पिता-पुत्री के जोड़ी ने भारतीय वायुसेना में रचा इतिहास, एक साथ उड़ाया फाइटर जेट... देखिये तस्वीरें!

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father daoughter flying fighter jet

भारतीय वायुसेना में कुछ ऐसा हुआ है जो पहले कभी नहीं हुआ। एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। तस्वीर को देख और उसके बारे में जानकर आपको भी गर्व होगा। एक पिता और पुत्री की जोड़ी अपनी खास उपलब्धि के लिए चर्चा में है।  पिता-पुत्री की एक जोड़ी ने इतिहास रच दिया है। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

पहली बार पिता और बेटी ने उड़ाया फाइटर जेट!

एक पिता के लिए सबसे गौरवान्वित पल वो होता है, जब उसका बच्चा कोई बड़ा और अच्छा काम करता है। ऐसा ही एक कारनामा मंगलवार को सबके सामने आया, फर्क इतना था कि इस कारनामे पर सिर्फ पिता को ही नहीं बल्कि पूरे देश को गर्व हो रहा है। फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा (Flying Officer Ananya Sharma) अपने पिता फाइटर पायलट के साथ उड़ान भरने वाली पहली महिला भारतीय पायलट बन गई हैं। 

father daughter flying fighter plane
Image Source: Social Media

भारतीय वायुसेना का हॉक-132 एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली पिता-पुत्री की जोड़ी है। अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए अनन्या शर्मा ने ऐसी उपलब्धि हासिल की है जिससे उनके पिता को भी काफी गर्व है। भारतीय वायुसेना के स्वर्णिम इतिहास में यह पल हमेशा के लिए कैद हो गया है, जो आने वाले समय में हर किसी को गौरवान्वित महसूस कराएगा।

बयुसेना बोली- इतिहास बन गया!

जागरण रिपोर्ट अनुसार, वायुसेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि एयर कोमोडोर संजय शर्मा और उनकी बेटी फ्लाइंग आफिसर अनन्या शर्मा ने 30 मई को कर्नाटक के बीदर में हाक से उड़ान भरी थी। बयान में कहा गया है कि पिता-पुत्री की जोड़ी ने हाक-132 विमान के एक ही फार्मेशन में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया है। 


वायुसेना ने अपने बयान में कहा, 'भारतीय वायुसेना के इतिहास में पहले कभी ऐसा नहीं हुआ है कि एक पिता और उनकी पुत्री किसी मिशन के लिए एक ही लड़ाकू विमान में उड़ान भरी हो। यह एक ऐसा मिशन था जहां एयर कोमोडोर संजय शर्मा और फ्लाइंग आफिसर अनन्या शर्मा सिर्फ एक पिता-पुत्री नहीं थीं। वे साथी भी थे, जिन्हें सहयोगी विंगमैन के रूप में एक-दूसरे पर पूरा भरोसा था।' 

जानिए अनन्या और संजय शर्मा की पूरी कहानी!

एयर कमोडोर संजय शर्मा और उनकी बेटी अनन्या शर्मा ने 30 मई को यह उड़ान भरी। भारतीय वायुसेना के मुताबिक कर्नाटक के बीदर में एक हॉक-132 एयरक्राफ्ट से उड़ान भरी। सोशल मीडिया पर पिता और बेटी की तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें इस जोड़ी ने फाइटर प्लेन के सामने पोज दिया है। इस तस्वीर में दोनों बाप-बेटी के चहरे की खुशी हर कोई देख सकता है या यूं कहे कि दोनों के चहरे पर जो गर्व की चमक है, आज उसे हर भारतीय महसूस कर सकता है। 


अनन्या शर्मा बड़े होते हुए अपने पिता को भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट के तौर पर देखा। उनकी दूसरे पायलट के साथ जैसी बॉन्डिंग को देखा। भारतीय वायुसेना के इस माहौल में में पली-बढ़ी अनन्या ने किसी दूसरी नौकरी की कल्पना नहीं की थी। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक पूरा करने के बाद अनन्या को भारतीय वायुसेना की उड़ान शाखा के प्रशिक्षण के लिए चुना गया था।

father daoughter
Image Source: BBC News (twitter)

आगे चलकर उन्होंने जो सोचा वही हुआ। इन सबके बीच कुछ ऐसा हुआ जो पहले कभी नहीं हुआ था। दिसंबर 2021 में एक फाइटर पायलट के रूप में कमीशन दिया गया। और अब अनन्या ने अपने पिता के साथ मिलकर बो कर दिखाया जो भारतीय बयुसेना में कभी नहीं हुआ था। 


वंही बात करे अनन्या के पिता की तो एयर कमोडोर संजय शर्मा को 1989 में IAF के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन किया गया था। उन्हें लड़ाकू अभियानों का व्यापक अनुभव है। उन्हें मिग-21 स्कवाड्रन को कमांड करने के साथ ही अग्रिम मोर्चे के लड़ाई स्टेशन का नेतृत्व करने और विभिन्न लड़ाकू विमानों को उड़ाने का लंबा अनुभव है। 

सोशल मीडिया पर मिल रही बधाइयां!

वंही माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर पिता-पुत्री की यह जोड़ी हिट कर रही है। लोग दोनों को प्रेरणा बता रहे हैं। 

 


पिता-पुत्री की इस उपलब्धि की सराहना करते हुए एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) पीके राय ने ट्वीट किया, 'उम्मीद है भविष्य में और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा।' एक अन्य यूजर ने ट्वीट किया, 'शानदार, पिता और बेटी दोनों के लिए क्या गर्व का क्षण है।' एक अन्य यूजर ने ट्वीट किया, 'शानदार अतीत, आशाजनक भविष्य।'