सिपाही की नौकरी, घर की जिम्मेदारी...बच्चे-पति और पूरे परिवार की देखभाल करते हुए DSP बन गई!

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sipahi babli became DSP

कहते हैं प्रतिभा कभी छिपाए नहीं छिपती, अगर मन में कुछ करने की लगन हो तो मंजिल तक पहुंचने में कोई व्यवधान आड़े नहीं आ सकती। ऐसी ही एक आज हम बता रहे हैं आपको एक ऐसी ही रियल लाइफ मर्दानी की कहानी, जिन्होंने सिपाही की नौकरी, घर की जिम्मेदारी, बच्चे, पति और पूरे परिवार की देखभाल करते हुए अब DSP बन गई हैं। 

Sipahi became Dsp
Image Source: News18India

जी हां,  बेगूसराय जिले की पुलिसबल में कार्यरत बबली कुमारी ने कांस्टेबल से डीएसपी तक का सफर तय कर लिया है। उनका यह सफर बाकई नारी शक्ति का सशक्त उदाहरण पेश करता है। तो आइये जानते है, बबली के जीवन संघर्ष की कहानी। 

महिला सिपाही बनीं डीएसपी!

बिहार के बेगूसराय में कॉन्स्टेबल के पद पर छह साल से कार्यरत बबली अब पुलिस उपाधीक्षक यानी DSP बन गईं हैं। बबली को यह कामयाबी तीसरे प्रयास में मिली। बता दे, गया जिला निवासी रोहित कुमार की पत्नी बबली ने 2015 में खगड़िया में बतौर कॉन्स्टेबल ज्वाइन किया था। वर्तमान में वह पुलिस लाइन बेगूसराय में पदस्थ हैं। सिपाही से डीएसपी बनी बबली बताती है कि कि उनकी शादी 2013 में हुई थी, और साल 2015 में उन्हें कांस्टेबल की नौकरी मिली। 

Sipahi Became DSp
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बबली ने बताया कि घर की बड़ी बेटी के दायित्व के निर्वहन के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी का प्रयास किया और 2015 में कॉन्स्टेबल पद पर चयनित हुई थीं।  घर की आर्थिक परेशानियों के कारण उन्होंने अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रयास जारी रखा और यह सफलता उन्हें तीसरे प्रयास में मिल गई। 

ससुराल और पति का मिला पूरा सहयोग!

बबली बताती हैं कि 2015 में बिहार पुलिस में उनका सेलेक्शन कांस्टेबल के तौर पर हुआ था, लेकिन शादी के बाद भी ससुराल की तरफ से नौकरी या पढ़ाई को लेकर आपत्ति नहीं की गई। बबली की 7 माह की बच्ची है, जबकि उनके पति व्यवसाय करते हैं।  


बबली ने कहा कि मैंने नौकरी नहीं छोड़ी, जरूरत पड़ी तो अवकाश लिया लेकिन घरवालों के सपोर्ट और पति के सहयोग से आगे बढ़ती गई। बबली ने बताया कि ब भी उसे मौका मिलता था, वह पढ़ती थी। 3 प्रयास में उसने बीपीएससी की परीक्षा पास कर ली। ड्यूटी के साथ पीटी की तैयारी करने के दौरान मेरा मेंस क्लियर नहीं हो रहा था। 

sipahi became DSP
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पढ़ाई भी करना और ड्यूटी भी करना काफी कठिन हो रहा था तो मैं कुछ दिनों के लिए पटना चली गई। पटना में रहकर मैंने तैयारी की। नतीजा आज मैं कांस्टेबल से डीएसपी बन गई हूं। बबली ने कामकाजी महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जब मैं कर सकती हूं तो कोई भी कर सकता है।

नारी शक्ति का सशक्त उदाहरण!

राजगीर प्रशिक्षण केंद्र के लिए विरमित करने के पूर्व एसपी योगेंद्र कुमार ने बबली को सम्मानित किया। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि मूल रूप से बबली कुमारी गया जिले की रहने वाली हैं। वर्तमान में बेगूसराय पुलिस लाइन में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। खास बात यह है कि अपने पति और पिता के अरमानों को पूरा करने के लिए बबली कुमारी लगातार मेहनत करती रहीं। 


एसपी ने बताया कि एक तरफ जहां बबली ने अपनी ड्यूटी को पूरी कर्तव्यनिष्ठा से निभाया तो वहीं दूधमुंहे बच्चे के लिए मां का फर्ज अदा करते हुए बीपीएससी की तैयारी भी की। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस विभाग के सभी जवानों को बबली कुमारी से सीख लेनी चाहिए और उन्हें और अधिक मेहनत करनी चाहिए जिससे कि वह अपने सपनों को साकार कर सकें। 

sipahi became DSP
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एसपी कार्यालय में एसपी योगेंद्र कुमार, मुख्यालय डीएसपी निशीत प्रिया, सदर डीएसपी अमित कुमार ने बारी-बारी से मिठाई खिलाकर बबली को बधाई दिया। मौके पर एसपी कार्यालय में मिठाइयां भी बांटी गई। एसपी ने कहा प्रेरणास्रोत बनी है बबली।