NSA अजीत डोभाल की सुरक्षा चूक पर एक्शन, 3 कमांडो बर्खास्त... जानें पूरा मामला!

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में CISF के 3 कमांडो को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। ये कमांडो उस वक्त डोभाल की सुरक्षा में लगे थे, जब फरवरी में एक गाड़ी उनके घर के गेट तक पहुंच गई थी। वंही इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दे, मामला फरवरी 2022 का है, जब एक संदिग्ध शख्स कार लेकर डोभाल के दिल्ली स्थित सरकारी आवास में घुसने की कोशिश कर रहा था। आरोपी 16 फरवरी को सुबह करीब 7 बजकर 45 मिनट पर रेड कलर की SUV लेकर पहुंचा था। उसमें मौजूद शख्स ने पहले रेकी किया होगा। इसलिए करीब 7 बजकर 32 मिनट पर वह गलत साइड से गाड़ी लेकर आया और NSA के घर के गेट पर टकरा दी।

आपको बता दे, इस दौरान गेट पर 3 कमांडो गेट पर मौजूद थे, लेकिन उनकी तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया। हालांकि मौके पर मौजूद अन्य सुरक्षाकर्मियों ने संदिघ्द युबक को गिरफ्तार कर लिया था। पकड़े जाने के बाद उसने कहा कि उसकी बॉडी में चिप लगी है और रिमोट से चलाया जा रहा है। जांच में उसकी बॉडी में कोई चिप नहीं मिली।
तीन कमांडो बर्खास्त, DIG और कमांडेंट का ट्रांसफर!
आपको बता दे, डोभाल के घर के बहार हुई इसी सुरक्षा चूक को लेकर CISF के 3 कमांडो को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा DIG और कमांडेंट रैंक के दो अफसरों का ट्रांसफर कर दिया गया है। CISF की जांच रिपोर्ट कई खुलासे हुए हैं, ये जांच रिपोर्ट करीब 100 पेज की है।
NSA अजीत डोभाल की सुरक्षा में लगे 3 कमांडो को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. फरवरी के महीने में NSA डोभाल के घर में घुसपैठ की एक कोशिश की गई, जिसे उनकी सुरक्षा में चूक माना गया. इसी के मद्देनजर ये कार्रवाई हुई है.
— AajTak (@aajtak) August 17, 2022
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केन्द्रीय गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीआईएसएफ को उस समय ये प्रीज्यूम करना था कि ये फिदायीन टाइप हमला था। CISF के जवानों को फायर खोलना चाहिए था पर ऐसा नहीं हुआ। इसलिए सुरक्षा में तैनात जवानों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सीआईएसएफ द्वारा की गई जांच में विभिन्न आरोपों में पांच अधिकारियों को दोषी पाए जाने और उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश किये जाने के बाद यह दंडात्मक कार्रवाई की गई है।

अधिकारियों ने बताया कि एसएसजी के तीन कमांडो को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया, जबकि इस सुरक्षा इकाई का नेतृत्व कर रहे उप महानिरीक्षक (डीआईजी) और उनके पद के ठीक नीचे के कमांडेंट रैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी का तबादला कर दिया गया है।
सबसे सुरक्षित इलाके में रहते है डोभाल!
आपको बता दे, अजित डोभाल दिल्ली के सबसे सुरक्षित इलाके लुटियंस जोन के 5 जनपथ बंगले में रहते हैं। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल यहीं रहते थे। डोभाल के बंगले के पास ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बंगला भी है।

अजीत डोभाल को Z+ कैटेगिरी की सुरक्षा मिली है, उनके चारों तरफ कड़ा सुरक्षा पहरा होता है। इसमें 58 कमांडों शामिल होते हैं, इसमें 10 आर्म्ड स्टैटिक गॉर्ड, 6 PSO, 24 जवान, 5 वाचर्स (दो शिफ्ट में) शामिल होते हैं। इस तरह की सुरक्षा देश में कुछ चुनिंदा लोगो को ही मुहैया कराई जाती है।
पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक के मास्टर माइंड डोभाल!
2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार के कहने पर डोभाल ने ही पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक प्लान की थी। जिसके बाद 26 फरवरी 2019 को इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन्स ने LoC क्रॉस कर बालाकोट में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था।

डोभाल के बारे में यह भी मशहूर है कि वे करीब 7 साल तक पाकिस्तान में जासूस बनकर रहे थे। इसके अलावा ऑपरेशन ब्लू स्टार और ब्लू थंडर में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। इसके अतिरिक्त बात करे तो मिस्टर डोभाल इस बक्त देश के सबसे बड़े सुरक्षा अधिकारी के ओहदे पर विराजमान है। उनके कंधो पर राष्ट्र की सुरक्षा का जिम्मा है, इसलिए उनकी सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक बहुत बड़ी बात मानी जायेगी।