बैंक मैनेजर ने देखी 'Money Heist' वेब सीरीज, और अपने बैंक से चुरा डाले 34 करोड़ रूपये!

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Money Heist वेब सीरीज का नाम सुनते ही सबसे पहले जेहन में क्या आता है? जाहिर है कि बैंक, लूट, चोरी का प्लान और ढेर सारा पैसा। हालांकि, ये वेब सीरीज महज मनोरंजन के लिए बनाई गई थी, लेकिन कुछ शातिर दिमाम ऐसे होते हैं, जो फिल्मों और वेब सीरीज को देखकर ही क्राइम करने का प्लान बना डालते हैं। हाल ही में कुछ ऐसा ही मामला महाराष्ट्र से सामने आया है, जंहा एक बैंक मैनेजर ने वेब सीरीज 'मनी हीस्ट' देखकर अपने ही बैंक की तिजोरी से 34 करोड़ रुपये की रॉबरी कर ली। जिसके बाद जब खुलासा हुआ तो पुलिस समेत पूरा बैंक स्टाफ हैरान रह गया। क्या है पूरा मामला? चलिए हम आपको बताते है। 

वेब सीरीज देखकर दिमाग में आया शैतानी आइडिया!

दरअसल, कुछ महीने पहले डोंबिवली के एमआईडीसी इलाके में स्थित आईसीआईसीआई बैंक के तिजोरी से 34 करोड़ रुपये की रॉबरी का मामला सामने आया था। और अब जब पुलिस इस मामले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की तो आरोपी को देखकर पूरा बैंक महकमा हैरान रह गया। 

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Image Source: twitter

क्यूंकि दुनियाभर में मशहूर क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज 'मनी हाईस्ट' को देखकर बैंक कैश मैनेजर ने अपने ही बैंक की तिजोरी में हाथ साफ कर लिया था। और मैनेजर ने बैंक तिजोरी से 34 करोड़ रुपये की रॉबरी कर ली। वंही अबतक पुलिस ने आरोपी के पास करोडो रुपये बरामद भी कर लिए है। 

ऐसे की थी प्लानिंग!

आपको बता दे, डोंबिवली के एमआईडीसी के रिहायशी इलाके में आईसीआईसीआई बैक की ब्रांच है। और इसी ब्रांच में आरोपी अल्ताफ शेख इस बैंक में कैश कस्टोडियन मैनेजर के पद पर कार्यरत था। उसने जल्दी अमीर बनने के लिए बैंक की तिजोरी लूटने की योजना एक साल पहले बनाई और जिसके लिए उसने 'मनी हाईस्ट' वेब सीरीज देखी थी। चूँकि बह वह कैश कस्टोडियन मैनेजर था, इसलिए उसे बैंक के बारे में सब कुछ पता था। 


लिहाजा  वेब सीरीज देखने के बाद उसने एक शातिर प्लान बनाया, और इसमें अपने दोस्तों को भी शामिल किया। और बैंक की तिजोरी से पैसे कैसे लूटे जाते हैं इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया। एक दिन उसने बैंक के तिजोरी कक्ष के बगल में एसी मरम्मत का काम करते हुए देखा और उसके बाद से योजना बनाने लगा। 

बैंक की सुरक्षा खामियों का लगाया पता!

उसने पहले बैंक की सुरक्षा व्यवस्था में खामियों का अध्ययन किया और रॉबरी के लिए आवश्यक सामग्री एकत्र की। और फिर अपने शातिर प्लान अनुसार उसने 9 जुलाई को छुट्टी के दिन बैंक के अलार्म को बिगाड़ दिया, और सभी कैमरों की हार्ड डिस्क को निकाल कर तिजोरी से 34 करोड़ रुपये लूट लिए। उसने पैसे एसी डक्ट की छेद के माध्यम से बैंक इमारत के पीछे बंधे एक तिरपाल पर फेंक दिए। जिससे बैंक मैं मौजूद लोगो को उस पर कोई शक ना हो। 


पैसे हथियाने के बाद उसने बैंक के वरिष्ठों को बैंक का सीसीटीवी डीवीआर गायब होने की सूचना देने के बाद तिजोरी के पैसों की जांच के लिए एक टीम को बैंक में बुलाया। एक तरफ जहां जांच चल रही थी वहीं दूसरी तरफ उसने अपने तीन दोस्तों कुरैशी, अहमद खान और अनुज गिरी को बुलाकर 34 करोड़ में से करीब 12 करोड़ उन्हें सौंप दिए। वंही पैसे गायब की होने रिपोर्ट उसने थाने में दर्ज कराई। 

इस तरह आया पकड़ में!

आपको बता दे, बैंक से बड़ी रकम गायब होने की सुचना पर पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई और मामले की गहनता से जांच में जुट गई। और फिर इसी मामले में पुलिस के हाँथ एक बाद सुराग लगा और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे मिली जानकारी के आधार पर ढाई महीने बाद बैंक के कैश कस्टोडियन मैनेजर अल्ताफ शेख को भी पुणे से गिरफ्तार कर लिया गया।