पहली बार सुनिए ब्लैक होल साउंड, Nasa ने ऑडियो रिलीज कर सुनाई आबाज!

कभी आपने सोचा है कि अंतरिक्ष का शैतान कहा जाने वाला ब्लैक होल कैसी आवाज़ करता होगा? आप सीधे कहेंगे कि बेवकूफ हो क्या, अंतरिक्ष में ज्यादातर हिस्सा वैक्यूम है तो वहां आवाज़ कहां से निकलेगी? लेकिन ऐसा नहीं है... जी हां दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी नासा ने ब्लैक होल की आवाज का वीडियो जारी करके बता दिया है कि ब्लैक होल गूंगा नहीं होता। क्या है पूरा माजरा? चलिए हम आपको बताते है।
नासा ने जारी किया ब्लैक होल आवाज का वीडियो!
हमारा अंतरिक्ष कई रहस्यों से भरा हुआ है, इसी में शामिल होता है ब्लैक होल। दरअसल, अंतरिक्ष के खाली होने के कारण वहां कोई आवाज सुनाई नहीं देती है। खाली अंतरिक्ष में ध्वनि की तरंगे आगे नहीं बढ़ पाता हैं। हालांकि कई जगहों पर अंतरिक्ष में गैसे हैं जिनके आपस में टकराने पर घर्षण से आवाज़ निकलती है। जो बेहद डरावनी और विचित्र होती है।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में पर्सियस आकाशगंगा समूह के केंद्र में एक विशाल ब्लैक होल की धवनि को खोजा है और इसकी आवाज को जारी किया है। 250 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर इस क्लस्टर में गैस और प्लाज्मा के जरिए बढ़नेवाली वास्तविक धवनि तरंगों को खोजा गया है।
नासा ने बताया कि यह ब्लैक होल पर्सियस गैलेक्सी क्लस्टर (Perseus Galaxy Cluster) में मौजूद है। यह गैलेक्सी अपने आप में 1.1 करोड़ प्रकाश वर्ष चौड़ा है, और इसमें गर्म गैसों के कई समूह हैं। यह गैलेक्सी अपने आप में गैसों का बड़ा बादल है। नासा ने अपने ट्वीट में लिखा:-
The misconception that there is no sound in space originates because most space is a ~vacuum, providing no way for sound waves to travel. A galaxy cluster has so much gas that we've picked up actual sound. Here it's amplified, and mixed with other data, to hear a black hole! pic.twitter.com/RobcZs7F9e
— NASA Exoplanets (@NASAExoplanets) August 21, 2022
"यह धारणा गलत है कि अंतरिक्ष में कोई ध्वनि नहीं है, क्योंकि आकाशगंगा खाली है, जिससे धवनि तरंगों को यात्रा करने का कोई रास्ता नहीं मिलता है। एक ग्लैक्सी क्लस्टर में इतनी गैस है कि हमने वास्तविक ध्वनि को पकड़ लिया है। यहां एक ब्लैहोल की एम्पलीफाइड और अन्य डेटा के साथ मिक्स करके बनाई गई धवनि है। यह आवाज की कंपन है।"
आप इस समय ब्लैक होल की जो आवाज़ सुन रहे हैं, वो उसकी असली फ्रिक्वेंसी से 1440 लाख करोड़ से 2880 लाख करोड़ गुना ज्यादा फ्रिक्वेंसी में सुन रहे हैं। तो सोचिए इस आवाज़ को आप तक पहुंचाने के लिए वैज्ञानिकों को कितनी मेहनत करनी पड़ी होगी।
IPS ने लिखा- इसे 'ओम' कहते हैं!
इस क्लिप को NASA (नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस) की एक टीम ने ट्विटर पर 22 अगस्त को साझा किया था। अब इसी ट्वीट को शेयर करते हुए IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी संदीप मित्तल ने ट्विटर पर लिखा कि इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ॐ का नाम दिया है।

नासा के ट्वीट को साझा करते हुए IPS अधिकारी ने लिखा- इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ऊँ का नाम दिया है। ब्रह्माण्ड का आदि और अंत सब ॐ है। इसके नाद में प्रलय को आमंत्रित करने की क्षमता है एवं ब्रह्माण्ड की किसी भी अन्य वस्तु, प्राणी, ग्रह, आदि से अधिक प्रभावशाली है। हम कहें तो अंधविश्वास, @NASA कहे तो विज्ञान।

आपको बता दे, IPS का ट्वीट चर्चा में आ गया है, जिस पर यूजर्स मिली जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जहां कई यूजर्स ने कहा कि सर, आप एकदम ठीक बोल रहे हैं, वहीं कुछ ने लिखा कि अधिकारी की बात का खंडन किया।