भारत के सबसे उम्रदराज "रॉयल बंगाल टाइगर" राजा का निधन, यूं दी गई अंतिम विदाई!

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royal begal tiger raja

भारत और दुनिया के सबसे बुजुर्ग बाघ (Oldest Tiger of world Dies)राजा की सोमवार को मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, 23 अगस्त को 'राजा' का जन्मदिन मनाया जाना था। इसके लिए वन विभाग ने तैयारी भी कर ली थी,लेकिन उससे पहले सोमवार को सुबह 3 बजे 'राजा' की मौत की खबर आई। क्या है खबर विस्तार? चलिए जानते है। 

रॉयल बंगाल टाइगर 'राजा' का निधन!

raja bangal tiger
Image Source: ANI

भारत के सबसे वृद्ध बाघों में से एक राजा की सोमवार को पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के जलदापारा स्थित खैरीबाड़ी टाइगर एंड लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर में मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि राजा का निधन 26 साल की उम्र में हुआ। राजा बाघ को पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार (Alipurduar) के टाइगर पुनर्वास सेंटर में रखा गया था। अधिकारियों ने बताया कि राजा देश में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले बाघों में से एक था। 

जन्मदिन से पहले हुआ निधन!

रॉयल बंगाल टाइगर राजा की उम्र 26 साल 10 महीने 18 दिन थी और वह 23 अगस्त को अपना 27वां जन्मदिन मनाने वाला था। लेकिन जन्मदिन से 40 दिन पहले उनसे दुनिया को अलविदा कह दिया। वन विभाग ने राजा के अगले जन्मदिन के लिए तैयारी भी कर ली थी। अधिकारियों ने बताया 'राजा' देश के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले बाघों में से एक था।


वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बुढापे के कारण उसने पिछले कुछ दिनों से खाना-पीन बंद कर दिया था। एसकेबी बचाव केंद्र के अनुसार बाघ राजा ने सोमवार को सुबह 3 बजे के करीब दम तोड़ा था। 'राजा' की मौत के बाद एसकेबी रेस्क्यू सेंटर में वन विभाग के अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने उसे श्रद्धांजलि दी।

मगरमच्छ से बचाई गई थी जान!

जलदापाड़ा के डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर दीपक एम ने बताया, कि राजा को अगस्त 2008 में उत्तरी बंगाल के जलदापाड़ा के लेपर्ड रेस्क्टू सेंटर लाया गया था। एक बार मगरमच्छ ने उसे घायल कर दिया। उसके पीछे के पैर में इतनी चोट आई कि वह जीने के लिए तरसने लगा। जिसके बाद राजा को इलाज के लिए रेस्क्यू किया गया था। इसके बाद उसे पश्चिम बंगाल स्थित अलीपुरद्वार के टाइगर पुनर्वासन केंद्र में लाया गया, जहां उसका इलाज किया गया।

पहले बंगाल के सुंदरवन में रहता था राजा!

हिंदुस्तान की रिपोर्ट अनुसार, आम तौर पर एक बाघ 16 साल तक जीता है। वहीं बाघ की अधिकतम आयु 28 से 30 साल होती है। राजा पहले सुंदरबन में रहता था। बता दें कि सुंदरबन डेल्टा दुनिया का सबसे बड़ा मैग्रोव वन है। यह डेल्टा भारत और बांग्लादेश में फैला हुआ है।  

raja bngal tiger
Image Source: ANI

सुंदरबन में करीब 100 बाघ रहते हैं और यहां की नदी में मगरमच्छों की भरमार है। इस इलाके में रहने वाले लोगों के लिए भी बाघ अकसर खतरा बन जाते हैं। आए दिन किसी पर बाघ के हमले की खबर आती ही रहती है। इसके अलावा मगरमच्छ और जहरीले सांपों का भी इस इलाके में आतंक रहता है।


गौरतलब है कि फिलहाल सुंदरवन में 96 बाघ थे, लेकिन 'राजा' की मौत के बाद अब 95 बाघ ही बचे हैं। ये संख्या नवंबर 2019 से जनवरी 2020 के बीच की गई बाघों की गणना पर आधारित है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार सुंदरवन में बाघों के संरक्षण पर खास ध्यान दे रही है। 

राजा को श्रधांजलि के साथ दी गई अंतिम विदाई!

वन विभाग के अधिकारियों ने अंतिम संस्कार से पहले राजा के शव को फूलों के गुलदस्ते और माल्यार्पण से लपेटा। अलीपुरद्वार के जिलाधिकारी सुरेंद्र कुमार मीणा खुद खैरीबाड़ी टाइगर एंड लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की।


मीणा ने संवाददाताओं से कहा, आज मैं वास्तव में बहुत दुखी हूं। नियमों के अनुसार, पहले पोस्टमार्टम किया गया और उसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। पता चला है कि राजा की स्मृति में खैरीबाड़ी टाइगर एंड लेपर्ड रेस्क्यू सेंटर के भीतर स्मारक बनाने की पहल की गई है।