आनंद महिंद्रा से पूर्व सैनिक का सवाल, '26/11 में जानें बचाई लेकिन बेरोजगार हूं, कौन सी नौकरी दोगे?

भारत सरकार द्वारा लॉन्च की गई Agnipath Scheme के खिलाफ़ देश के लाखों युवा प्रदर्शन कर रहे हैं, वंही कुछ युवा इसके समर्थन में भी दिखाई देते है। अब इसी स्कीम को समर्थन देते हुए देश के बड़े उधोगपति आनंद महिंद्रा ने "अग्निवीरों" को जॉब ऑफर करने की बात कही, तो 26/11 हमले के दौरान आंतकियों से मोर्चा लेने वाले एक पूर्व सैनिक ने सरकार और उद्योगपतियों पर तगड़ा सवाल दाग दिया। जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर जमकर हुई। तो कौन है ये पूर्व सैनिक और उसने क्या सवाल उठाया? चलिए हम आपको बताते है।
आनंद महिंद्रा ने अग्निवीरों को दिया था जॉब का ऑफर!
सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ को लेकर सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक विवाद जारी है। इनसबके बीच महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा अग्निपथ भर्ती योजना के समर्थन में उतरे हैं। आनंद महिंद्रा ने बीते दिनों ट्वीट किया था।
जिसमे उन्होंने लिखा, ""अग्निपथ योजना को लेकर हो रही हिंसा से दुखी हूँ। पिछले साल जब इस योजना पर विचार किया जा रहा था, तब मैंने कहा था और आज दोहराता हूँ कि अग्निवीर को जो अनुशासन और कौशल मिलेगा वह उन्हें उल्लेखनीय रूप से रोज़गार योग्य बनाएगा। महिंद्रा ग्रुप इस तरह के प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं को हमारे यहाँ नौकरी का मौक़ा देगी।"
आनंद महिंद्रा के ट्वीट पर जवाब देते हुए हर्ष गोयनका ने लिखा, "आरपीजी ग्रुप भी नौकरी के लिए अग्निवीरों का स्वागत करेगी। मैं उम्मीद करता हूँ कि दूसरी कॉर्पोरेट कंपनियां भी इस प्रतिज्ञा में हमारे साथ आएं और हमारे युवाओं को भविष्य के लिए आश्वासन दे।"
पूर्व सैनिक ही उठा रहे सवाल!
गौरतलब है कि सरकार अग्निवीरों को नौकरी में प्राथमिकता देने की बात भी कर रही है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ग्रुप के प्रमुख आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने भी अग्निवीरों को अपनी कंपनी में नौकरी देने की पेशकश की तो पूर्व सैनिक प्रवीण कुमार तेवतिया (Praveen Kumar Teotia) ने आनंद महिंद्रा से तीखे सवाल किए।
महिंद्रा के इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए तेवतिया ने ट्वीट किया, '26/11 सर्विस के बाद 15 साल से मैं बेरोज़गार हूं। मैंने 26/11 हमले में गौतम अडानी समेत 185 लोगों की जानें बचाई थी। आप मुझे महिंद्रा ग्रुप में कौन सी नौकरी देंगे? सेना को 15 साल देने के बावजूद मेरी तरह कई लोग बेरोज़गार हैं।'
आपको बता दे, तेवतिया ने इस सरकार की अग्निवीर योजना की आलोचना करते हुए एक मीडिया ग्रुप से कहा है कि यह योजना पूरी तरह से सेना के चरित्र को बदल देगी। उन्होंने इसका समर्थन करने वाले उद्योगपतियों पर भी निशाना साधा है और कहा कि ऐसे लोग सरकार को खुश करने के लिए बयान दे रहे हैं।
आपको बता दे, पूर्व सैनिक प्रवीण कुमार तेवतिया बही पूर्व सैनिक है जिन्होंने 26/11 हमले में गौतम अडानी समेत 185 लोगों की जानें बचाई थी। तेवतिया मुंबई ताज हमले में आतंकियों को मार गिराने वाले ऑपरेशन का हिस्सा थे। आतंकियों से लोहा लेते हुए उन्हें 4 गोलियां भी लगी थीं।

2017 में उन्हें मेडिकली अनफिट करार दे दिया गया और उन्हें सेना से रिटायर होना पड़ा। तेवतिया फिलहाल परिवार के साथ दिल्ली में एक किराए के मकान में रहते हैं और वकालत करते हैं। साथ ही, वह लाइफ कोच का काम भी करते हैं। उन्होंने मुंबई टेरर अटैक से जुड़ा एक संस्मरण भी लिखा है।
पूर्व नौसेना चीफ़ अरुण प्रकाश ने भी सवाल किया!
नौसेना के पूर्व चीफ़, अरुण प्रकाश ने भी आनंद महिंद्रा से सवाल किया। अरुण ने कहा, 'इस नई स्कीम का इंतज़ार क्यों? क्या महिंद्रा ग्रुप अब तक हज़ारों कुशल, अनुशासित पूर्व सर्विसमैन (जवान और अफ़सर) तक पहुंची, जो हर साल रिटायर होते हैं और दूसरा करियर ढूंढते हैं? आपके ग्रुप से डेटा मिल सकता है?'
पूर्व एयर वाइस मार्शल मनमोहन बहादुर ने आनंद महिंद्रा को टैग करते हुए लिखा, "आनंद महिंद्रा सर, क्या हमें वो आंकड़े मिल सकते हैं जो पूर्व नौसेना प्रमुख ने मांगे हैं? मैं इसी तरह के वादों को सुनते हुए 40 साल बाद सेवा से रिटायर हुआ हूँ।"
Ex Army Officer भी कर रहे योजना का विरोध!
ट्विटर यूज़र अभिषेक कुमार ने आनंद महिंद्रा के ट्वीट पर सवाल किया, "मैं नेवी का इंजीनियरिंग सेलर रहा हूँ और 31 जुलाई 2017 को सेवा मुक्त हुआ। मैंने एक अच्छी नौकरी के लिए महिंद्रा ग्रुप से संपर्क किया लेकिन उन्होंने मेरे आवेदन पर कोई जवाब नहीं दिया। पाँच साल बाद मैं आज भी बेरोज़गार हूँ और अब अचानक कंपनियां अग्निवीरों को नौकरी देने के लिए तैयार हैं। क्या मज़ाक है..."
कर्नल सलीम दुर्रानी लिखते हैं, "प्रिय महिंद्रा जी, हर साल करीब 60 से 70 हज़ार पूरी तरह प्रशिक्षित जवान रिटायर होते हैं। अगर पूछने की इजाज़त हो तो, इनमें से कितने आपके पास नौकरी कर रहे हैं? हम अग्निवीरों पर बाद में आएंगे, जब समय आएगा।"
आपको बता दे, अग्निपथ योजना का विरोध कई पूर्व सैनिक भी कर रहे हैं। पूर्व सैनिकों का कहना है कि इस योजना से भारतीय सेना युवा जरूर होगी लेकिन उसकी क्षमता और दक्षता में पहले की तुलना में बहुत कमी आएगी।
आलोचना के बाबजूद जमकर हो रहे आवेदन!

आपको बता दे, भारत सरकार द्वारा जारी सुचना के अनुसार अग्निवीर योजना में कई सुधार करते हुए भर्ती प्रक्रिया भी चालू कर दी गई है। जिसमे एयरफोर्स, इंडियन आर्मी और थलसेना ने बैकेंसी के लिए आवदेन मांगे है। मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर इस अग्निवीर योजना के तहत कुछ ही दिनों में कई लाख आवेदन आर्मी को प्राप्त हुए। यानी अग्निवीर योजना के भारी विरोध को नजरअंदाज करते हुए बड़ी संख्या में युवाओ ने अग्निवीर योजना के लिए आवेदन किया। जिनपर जल्द भर्ती सुरु हो जाएगी।