10 साल की लड़की ने किया ट्वीट, और दौड़ पड़ा सिस्टम ताजमहल के बाहर फैली गंदगी की सफाई कराने!

दस साल की अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसीप्रिया के एक ट्वीट से ताजमहल के पीछे दशहरा घाट की तस्वीर बदल गई। उन्होंने 21 जून को ताजमहल के बाहर यमुना नदी के किनारे प्लास्टिक और कूड़े के ढेर की एक फोटो शेयर की थी, वहां शनिवार को लिसीप्रिया दोबारा पहुंची तो अब घाट साफ-सुथरा नजर आया। इसके पीछे थी लिसीप्रिया की सोच और एक ट्वीट। तो क्या है पूरा मामला? आइये हम आपको बताते है।
एक ट्वीट से बदल गई ताजमहल की तस्वीर!
मशहूर भारतीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसीप्रिया कंगुजम ने शनिवार को ताजमहल के पीछे दशहरा घाट का निरीक्षण किया, जंहा उन्होंने सालो की जमीं गंदगी को देखा, बस फिर क्या था लिसीप्रिया ने उठाया फ़ोन खींचा फोटो और डाल दिया ट्विटर पर। और देखते ही देखते तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद आगरा नगर निगम जागा और तुरंत सफाई एजेंसी पर 1 लाख का जुर्माना लगा दिया।

वहीं, आगरा के महापौर, पार्षद समेत सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ताजमहल के बाहर फैली गंदगी की सफाई करवाई। आगरा के महापौर नवीन जैन ने देश को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए 'वृहद जन-जागरूकता अभियान' चलाया। और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उन्होंने ताजमहल के बाहर फैली गंदगी की सफाई करवाई।
फोटो शेयर कर उठाई थी आवाज!
दरअसल, दस साल की लिसीप्रिया कंगुजाम ने 21 जून को अपनी मां के साथ आगरा आई। पहले ताजमहल देखा। फिर पार्श्व में यमुना किनारा स्थित दशहरा घाट पर पहुंचीं। जहां 21 जून को उन्होंने हाथ में पोस्टर लेकर गंदगी का फोटो ट्वीट किया था। जिस पर लिखा था ‘ताजमहल की खूबसूरती के पीछे प्लास्टिक प्रदूषण’ है।

वंही उन्होंने कैप्सन में लिखा, आप कह सकते हैं कि यह बहुत प्रदूषित है, लेकिन आपके पॉलीथीन बैग का 1 टुकड़ा, एक साधारण प्लास्टिक की पानी की बोतल ने इसे बनाया है। जहां हर साल लाखों लोग आते हैं।
सफाई एजेंसी पर एक लाख रुपए का जुर्माना
बस फिर क्या था, उनका यह ट्वीट वायरल हो गया। इस ट्वीट का संज्ञान लेते हुएकमिश्नर अमित गुप्ता ने नगरायुक्त निखिल टी. फुंडे को जांच के आदेश दिए थे। नगरायुक्त ने जेडएसओ से जांच कराई तो पता चला ताजगंज के छह वार्डों में सफाई के लिए जिम्मेदार लायन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की लापरवाही सामने आई। नगरायुक्त ने सफाई एजेंसी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया।

इसके बाद आगरा के महापौर, पार्षद समेत सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ताजमहल के बाहर फैली गंदगी की सफाई करवाई। सफाई के बाद लिसीप्रिया शनिवार को दोबारा ताजमहल पहुंचीं घाट साफ-सुथरा देखकर बेहद खुश नजर आईं। उन्होंने ताजनगरी में प्लास्टिक प्रतिबंध को सराहा।
कौन हैं लिसिप्रिया कंगुजाम?

10 साल की लिसिप्रिया कागुजम मणिपुर के गांव बशिखांग की रहने वाली हैं। लिसिप्रिया 6 साल की उम्र से पर्यावरण संरक्षण और बाल अधिकारों के लिए दुनियाभर में अभियान चला रही हैं। 2019 में यूनाइटिड नेशन ने उन्हें सबसे युवा कार्यकर्ता के रूप में सम्मानित किया गया। उन्हें विश्व बाल शांति पुरस्कार, राइजिंग स्टार आफ अर्थ डे नेटवर्क का आवार्ड भी मिल चुका है।