस 52 वर्षीय छात्र की तारीफ करते नहीं थक रहे है। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

52 साल में NEET क्लियर किया!


आपको बता दे, नीट (NEET Exame) पास करने वाले छात्रों में से ही एक छात्र हैं, गुजरात के प्रदीप कुमार सिंह (Pradeep Kumar Singh). तमाम छात्रों से बेहद अलग है प्रदीप की कहानी क्योंकि उन्होंने ये मकाम 52 की उम्र में हासिल किया है। प्रदीप कुमार सिंह अहमदाबाद के बोडकदेव इलाके में रहते हैं और पेशे से कारोबारी हैं। बुधवार को जारी हुए नतीजों के अनुसार, उन्होंने 702 में से 607 अंक हासिल किए हैं। 

गरीब छात्रों को पढ़ाने के लिए पास किया नीट!

अब किसी को भी सिंह के बारे में पता चलेगा तो उसे यही लगेगा की सफ़ेद कोट पहनने और गले में स्टेथोस्कोप लटकाने के लिए इस शख़्स ने इस उम्र में नीट परीक्षा दी है, लेकिन प्रदीप कुमार सिंह की कहानी ज़रा हटके है।  The Times of India के लेख के अनुसार, प्रदीप किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेना नहीं चाहते, बल्कि इससे उलट वह बाहर रहकर गरीब बच्चों को मुफ्त कोचिंग देकर डॉक्टर बनते देखना चाहते हैं।



 
नीट पास करने के पीछे उनका बरसों पुराना सपना है। प्रदीप ने बताया, '52 की उम्र में मैंने 98.98 परसेंटाइल हासिल किया। मेडिकल कॉलेज जॉइन करने की कोई मंशा नहीं है, मैं गरीब छात्रों के लिए फ़्री नीट कोचिंग शुरू करना चाहता हूं।'

अर्थशास्त्र से किया था ग्रैजुएशन!

हमेशा पढ़ने में उत्सुक रहे हैं। साल 1987 में उन्होंने 12 कक्षा में 71 फीसदी हासिल किए थे। बाद में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर्स डिग्री हासिल की और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर्स इन बिजनेस इकोनॉमिक्स पूरी की। इससे बाद प्रदीप ने कई बिज़नेस जर्नल्स के लिए काम किया और इसके बाद बिज़नेस टू बिज़नेस प्लेटफ़ॉर्म्स के लिए काम करने लगे। 

pradeep singh neet
Image Source: The Times of India

प्रदीप के बेटे बिजिन स्नेहांश भी तृतीय वर्ष में एमबीबीबीएस छात्र हैं। वह अपने पिता के इस मिशन में पूरा समर्थन दे रहे हैं। 2019 में स्नेहांश ने नीट 595 अंक के साथ पास किया। जब स्नेहांश परीक्षा की तैयारी कर रहा था तब सिंह को पता चला कि कोचिंग संस्थाएं बहुत फ़ीस लेती हैं। तब पिता और बेटे ने मिलकर गरीब छात्रों के लिए कुछ करने का निर्णय लिया। 

pradeep singh

प्रदीप कहते हैं, 'जब मेरे बेटे ने नीट की तैयारी करने की शुरुआत की, तो मुझे एहसास हुआ कि कोचिंग इंस्टीट्यूट्स मोटी फीस लेते हैं और यह गरीब उम्मीदवारों की पहुंच से बाहर है।' उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा बायो में अच्छा है और मेरी फिजिक्स और केमिस्ट्री अच्छी है। हमने इन विषयों को मुफ्त में पढ़ाने का फैसला किाय। फिलहाल, हम कुछ छात्रों को पढ़ाते हैं, जिनके माता-पिता मनरेगा में काम करते हैं।'