ग्रेजुएट चायवाली के स्टाल पर चला बुलडोजर, तो लालू यादव से शिकायत करने पहुंची प्रियंका गुप्ता!

 | 
graduate chaiwali meet lalu yadav for her stall back

राजधानी पटना ही नहीं बल्कि कई शहरों में अपनी पहचान बना चुकी ग्रेजुएट चाय वाली (Graduate Chailwali) यानी प्रियंका की दुकान को पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam) ने हटा दिया। जिसके बाद ग्रेजुएट चायवाली प्रियंका गुप्ता सड़क पर फूट-फूट कर रोने लगी। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

ग्रेजुएट चायवाली का स्टॉल नगर निगम ने उठाया!

बिहार के पटना के बोरिंग रोड पर मशहूर ग्रेजुएट चायवाली का स्टॉल पटना नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने के दौरान इस स्टॉल को हटा दिया। जिसके बाद स्टॉल चलाने वाली प्रियंका गुप्ता फूट-फूटकर रोने लगीं। आपको बता दे, प्रियंका गुप्ता पटना में ग्रेजुएट चायवाली के नाम से चर्चित हैं, और उनकी स्टाल पर भोजपुरी से लेकर साउथ सुपरस्टार तक चाय पी चुके है। 

chai bali

वंही पटना नगर निगम ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए इनके स्टॉल को बोरिंग रोड से हटा दिया। इस कार्यबाही के दौरान प्रियंका नगर निगम के कर्मियों को रोकती रही लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। प्रियंका ने अफसरों के आगे मिन्नतें भी कि उनकी दुकान अवैध नहीं है लेकिन अफसरों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी और ना ही अफसरों ने प्रियंका की बात को तबज्जो दिया। 

इस बारे में बात करते हुए प्रियंका ने मीडिया से कहा कि, हम तोड़फोड़ करने वाले बच्चों में से नहीं थे। हम धरना प्रदर्शन करने वालों में से नहीं थे, लेकिन अब करेंगे।  प्रियंका ने कहा कि हम छह लोगों को रोजगार दे रहे हैं लेकिन ऐसे किया जाएगा तो हम क्या करेंगे? आप रोजगार मत दीजिए लेकिन पीएम मुद्रा योजना को फ्लेक्सिबल बनाइए। मुझे लोन नहीं मिला बैंक से।  


प्रियंका ने आगे बताया कि, पटना नगर निगम ने मुझे कोई नोटिस नहीं दिया गया था। मेरे दुकान पर पटना नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर आए थे। उन्होंने आश्वासन दिया था कि उन्होंने सबको कह दिया है, दुकान नहीं हटाई जाएगी। उनको आश्वासन नहीं देना चाहिए था। कल तक हम कुछ नहीं कह रहे थे लेकिन अब मुझे सरकार से एक स्टोर चाहिए। 

मेरे स्टॉल से सरकार को क्या परेशानी: प्रियंका

स्टॉल हटाए जाने पर प्रियंका गुप्ता फूट-फूटकर रोई। प्रियंका का कहना है कि मैंने अपनी मेहनत से स्टॉल लगाया था। आज इसको उठाकर ले गए। सरकार हमें एक जगह दे, जहां हम अपना स्टॉल लगा सके। आगे प्रियंका ने कहा कि मेरा जहां स्टॉल था वहां किसी को परेशानी नहीं थी। उसने कहा कि बोरिंग रोड में कई और दुकानें हैं। ईको पार्क के पास क्यों नहीं हटाया जाता है? 

कौन हैं ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता?

प्रियंका ने वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से अर्थशास्त्र में स्नातक किया है। वह पूर्णिया की रहने वाली हैं। प्रियंका ने ग्रेजुएशन के बाद 2 साल कम्पटिशन की तैयारी की। लेकिन नौकरी नहीं मिली। इसी दौरान MBA चायवाले प्रफुल्ल बिल्लोरे का वीडियो देखा। उससे प्रेरणा मिली और चाय का स्टार्टअप खोला। 


वह 11 अप्रैल से चाय का ठेला लगा रही हैं। प्रियंका ने अपने टी स्टॉल की ब्रांडिंग की है, इस पर लिखा है 'ग्रेजुएट चाय वाली' पीना ही पड़ेगा। पहले यह ठेला पटना विमेंस कॉलेज के आगे लगाती थी। बाद में इसे बोरिंग कैनाल रोड पहुंची। लेकिन अब ये चाय वाली नियम कायदों में उलझ गई हैं। प्रियंका की चाय पसंद करने वालों को कुछ दिन इंतजार करना होगा। 

साउथ के सुपरस्टार विजय देवरकोंडा पी चुके हैं चाय!

Graduate Chaiwali
Image Source: Bhaskar

आपको बता दें की प्रियंका गुप्ता ग्रेजुएट चायवाली के नाम से बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में मशहूर हैं। कई नेता सहित साउथ के सुपरस्टार विजय देवरकोंडा, भोजपुरी सुपरस्टार अक्षरा सिंह भी यहां चाय पीने आ चुके हैं।

अक्षरा सिंह ने की थी मुलाकात!

बताते चलें कि 3 माह पहले भोजपुरी की मशहूर अदाकारा अक्षरा सिंह बोरिंग कैनाल रोड पहुंची थी। इस दौरान प्रियंका के हाथ की बनी चाय पी और कहा था, 'प्रियंका को देख कर बहुत गर्व होता है। देश की बेटियां आगे बढ़ रही हैं। सभी लड़कियों को प्रियंका से मिलकर प्रेरणा लेनी चाहिए।'

Graduate Chaiwali
Image Source: Bhaskar

आपको बता दे, अक्षरा ने प्रियंका के एक कप चाय के बदले 2100 रुपए दिए। प्रियंका ने वो पैसे लेने से भी मना किया, लेकिन अभिनेत्री ने कहा कि ये आशीर्वाद है, रख लो।

अफसरों की शिकायत करने पहुंची लालू यादव के पास!

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता का स्टाल जब नगर निगम ने हटा दिया तो बह फुट-फुट कर रोने लगी। इसके बाद बह नगर निगम के अफसरों की शिकायत करने पटना स्थित पूर्व मुख्यमंत्री और RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंच गई। इस दौरान प्रियंका ने लालू यादव से अपनी शिकायत में कहा कि, पटना नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में उसका स्टॉल जब्त कर लिया। उसे लौटाया जाए।


प्रियंका ने मीडिया को बताया कि लालू यादव से मुलाकात के बाद बाहर निकलीं प्रियंका ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो बीमार थे, तो वह ज्यादा बोले नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम से एक आवेदन दे दो, मैं बात सीएम तक पहुंचा दूंगा। हालांकि प्रियंका ने कहा कि जब तक मेरी समस्या का समाधान नहीं होगा मुझे किसी पर विश्वास नहीं होगा।  

एक स्टेट पीछे जा रहा है तो उसको आप और पीछे धकेल रहे हैं। हम लोग दस-दस घंटे पढ़ाई करते रहे। मेरिट हो जाए फिर भी दस लाख देकर नौकरी मिलती है।  सरकारी स्कूल के मास्टर को देख लीजिए उनको कितना आता है। क्या पढ़ाएंगे वो? कई लोगों ने मुझसे कहा कि दीदी सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है।