पहली बार 'अग्निपथ योजना' पर बोले NSA अजीत डोभाल, बताया देश को अग्निवीर की जरूरत क्यों?

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ajit doval

अग्निपथ योजना को लेकर पिछले कई दिनों से सरकार के फैसले पर सवाल उठ रहे है। जबकि सरकार साफ़ तौर पर कह चुकी है, कि यह योजना युवाओ की हित में व सेना की जरूरत के हिसाब से समय की मांग है। वंही अब इस अग्निपथ योजना को लेकर देश NSA अजीत डोभाल का भी बयान सामने आ गया है, जिसमे बह अग्निपथ योजना को लेकर अपनी राय देते दिख रहे है। क्या है पूरा मामला? आइये हम आपको बताते है। 

अजीत डोभाल ने बताई अग्निपथ योजना की जरूरत क्यों?

अग्निपथ योजना को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सामने आए हैं। उन्होंने अग्निपथ योजना को समय की जरूरत बताया है। न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा, कि भारत के आसपास माहौल बदल रहा है। जिसकी बजह से अब युद्ध के तरीके बड़े बदलाव से गुजर रहे हैं। और इसी बदलते समय को देखते हुए सेना में बदलाव भी जरूरी है। 

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Image Source: ANI Video

अजीत डोभाल ने साफ़ तौर पर कहा कि, हम आमने सामने की लड़ाई की जगह अदृश्य दुश्मनों से युद्ध की तरफ जा रहे हैं। हथियारों की जगह टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है। इसलिए अगर हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें खुद को बदलना होगा। हम कल जो कर रहे थे वो आज भी करते रहें तो हम सुरक्षित रहेंगे यह संभव नहीं है। अगर कल की तैयारी करनी है तो हमें बदलाव करना होगा।

अग्निपथ योजना की जरूरत क्यों?


डोभाल ने कहा कि, सेना में बदलाव जरूरी है... अग्निपथ अपने आप में एक स्टैंडअलोन योजना नहीं है। हमें इसे एक खास नजरिए से देखने की जरूरत है। 2014 में जब पीएम मोदी सत्ता में आए, तो उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाना था। 

अग्निवीर और सेना की ट्रेनिंग


अग्निवीर की ट्रेनिंग पर बात करते हुए डोभाल ने कहा कि, 'अग्निवीर कभी पूरी सेना तो बनेंगे नहीं। बाकी सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा। जो अग्निवीर रेगुलर आर्मी में जाएंगे, उनकी कड़ी ट्रेनिंग होगी, अनुभव हासिल करने के लिए वक्‍त मिलेगा। डोभाल ने कहा कि 'पहला अग्निवीर जब रिटायर होगा तो 25 साल का होगा। उस वक्‍त भारत की इकनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की होगी।

देश को अग्निवीर जैसे युवाओ की जरूरत!


NSA ने कहा कि तेजी से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था को ऐसे लोग चाहिए होंगे। सेना में चार साल बिताने के बाद अग्निवीर जब वापस जाएगा तो वह स्किल्‍ड और ट्रेन्‍ड होगा। वह समाज में सामान्‍य नागरिक की तुलना में कहीं ज्‍यादा योगदान कर पाएगा। सेवा से बाहर होने के बाद अग्निवीर देश के अलग-अलग हिस्‍सों में जाएंगे, उनमें सेना का जूनून और जज्‍बा कूट-कूटकर भरा होगा। और यही लोग बदलाव के वाहक बनेंगे। 

'अग्निपथ' के विरोध पर क्‍या बोले डोभाल?


अजीत डोभाल ने अग्निपथ योजना के विरोध पर कहा, जब भी देशभर में कोई बड़ा बदलाव होता है, तो लोग घबरा जाते है। लेकिन अब युवाओ को धीरे-धीरे समझ आने लगा है कि ये तो उनके फायदे की बात है। और समय के साथ युवाओं के जो भय और आकांक्षाएं हैं, वो भी दूर हो जाएंगे। अजीत डोभाल ने साफ़ तौर पर कहा, कि जो अग्निवीर बनना चाहते हैं, वो इस तरह हिंसा नहीं करते। डोभाल ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध की इजाजत है, अराजकता की नहीं।