नदी से पानी लेने गया बुजुर्ग दलदल में फंसा, बाहर आकर बोला- "गांव में खारा पानी आता है"

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उत्तर प्रदेश के हमीरपुर से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बुजुर्ग पीने के पानी के लिए जद्दोजहद करता दिखाई दे रहा है। इसमें देखा जा रहा है कि एक बुजुर्ग स्टील के घड़े के साथ नदी किनारे दलदल में फंसा हुआ है और मौजूद पुलिस बल और ग्रामीण एक डंडा के सहारे उसको निकालने का प्रयास कर रहे हैं। फ़िलहाल यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

पानी के लिए बुजुर्ग ने लगाई जान की बाजी!

देश में सरकारें घर-घर तक नल से जल पहुंचाने का दावा करती हैं, लेकिन आज भी कुछ इलाके ऐसे हैं जहां में पानी की समस्या डराने वाली है। इस दर्द को बयां करता सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। ये वीडियो उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के जिले का है। जंहा एक बुजुर्ग पीने के पानी के लिए जद्दोजहद करता दिखाई दे रहा है। जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग पीने का पानी लाने नदी पर गए थे। इसी दौरान वह दलदल में फंस गया। 

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Image Source: Social Media

वीडियो में देखा जा सकता है कि बुजुर्ग कमर तक दलदल में डूबा है। उसके पास एक स्टील का बर्तन है। जिसमें पानी भरने वह नदी किनारे गया था। एक आदमी उसे लकड़ी की छड़ी के सहारे बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है। बार-बार कोशिश करने के बाद भी वो उससे नहीं निकल पाए। इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मी मोबाइल पर वीडियो बनाने में व्यस्त दिखा। 

पुलिसकर्मी बनाता रहा वीडियो!

हालांकि, काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से उसे बाहर निकाला गया। इस मौके पर कुछ पुलिसवाले भी वहां मौजूद दिखाई दिए। लेकिन जिस वक्त बुजुर्ग अपने जान की बचाने की जद्दोजहद कर रहा था, उस समय एक पुलिसकर्मी उसकी शख्‍स मदद करने के बजाय अपने मोबाइल से वीडियो बनाता और हंसता हुआ नजर आ रहा है।


लोगों ने सोशल मीडिया पर उस पुलिसकर्मी की आलोचना की। साथ ही वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने हर घर में नल का पानी देने के सरकारी वादे पर सवाल उठाए हैं। 

बुजुर्ग ने क्या मज़बूरी बताई? 

आपको बता दे, दरअसल, बारिश के समय पेयजल की समस्या और बढ़ जाती है, क्योंकि बरसात के दौरान नदी में बाढ़ के साथ दूर-दूर तक दलदल जमा हो जाता है, फिर भी प्यास बुझाने के लिए लोग अपनी जान पर खेलकर नदी से पेयजल लाने का प्रयास करते हैं। इसी जोखिम भरे काम को करते हुए छानी गऊघाट के रहने वाले बुजुर्ग छोटेलाल और चेहनू केन नदी के दलदल में इस कदर फंस गए कि उनको जान बचाने के लाले पड़ गए। 


बुजुर्ग ने बाद में स्थानीय मीडिया को बताया, 'पानी लेने गया था, लेकिन वहीं दब गया। मिट्टी गिली थी इसलिए निकल नहीं पा रहा था।' ये पूछे जाने पर कि नदी का पानी लेने क्यों गए थे? उन्होंने कहा, 'हम लोग हमेशा से नदी का ही पानी पी रहे हैं।  गांव का पानी सही नहीं है, इसलिए नदी से पानी लाकर पीना पड़ता है।'

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गांव के स्थानीय युवक ने बताया कि, "हमारे गान में पानी सबसे बड़ी दिक्कत है। जब से ये गांव बसा है, हमारे पिताजी के पिताजी से लेकर अब तक यहां खारा पानी ही आता है। इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है। नल से खारा पानी निकलता है, इसलिए हमें नदी का पानी पीना पड़ता है।'