बेटे का शव देने के लिए मांगी 50 हजार रिश्वत, लाचार मां-बाप भीख मांगकर जुटा रहे पैसा!

दुनिया में सबसे बड़ा दुःख जवान बेटे की अर्थी को कंधा देना होता है, ये दुःख सायद ही कोई माँ-बाप भूल पाए। लेकिन बिहार में एक माँ-बाप को अपने बेटे की अर्थी को कंधा देना भी नसीब नहीं हो पा रहा है, क्यूंकि पोस्टमार्टम कर्मी ने कहा कि 50 हज़ार लाओ और बेटे का शव ले जाओ। और अब बेटे का शव ले जाने के लिए मां-बाप को भीख मांगने पर मजबूर कर दिया! क्या है पूरा मामला? आइये हम आपको बताते है।
बेटे के शव के लिए मां-बाप मांग रहे भीख!

बिहार, समस्तीपुर से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक मां-बाप ने आरोप लगाया है कि अस्पताल कर्मी ने उनके बेटे का शव सौंपने के लिए मोटी रकम की मांग की है। रुपए नहीं देने पर पोस्टमार्टम कर्मी ने शव देने से ही इनकार कर दिया। जिसके बाद लाचार माता-पिता बेटे के शव को ले जाने के लिए दर-दर भटक कर भीख मांग रहे हैं, ताकि अस्पताल से अपने बेटे का शव ले जा सकें।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो!
दरअसल, घटना ताजपुर थाना के कस्बे आहार गांव की है जिसका वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स लोगों से भीख मांग रहा है। वो भीख इसलिए मांग रहा है ताकि अपने बेटे का शव ले जा सके।
समस्तीपुर- जवान बेटे का पोस्टमार्टम के लिए माता पिता कर रहा है भिक्षाटन,पोस्टमार्टम कर्मी ने कहा 50 हज़ार लाओ और बेटे का शव ले जाओ।
— Mukesh singh (@Mukesh_Journo) June 8, 2022
यहां जीना भी मुश्किल और मरना भी मुश्किल।#बिहार pic.twitter.com/SZew1K1rwL
जहां दावा किया जा रहा है कि बेटे के शव के लिए अस्पताल कर्मचारी शख्स से 50 हज़ार रुपये की मांग कर रहे हैं। फ़िलहाल, माता-पिता का भीख मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं इस पूरे मामले पर प्रशासन का कुछ और ही कहना है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, घटना ताजपुर थाना क्षेत्र में स्थित कस्बे आहार गांव की है। जंहा महेश ठाकुर अपनी पत्नी और 25 साल के बेटे संजीव के साथ आहार गांव में रहते हैं। संजीव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसी दौरान महेश का बेटा 25 मई से घर से लापता हो गया, जिसके बाद मां-बाप ने उसे हर जगह ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिला।

7 जून को उन्हें जानकारी मिली कि मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में एक अज्ञात युवक के शव को पुलिस ने बरामद किया। जिसके बाद महेश ठाकुर आनन-फानन में मुसरीघरारी थाना पहुंचे, लेकिन तब तलक शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया था। इसके बाद महेश दौड़े-दौड़े सदर अस्पताल पहुँच गए।

अस्पताल में पहले तो पोस्टमार्टमकर्मी ने शव दिखाने में आनाकानी की, लेकिन बाद में काफी गुहार लगाने बाद उन्हें शव दिखा दिया। जिसकी पहचान मां-बाप ने अपने बेटे संजीव ठाकुर के रूप में की। ऐसे में जब महेश ने बेटे के शव की मांग की तब कर्मी ने कथित रूप से 50 हजार रुपए मांगना सुरु कर दिया। जब महेश ने पैसे देने में असमर्थतता जताई तो पोस्टमार्टम कर्मी ने उन्हें शव देने से मना कर दिया। जिसके बाद महेश और उनकी पत्नी ने भीख मांगकर पैसे इकट्ठा करना शुरू कर दिया।
अस्पताल और प्रशाशन का क्या कहना है?

आजतक की खबर अनुसार, इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ. एस.के चौधरी का कहना है कि मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली है। इसको लेकर जांच टीम का गठन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आरोपी पोस्टमॉर्टम कर्मी ने रुपए मांगे होंगे, लेकिन इतनी बड़ी रकम डिमांड नहीं की होगी। हालाँकि फिर भी शव ना देना शर्मनाक घटना है। जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दे, रिश्वत का आरोप पोस्टमॉर्टम कर्मी नागेंद्र मल्लिक के ऊपर लगा है।