शौर्यगाथा: घर पर चल रही थी शादी की बात, लांस नायक ने कश्मीर में पहन लिया शहादत का सेहरा!

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Lance Naik Jasbir Singh

पंजाब के तरनतारन जिले के गांव वेईपुई निवासी लांस नायक जसवीर सिंह ने आतंकियों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। इस दौरान जसबीर सिंह ने बहादुरी का जो जौहर दिखाया, उसी की वजह से उन्हें शौर्य चक्र दिया गया है।जी हां भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र पाने वाले 8 जवानों में पंजाब का शहीद लांस नायक जसबीर सिंह का भी नाम शामिल है। 

आपको बता दे, जसबीर सिंह जब शहीद हुए थे उस बक्त उनके घर पर उनकी शादी की बातचीत चल रही थी लेकिन उससे पहले ही उन्होंने शहादत का सेहरा पहन लिया। लेकिन शहादत से पहले जाबांजी का ऐसा परचम लहराया कि दुश्मनो के दांत खट्टे कर दिए। तो आइये जानते है भारत माँ के इस वीर सपूत की कहानी। 

2014 में हुए आर्मी भर्ती!

विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव वेईपुई निवासी किसान गुरभेज सिंह के बड़े बेटे जसवीर सिंह का 25 फरवरी 1995 को जन्म हुआ था। वह अपने परिवार के बड़े बेटे थे। किसान का बेटा होने के कारण जसबीर सिंह बचपन से मेहनती थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव से ही पूरी हुई और हाई स्कूल पास करके सेना भर्ती का सपना देखने लग गए। 

shaheed jasveer singh
Image Source: Bhaskar

अनततः मेहनत रंग लाइ और 28 दिसंबर, 2014 को सेना की आर्टिलरी कोर में भर्ती हो गए। बेसिक ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उनको 39 फील्ड रजिमेंट में बतौर गनर शामिल किया गया। फिर 2020 में लांस नायक जसबीर सिंह को 19 RR में तैनात किया गया। और इसी दौरान 29 दिसंबर 2021 को जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए।

घर पर चल रही थी शादी की बात!

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों से लोहा लेते बक्त  गनर जसबीर सिंह घायल हो गए थे। परिवार को आज भी याद है कि उन्हें सुबह फोन आया और जसबीर के घायल होने का पता चला। सभी घर पर चिंतित थे। फिर दो घंटे बाद खबर मिली कि वह वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं। इसके बाद तो लांस नायक जसवीर सिंह के पिता गुरभेज सिंह, मां सुखविंदर कौर और भाई रणजीत सिंह का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। 


और जब लांस नायक जसवीर सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गान पहुंचा तो बेटे कस हाव देख मां सुखविंदर कौर बेहोश हो रही थीं। वह हर किसी से पूछ रही थीं कि मेरा जस्सा कित्थे चला गेया.. यह सुनते ही गुरभेज सिंह ने कहा, तूहीं तां केहा सी कि सेना दी नौकरी करके देश दी सेवा करनी ऐ। पर ऐह नईं सी पता कि जस्सा बहादुरी नाल आतंकवादियां नाल लोहा लैंदेयां शहीद हो जावेगा।


लांस नायक गनर जसबीर सिंह के पिता गुरभेज सिंह बताते हैं कि उसके शहीद होने के दो सप्ताह पहले ही वह घर आया था। सभी रिश्तेदारों से मिला। वह बड़ा हो चुका था तो सभी उसकी शादी की बात कर रहे थे। लेकिन किसी को यह नहीं पता था कि इस बार वह गया तो वापस ही नहीं लौटेगा। वे लाडले के सिर सेहरा देखना चाहते थे लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था।

छोटा भाई संभाल रहा परिवार की जिम्मेदारी!

 


आपको बता दे, शहीद जसबीर अपने परिवार में सबसे बड़े बेटे थे, उनकी शहादत के बाद परिवार बिखर गया... क्यूंकि परिवार की जिम्मेदारी जशवीर के कंधो पर थी। और अब उसके माता-पिता के अलावा छोटा भाई रणजीत सिंह है। एक बहन राजविंदर कौर की शादी हो चुकी है। अब छोटा भाई रणजीत ही पिता गुरभेज सिंह और मां सुखविंदर कौर का सहारा है।