एक हाँथ में रिक्शे का हैंडल, तो दूसरे में मासूम बच्चा, मजबूर पिता का रिक्शा चलाते वीडियो वायरल!

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riksha chalak rajesh

कहते हैं अपने बच्चे के लिए मां का प्यार कभी कम नहीं होता। पिता का दिल पत्थर का हो सकता है, लेकिन जन्म देने वाली मां अपने बच्चे को छोड़कर नहीं जा सकती। मध्य प्रदेश के जबलपुर में इन दिनों इसका उल्टा नजारा देखने को मिला। यंहा से एक ममतामई तस्वीर सामने आई, जिसमे एक पिता अपने बच्चे को कंधे से चिपकाकर रिक्सा खींचते नजर आया, जिसका वीडियो सोशल मीडया पर वायरल हो गया। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

मासूम बेटे कंधे पर बैठाकर रिक्शा चलाता मजबूर पिता!

भास्कर की रिपोर्ट अनुसार, मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर के जबलपुर से सामने आया है। यंहा इन दिनों एक रिक्शा चालक का वीडियो वायरल हो रहा है। ये रिक्शा चालक एक हाथ से दुधमुंहे बेटे को संभालता है तो दूसरे हाथ से रिक्शा। हाथ रिक्शा चालक का कहना है कि पेट पालने के लिए मजबूरी है ऐसा करना। बच्चा भी छोटा है तो कैसे अकेला छोड़ सकते हैं। 

riksa chalak rajesh
Image Source: Amar Ujala

वायरल वीडियो में युवक जिला अस्पताल के नजदीक रिक्शा चलाते हुए गुजर रहा था। जिसके कंधे में बिना कपड़े के मासूम गोद में था। वीडियो सोशल मीडिया में जैसे ही वायरल हुई वैसे ही रिक्शा चालक की तारीफ शुरू हो गई। 

बच्चो को छोड़कर पत्नी चली गई!

यह कहानी जबलपुर में रहने वाले राजेश मालदार की है। मूलत: बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले राजेश के दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी तीन साल की है और छोटा बेटा एक साल का। एक महीने पहले उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ भाग गई। तब से राजेश अपने बच्चे को गोद में थामे रिक्शा चलाता है। वह जिधर से भी गुजरता है, उसे देखकर लोगों की आंखों में आंसू आ जाते हैं।


दरअसल रिक्शा चालक राजेश की शादी करीब 10 साल पहले हुई थी। शादी के बाद उसे उम्मीद थी कि उसकी जिंदगी एक बार नए अंदाज में करवट लेगी। हुआ यूं ही राजेश को एक बेटी और बेटे की प्राप्ति हुई। वह स्टेशन के पास ही झोपड़ी बनाकर रहने लगा। वह रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करने लगा। 


लेकिन कुछ ही समय बाद बेटी और बेटे को छोड़कर दोनों की मां किसी अन्य व्यक्ति के साथ भाग गई। जिसके बाद राजेश हताश रहने लगा। और राजेश के दो बच्चे बेटे और बेटी की जिम्मेदारी राजेश के कंधो पर आ गई थी। जिसके बाद राजेश ने मदद की गुहार भी प्रशासन से लगाई, लेकिन मदद नहीं मिली। 

बच्चों की परवरिश के लिए करता मेहनत!

जबलपुर के रिक्शा चालक राजेश रोज शहर की सड़कों पर बच्चे को गोद में लेकर रिक्शा चलाते नजर आ जाएंगे। कभी कंधे पर बैठाकर रिक्शा खींचते हैं तो बच्चे को सवारियां नहीं मिलने पर रिक्शा में ही सुला देते हैं। उनका कहना है कि गरीबी इतनी है कि एक दिन भी रिक्शा न चलाएं तो पेट भरना मुश्किल हो जाए। 


राजेश के पास रिक्शा चलाने या मजदूरी करने के अलावा कमाई का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। तीन साल की बेटी को वह अपनी मुंहबोली सास के पास छोड़कर रिक्शा चलाने निकलता है। इस दौरान एक साल का बेटा उसके साथ होता है। राजेश का कहना है कि उसे बेटे की भूख प्यास का ख्याल रखना पड़ता है। इसलिए वह उसे किसी के पास छोड़कर नहीं जाता। 


कई बार उसे खुद भूखे पेट सोना पड़ता है, लेकिन अपने दोनों बच्चों का पेट भरने में वह कोई कमी नहीं करता। राजेश ने बताया कि उनका एक बेटा और एक बेटी है। मां इन्हें छोड़कर चली गई है। दोनों छोटे हैं, बेटी तीन-चार साल की है तो उसे घर पर छोड़ देते हैं, लेकिन बेटा इतना छोटा है कि उसे घर पर नहीं छोड़ सकते। 

​​​​​​वीडियो वायरल होती ही पहुंची चाइल्ड केयर टीम!

रिक्शा चालक का वीडियो सोशल मीडिया में जैसे ही जमकर वायरल हुआ। बाल कल्याण समिति ने रिक्शा चालक राजेश को ढूंढना शुरू कर दिया। जहां रिक्शा चालक एंपायर टॉकीज के नजदीक मिला। बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ मनीष व्यास के मुताबिक रिक्शा चालक राजेश की स्थिति दयनीय है। 


प्रशासन के द्वारा भी संज्ञान लिया गया है। रिक्शा चालक को शेल्टर की व्यवस्था की जाएगी और बच्चे के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। लेकिन रिक्शा चालक अपने बच्चे को सौंपने को तैयार नहीं हैं। वहीं राजेश मौके से चला गया।