जल संकट का वीडियो आया सामने: परिवार की प्यास बुझाने के लिए... कुएं में उतरने को मजबूर हुई महिलाएं!

चिलचिलाती धूप के रूप में बरसती आसमानी आफत से जहां लोग परेशान हैं, वहीं पानी की किल्लत एक अलग मुसीबत है। गर्मियों की शुरुआत होते ही देश के अलग-अलग हिस्सों से पानी की किल्लत की तस्वीरें आनी शुरू हो गई हैं। देश के कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां लोगों को पीने के पानी के लिए मीलों दूर जाना पड़ता है। इस परेशानी से देश का समृद्ध राज्य महाराष्ट्र भी अछूता नहीं है।
यहां नासिक शहर के रोहीले गांव में लोग पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। आलम यंहा तक पहुँच गया कि पानी की कमी को पूरा करने के लिए महिलाएं कुएं की गहराई तक जा रहीं हैं। ताकि बह पानी लाकर अपना व अपने परिवार की प्यास बुझा सके। इसका वीडियो भी सामने आया है।
कुएं से पानी भरने को मजबूर महिलाएं!
रोहीले गांव से जुडा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसे न्यूज़ एजेंसी ANI द्वारा शेयर किया गया है। जिसमें दिख रहा है महिलाएं सीढ़ी और रस्सी के सहारे में कुएं में उतरकर पानी निकाल रही हैं। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ महिलाएं कुएं के किनारे इक्ट्ठा है, जबकि कुछ सीढ़ी और रस्सी के सहारे कुएं में उतरी हुई हैं।
#WATCH महाराष्ट्र: नासिक के रोहीले गांव में पानी की कमी से लोग परेशान हैं। पानी की कमी को पूरा करने के लिए महिलाएं कुएं की गहराई तक जा रहीं हैं। pic.twitter.com/GBQqKlZOqS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 15, 2022
एक महिला पानी कुएं से निकालती है और दूसरी महिला इसे ऊपर की ओर धकेलती है। इसके बाद कुएं के बाहर खड़ी महिलाएं पानी निकालकर अपने अपने बर्तनों में भरती हैं। सभी महिलाएं बस किसी तरह अपने बर्तनों को पानी से भरने की जुगत में दिख रही हैं। कुएं के बाहर मटकों और बर्तनों का ढेर लगा है।
गांव में पानी की कमी
यहां गांव के निवासियों का कहना है कि हमारे गांव में पानी की कमी है। हमें बेहद परेशानी होती है। इसी गांव की छात्रा प्रिया ने बताया कि:-
" हमारे गांव में पानी की कमी है। हमें बहुत परेशानी होती है। कई बार तो मुझे अपनी पढ़ाई छोड़कर पानी लाने के लिए जाना पड़ता है। एक दिन मैं पानी लाने के लिए गई हुई थीं, उस दिन मेरी परीक्षा भी थी, जिसके बाद मैं परीक्षा में लेट हो गई थीं।"
Water situation in Nashik is better than last year. We get demand from Collector's office & decide on the quantity of water for distribution for drinking purposes & other activities. Till next June there won't be any water shortage: Alka Ahirrao, Supt Engineer, Irrigation dept pic.twitter.com/iXhYRIii5y
— ANI (@ANI) April 15, 2022
बीते दिनों भूजल सर्वेक्षण और विकास एजेंसी ने सर्वेक्षण किया था। जिसमें पता चला कि पुणे, नासिक, धुले, जलगांव, नंदुरबार और अमरावती जिलों के 213 गांवों को पेयजल की कमी का सामना करना पड़ेगा। पिछले साल मानसून में कम वर्षा हुई थी।
पहले भी सामने आई ऐसी घटनाएं!
यह पहला मौका नहीं है जब जल संकट से जुड़ी इस तरह की फोटोज सामने आई हो। सरकारी रिपोर्ट की माने तो देशभर में पानी का जलस्तर नीचे गिरा है। जंहा पहले 100-200 फुट खुदाई करने पर पानी निकल जाता था, वंही भारत के कई राज्यों में 400-500 फुट पर भी पानी नहीं मिलता। पानी की किल्लत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि करोडो लोगो को पीने के लिए साफ़ पानी नसीब नहीं होता है।
हमारे गांव में पानी की कमी है। हमें बहुत परेशानी होती है। कई बार तो मुझे अपनी पढ़ाई छोड़कर पानी लाने के लिए जाना पड़ता है। एक दिन मैं पानी लाने के लिए गई हुई थीं, उस दिन मेरी परीक्षा भी थी, जिसके बाद मैं परीक्षा में लेट हो गई थीं: प्रिया, रोहिले गांव, नासिक, महाराष्ट्र pic.twitter.com/9nvt5DvDD2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 15, 2022
बात करे उत्तर भारत समेत राजस्थान की तो यंहा स्थिति और भी ज्यादा नाजुक है। राजस्थान में तो आज भी महिलाओ को साफ़ पानी के लिए सैकड़ो मील दूर तक गर्म रेट पर चलकर आना-जाना पड़ता है। तब जाकर उनके परिवार के लिए पानी नसीब हो पाता है। तो आज से प्राण लीजिये कि पानी को ब्यर्थ ना फैलाएं, जितना जरूरत हो उतना पानी इस्तेमाल करे। बरना ध्यान रखे आने बाली पीढ़ियां साफ़ पानी को तरस जाएंगी।