अब अंबानी ने खरीद ली 70 के दशक की मशहूर कंपनी, ग्राहकों को मिलेगी सस्ती कोल्ड ड्रिंक?

रिलायंस FMCG कारोबार में एंट्री लेने वाली है। यानी पेप्सी, कोका कोला और स्प्राइट समेत सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली अन्य कंपनियों को कड़ी टक्कर देगा अब रिलायंस। दरअसल, उन्होंने 70 के दशक के सबसे लोकप्रिय ब्रांड कैम्पा कोला को खरीद लिया है। जिसका मतलब साफ़ है कि आने बाले दिनों में कस्टमर को सॉफ्ट ड्रिंक मार्किट में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिलेगा। तो क्या है इस डील की पूरी कहानी? चलिए हम आपको बताते है।
अंबानी ने 22 करोड़ में खरीदी कैम्पा कोला!
अपने कारोबार का विस्तार करते हुए रिलायंस चेयरमैन (Reliance Chairman) मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) अब कोला बाजार में जोरदार एंट्री लेने जा रहे हैं। सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड कैंपा जो कभी अपने कैंपा कोला के साथ बाजार में टॉप पर था। इस साल अक्टूबर में वापसी करने जा रहा है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस ने दिल्ली स्थित प्योर ड्रिंक ग्रुप (Pure Drink Group) के साथ करीब 22 करोड़ रुपये के सौदे में इस ब्रांड का अधिग्रहण किया है।

इसी के साथ साल 1977 में कोका कोला (Coca Cola) के भारत से बाहर जाने के बाद जिस कैंपा कोला ने उसकी कमी को पूरा किया वह अब दोबारा मार्केट में छाने को तैयार है। आपको बता दे, कैंपा कोला (Campa Cola) को 1970 के दशक में उसी प्योर ड्रिंक्स ग्रुप ने लॉन्च किया था जो भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में 1949 में कोका-कोला लेकर आया था।
इस तरह हुई थी कैंपा कोला की शुरुआत!
साल 1977 में इमरजेंसी के खत्म होने के बाद जब चुनाव हुए तो जनता पार्टी की सरकार बनी। इस दौरान जार्ज फर्नांडिस सूचना मंत्री बनाए गए और फिर कुछ समय बाद उद्योग मंत्रालय सौंप दिया गया। जिसके बाद केन्रीय मंत्री ने सभी विदेशी कंपनियों को नोटिस थमा दिया। जिसके तहत कंपनियों के लिए 1973 में हुए एफईआरए संशोधन का पालन अनिवार्य बना दिया गया।

जिसके बाद कंपनियों में भूचाल आ गया, क्यूंकि ज्यादातर कंपनियां अपनी सीक्रेट रेसिपी किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहती थी, जिसमे से एक थी कोका कोला। कोका कोला किसी भी कीमत पर अपनी बह सीक्रेट रेसिपी शेयर नहीं करना चाहती थी, जिसकी बजह से कोक का फेमस स्वाद बनता है। नतीजन कोक को अपना बोरिया विस्तरा समेट भारत छोड़ना पड़ गया।
कोका कोला ने छोड़ा भारत तो कैंपा कोला छा गया!
उस समय प्योर ड्रिंक्स ग्रुप भारत में कोका-कोला का एकमात्र डिस्ट्रीब्यूटर था। यानी कोका कोला के भारत से जाने के बाद प्योर ड्रिंक्स ग्रुप ने कैंपा कोला की शुरुआत की और विदेशी चुनौती के अभाव में यह बाजार में छा गया और देखते ही देखते इस सेक्टर का टॉप ब्रांड बन गया।

कंपनी ने अपना कारोबार बढ़ाते हुए कैम्पा ऑरेंज लॉन्च किया, जो नारंगी रंग वाला सॉफ्ट ड्रिंक था। कैम्पा कोला का स्लोगन 'द ग्रेट इंडियन टेस्ट' उस समय बेहद चर्चित था। लेकिन 1990 के दशक में भारत सरकार द्वारा उदारीकरण के नियम लाए जाने के बाद इसका कारोबार सिकुड़ने लगा। यानी पेप्सिको और कोका-कोला की दुबारा एंट्री भारत में हो गई, और इसी के साथ कैंपा कोला दोनों की मार्किट स्ट्रेटजी के आगे कैंपा कोला टिक नहीं पाया और मार्किट छोड़ने पर मजबूर हो गया।
अब रिलायंस बेचेगा कैंपा कोला!
अब एक बार फिर इस सेक्टर में कैम्पा कोला की वापसी होने जा रही है, वो भी देश के सबसे बड़े कारोबारी घराने के जरिए। इसके रिलॉन्च की जिम्मेदारी मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी संभालने वाली हैं। इस सेक्टर में अंबानी की सीधी टक्कर कोका-कोला (Coca Cola) और पेप्सिको (Pepsico) के साथ होने वाली है। इसमें ग्राहकों का फायदा हो सकता है। यानी बाजार में कैंपा कोला के आने के बाद प्राइस वार शुरू हो सकता है, जिसमें ग्राहकों को कम रेट पर कोल्ड ड्रिंक खरीदने को मिल सकती है।

गौरतलब है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने एफएमसीजी (FMCG) कारोबार का दायरा बढ़ाने जा रही है। जानकारी के अनुसार दिवाली तक इसके तीन फ्लेवर को मार्केट में उतार दिया जाएगा, जिनमें कोला वैरिएंट के साथ लेमन और ऑरेंज फ्लेवर भी शामिल होगा। हाल ही में हुई AGM में रिलायंस रिटेल की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने इसका ऐलान किया था।