खेत की जुताई में मिला 500-1000 के लाखो रुपयों से भरा बोरा, ग्रामीण नोट लूटकर हुए फरार!

बिहार के पालीगंज में खेत की जुताई के दौरान बोरा भरकर रुपये मिलने का मामला सामने आया है। यंहा जमीन में गाड़ कर रखे गए लाखों रुपए के पुराने प्रतिबंधित 500 एवं 1000 के नोट मिलने की सूचना से गांव में अफरातफरी मच गई। जैसे ही ग्रामीणों को खेत में रुपये मिलने की खबर मिली भीड़ खेत की ओर दौड़ पड़ी, और रूपये लूट कर चलते बने। क्या है पूरा मामला? आइये हम आपको बताते है।
खेत की जुताई में मिले लाखों के पुराने नोट!
जंहा देशभर में मानसून का दौर है, खेती किसानी का काम शुरू हो चुका है। किसान धान की खेती के लिए अपने अपने खेतों को तैयार करने में लगे हैं। खेतों की जुताई चल रही है। ऐसे में पटना के सिगोड़ी थाना के पसौढ़ा गांव निवासी अजय सिंह के खेत में भी जुताई का काम सुरु हुआ। सोमवार को अजय सिंह के खेतों की ट्रैक्टर से जुताई की जा रही थी।

चालक रफ्तार में अभी खेत जोत ही रहा था कि एक बोरा ट्रैक्टर में लगे हल में फंस गया, जिसमे 500-1000 के नोट भरे हुए थे। चालक ने जब ट्रैक्टर में फंसे बोरे को निकालने की कोशिश की तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गया। बोरा फटने के कारण पूरे खेत में 500 और 1000 के पुराने नोट फैल गए।
बिहार में खेत गेंहू-धान ही नही 500 /1000 के नोट भी उगाते है।
— Mukesh singh (@Mukesh_Journo) June 28, 2022
पटना के सिगोरी थाना क्षेत्र के मसोधा गांव में खेत जोताई के दौरान मिले 500 वो 1000 के पुराने नोट खेत से निकलने लगे ग्रामीणों में पैसा लूटने के लिए होड़ सा मच गया ज़ब तक पुलिस पहुंचती सभी नोट ग्रामीणों लेकर भाग गए। pic.twitter.com/gVijDd6N7A
खेत मे नोटों को बिखरा देख चालक की आंखे फटी की फटी रह गई। उसने ट्रैक्टर को रोक दिया और भागकर गांव में गया और घटना की जानकारी खेत मालिक और ग्रामीणों को दी। बस फिर क्या था खेत में रुपयों से भरा बोरा होने की खबर मिलते ही हुजूम उमड़ पड़ा। देखते ही देखते लोग एक-एक नोट को ले उड़े।
पुराने लाखों रुपए लूटकर ग्रामीण हुए रफूचक्कर!
आपको बता दे, खेत में मिले 500-1000 के नोट पुराने नोट थे, जिसे मोदी सरकार कई साल पहले ही बंद कर चुकी है। वंही जैसे ही नोटा का बोरा खेत में मिलने की सुचना ग्रामीणों को मिली तो खेत में बिखरे रुपये चुनने की होड़ मच गई। होड़ भी ऐसी की किसी ने यह तक नहीं देखा कि रुपए नोटबन्दी के पहले वाले हैं या बाद के। देखते ही देखते एक-एक नोट गायब हो गया। बचे तो सिर्फ फटे हुए कुछ नोट।

चालक के अनुसार, जिसको जितना मिला व ले गया। उधर ग्रामीणों ने चालक की 'ग्रामीणों द्वारा पैसा लूटने' की बात को निराधार बताया और कहा कि खेत के एक कोने में बोरा भर 500 और हजार के नोट जरूर मिले हैं लेकिन कुछ को छोड़ अधिकतर रुपए चालक ने ही छिपा दिया है।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही सारे नोट गायब!
इधर ग्रामीण खेत से रूपये लूटकर फरार हुए तो किसी ने इसकी सुचना पुलिस को दी। खेत में नोटों से भरा बैग मिलने की सुचना पर आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची जरूर लेकिन उसके हाँथ नहीं लगा कुछ। क्यूंकि तबतक ग्रामीण सारे नोट लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस के आने तक एक भी रुपया खेत में नहीं बचा सिवाय फटे पुराने बोरे के।
ग्रामीणों की माने तो बोरा में भरा रुपया लाखो में था। इस बावत पूछने पर सिगोड़ी थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने खेत में रुपए मिलने की बात को स्वीकार करते हुए बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इतनी बड़ी मात्रा में पुराने नोट किसने जमीन के अंदर छिपाकर रखे थे। फ़िलहाल पुलिस लूटे गए पुराने नोटों की बरामदगी के लिए छापेमारी में जुटी है।