गुजरात की लड़की खुद से करने जा रही शादी, जानिए इस पर कानून क्या कहता है?

गुजरात से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। ये भारत में अपने आप का पहला मामला हो सकता है, जिसमें एक लड़की की शादी होने जा रही है, लेकिन उसमें कोई दूल्हा ही शामिल नहीं होता दिखेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ये लड़की खुद से ही शादी करने जा रही है। जी हां, आपने बिलकुल सही पढ़ा... ना दूल्हा होगा, ना सुसराल बाले। होगी तो सिर्फ खुद से शादी। क्या है ये दिलचस्प मामला? आइये हम आपको बताते है।
लड़की खुद से शादी कर रही है!
11 जून को वडोदरा में एक शादी है। इस शादी में दुल्हन होगी, सजावट होगी, शादी का मंडप होगा, खाना होगा और मेहमान भी होंगे लेकिन दूल्हा और बारात नहीं होंगे। क्यों इसमें एक लड़की खुद से ही शादी कर रही है। इसके लिए लहंगा से लेकर पार्लर और ज्वेलरी तक सब बुक हो चुका है।

दरअसल, दुल्हन का नाम क्षमा बिंदू है। क्षमा सोशियोलॉजी में ग्रेजुएट हैं और एक प्राइवेट कंपनी में सीनियर रिक्रूटमेंट ऑफिसर हैं। उनके मम्मी-पापा दोनों इंजीनियर हैं। पापा साउथ अफ्रीका में रहते हैं और मां अहमदाबाद में।
वीडियो कॉल से ही शादी अटेंड करेंगे घरबाले!
शादी को लेकर लड़कियों के अलग अलग सपने होते हैं, लेकन क्षमा के सपने सबसे अलग व जुदा है। ऐसा इसलिए, क्यूंकि छमा किसी दूल्हे संग नहीं बल्कि खुद से शादी करने जा रही हैं। क्षमा को अपने घरवालों को मनाने में थोड़ी मेहनत लगी लेकिन वो मान गए। हालांकि, वो वीडियो कॉल से ही शादी अटेंड करेंगे।
अकेले ही हनीमून पर जाएंगी क्षमा!

खास बात ये है कि क्षमा फेरे लेने तक सभी रीति रिवाजों के साथ शादी करेंगी। यहां तक कि वे सिंदूर तक लगाएंगी। शादी में क्षमा अकेले ही फेरे लेंगी, खुद से ही मंगलसूत्र पहनेंगी। इतना ही नहीं क्षमा हनीमून के लिए भी अकेले ही जाएँगी। जिसके लिए बह गोवा प्लान कर रही है।
क्यों किया खुद से शादी करने का फैसला?
मीडिया से बातचीत में क्षमा का कहना है कि वह कभी शादी नहीं करना चाहती हैं, लेकिन दुल्हन बनने का मन था। इसलिए खुद से ही शादी रचाने का फैसला कर लिया। खुद से शादी करने का मतलब है कि आप खुद के प्रति कमिटेड हैं और खुद से प्यार करते हैं। ये एक तरीका है खुद को एक्सेप्ट करने का। लोग उनसे शादी करते हैं जिनसे वो प्यार करते हैं और इसीलिए मैं ये शादी कर रही हूं।

छमा के मुताबिक खुद से शादी करने से पहले, उन्होंने ऑनलाइन सर्च किया कि क्या किसी देश की महिला खुद से शादी की है। लेकिन उन्हें कोई नहीं मिला। उनका कहना है कि इस तरह संभवत: वह पहली लड़की हैं, जो खुद से शादी करेंगी।
भारत में अनोखा लेकिन दुनिया में कॉमन!
वैसे आपको क्षमा के इस कदम ने काफी हैरान किया होगा, लेकिन सच तो ये है कि ऐसा करने वाली वो अकेली नहीं हैं। बल्कि दुनियाभर में ऐसे लोगों की भरमार हैं, जिन्होंने किसी और के साथ जिंदगीभर साथ निभाने का कमिटमेंट करने की जगह खुद को ही अपना पार्टनर बना लिया और अपने आप से ही शादी कर ली।

इस तरह के रिश्तों को सोलोगैमी कहा जाता है। ये टर्म कोई नया नहीं है, बस गुजरात की क्षमा के कारण अब ये ज्यादा हाइलाइट होता दिख रहा है। ये एक तरह की ऐसी शादी होती है, जिसमें विवाह से जुड़े सारे रिवाज निभाए जाते हैं। बस इसमें अंतर ये रहता है कि व्यक्ति किसी और की जगह खुद से शादी करता है। यही वजह है कि इसे सरल भाषा में सेल्फ-मैरिज भी बोला जाता है।
भारतीय कानून इस तरह की शादी की इजाज़त देता है?
अब जान लेते हैं कि क्या भारतीय कानून इस तरह की शादी की इजाज़त देता है? और इस तरह की शादी पर हिंदू मैरिज एक्ट क्या कहता है? आपको बता दे:-
"हिंदू मैरिज एक्ट के अनुसार शादी के लिए स्त्री और पुरुष दोनों का होना अनिवार्य है। जिसमे लड़की दुल्हन और लड़का दुल्हन कहलाता है। दोनों में से किसी एक के न होने पर शादी मान्य नहीं होती है।"

यानी फिलहाल भारत में शादी के किसी भी कानून में खुद से शादी करने का प्रावधान नहीं है। भारत का कानून अभी ये अलाऊ नहीं करता है कि कोई व्यक्ति खुद से शादी कर ले या फिर पति या पत्नी की जगह अपना ही नाम डाल दे। इतना ही नहीं अभी हमारा कानून समलैंगिक शादी की इजाज़त भी नहीं देता है। जिसमे भी दो सख्स होते है। लेकिन यंहा तो सिर्फ एक ही है।