राजस्थान: सरकारी स्कूल में महिला टीचर पर विवादित किताब बांटने का आरोप, पहुंची जेल!

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक सरकारी स्कूल में हिंदू धर्म को लेकर विवादित किताबें बांटने से बवाल मच गया है। जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रूपपुर में छात्रों को एक महिला शिक्षिका ने 'धर्म विरोधी' किताबें बांटीं। मामले की जानकारी जब वहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के पैरेंट्स को हुई तो वे स्कूल पहुंचे और वहां ताला जड़ दिया।
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने टीचर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और एफआईआर दर्ज करवा दी। गांव वाले लागातर आरोपी शिक्षिका निर्मला कामड़ की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
महिला टीचर हुई गिरफ्तार
आरोपी महिला टीचर रूपपुरा स्थित राजकीय सीनियर हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाती थीं। आरोपी महिला टीचर का नाम निर्मला कामड़ है. उस पर स्कूल के छात्रों को धर्म विरोधी किताब बांटने का आरोप है। फ़िलहाल आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। निर्मला कामड़ के मामले में कई संगठन लगातार प्रशासन को ज्ञापन दे रहे थे।
धर्म विरोधी थी किताब
जानकारी के मुताबिक, स्कूल में करीब पांच दिन पहले शिक्षिका निर्मला कामड़ ने कथित तौर पर धर्म विरोधी किताब बांटी थीं। 'हिंदुइज्म' नाम की इस किताब में काफी आपत्तिजनक बातें लिखी हुई थीं। इस किताब के कवर पेज पर भी जवाहरलाल नेहरू को उद्धृत करते हुए लिखा था:-
'दुनिया में हिंदू से ज्यादा संकीर्ण कोई नहीं है।' इतना ही नहीं, हिंदुइज्म 'धर्म या कलंक?' जैसे सवाल भी इस किताब में उठाए गए थे।'
आसींद थाना अधिकारी पुलिस इंस्पेक्टर हरीश सांखला ने बताया कि, टीचर निर्मला कामड़ के खिलाफ ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने ग्रामवासियों की एफआईआर पर महिला टीचर पर लगे आरोपों की जांच करने के बाद उसे शनिवार को गिरफ्तार कर आसींद के कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट ने भेजा महिला को जेल
जहां से कोर्ट ने उसके जमानत प्रार्थना पत्र को खारिज करते हुए जेल भेजने के आदेश दिए। वंही मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मा राम चौधरी ने शिक्षिका को एपीओ करने का आदेश देने के साथ ही मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया। महिला शिक्षिका को अब मांडल ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से अटैच कर दिया गया है।
आपको बता दे, 2 मार्च को रूपपुरा स्कूल में ग्रामीणों ने महिला टीचर पर छात्रों को धर्म विरोधी किताब बांटने के मामले में स्कूल पर ताला लगाकर प्रदर्शन किया था। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने स्कूल पर ताला भी लगा दिया। बवाल बढ़ा तो प्रशासन ने महिला को खंड विकास अधिकारी के कार्यालय से अटैच कर दिया था।