यूट्यूब ने हटाया सिद्धू मूसेवाला का नया गीत 'SYL', जानिए क्यों उठाया गया इतना बड़ा कदम?

'पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के मशहूर दिवंगत सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala Murder) की हत्या के बाद उनके केस में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। उनके निधन से फैंस के साथ ही पूरी म्यूजिक इंडस्ट्री शोक में डूबी हुई है। उनके गानों ने लोगों के दिल में एक अलग जगह बनाई है, और ऐसा ही उनके हाल ही में रिलीज हुए आखिरी गाने के साथ हुआ है।
रिलीज के बाद से ही गाने ने एक बार फिर सबके दिलों में उनकी यादों को ताजा कर दिया है, वहीं फैंस गाने को सुनकर काफी इमोशनल भी हो गए हैं। उनका आखिरी गाना SYL पिछले दिनों रिलीज के बाद से ही इंटरनेट पर छा गया था। लेकिन अब उनके फैंस के लिए एक बुरी खबर आई है कि YouTube से उनका नया गाना SYL हटा दिया गया है। क्या है इसके पीछे कारण? आइये हम आपको बताते है।
यूट्यूब ने क्यों हटाया सिद्धू मूसेवाला का नया गीत 'SYL'?
दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का नया गीत एसवाईएल (SYL) यूट्यूब से हटा दिया गया है। मूसेवाला की मौत के बाद इस गीत को उनके आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट से रिलीज किया गया था। हत्या के 26 दिन बाद रिलीज हुआ यह गाना छह मिनट में ही हिट हो गया था।

दो घंटे में इस गाने को 22 लाख लोगों ने देखा। सिद्धू अपने इस आखिरी गाने के जरिये पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे एसवाईएल के मुद्दे को हवा दे गए। गाने में सिद्धू ने कृषि कानूनों को लेकर शुरू हुए किसान आंदोलन और लाल किले का भी जिक्र किया है। पहले छह मिनट में गाने को 4.75 लाख लोगों ने देखा और 3.14 लाख लोगों ने लाइक किया।

वंही अब खबर आ रही है कि सरकार से कानूनी शिकायत के बाद इसे यूट्यूब से हटा दिया गया है। अब क्या सरकारी शिकायत है इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है, फ़िलहाल SYL सांग अब सिद्धू के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर मौजूद नहीं है। और ना ही दर्शक अब इसे देख पा रहे है।
विवादों में क्यों घिरा SYL सॉन्ग?
आपको बता दे, SYL सांग को सिद्धू ने अपनी आबाज दी और लिखा भी खुद था। वंही जब गाना रिलीज हुआ तो इसने बरसो पुराने पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे एसवाईएल के मुद्दे को हवा दे दी। गाने के बोल में साफ़ सुना जा सकता था कि पंजाब के पानी और उससे जुड़े दूसरे विवादित मुद्दों का जिक्र किया था।

स गाने के दौरान आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता का बयान चल रहा है, जिसमें वह 2024 में पंजाब की तरह हरियाणा में भी अपनी पार्टी की सरकार बनने पर हरियाणा को एसवाईएल का पानी दिलाने की बात कह रहे हैं।
वंही इन सबके इतर इस गाने में सिद्धू ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली कूच और लाल किले पर सिख समाज के प्रतीक निशान साहिब को लहराने की सराहना की थी। इसमें खालिस्तानी आतंकवादी बलविंदर सिंह जटाणा का नाम भी प्रयोग किया था। साथ ही गाने में दिवंगत पंजाबी सिंगर ने कई विवादित मुद्दों को उठाया है, जिसके कारण सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा हो गया है।
हरियाणा के गीतकारो ने भी जताया विरोध!
आपको बता दे, सिद्धू के नए गाने का विरोध हरियाणा में भी देखने को मिला। इसमें मूसेवाला ने पंजाब के पानी की एक भी बूंद किसी को न देने की बात कही थी। इसे लेकर विवाद इतना बढ़ गया था कि इसके जवाब में हरियाणा के गीतकारों ने भी गीत लिखकर रिलीज कर डाले।

एसवाईएल का पानी हरियाणा को नहीं देने वाले शब्दों का विरोध करते हुए हरियाणवी कलाकार गजेंद्र फौगाट ने इस गाने की काट में नया गाना बनाने की घोषणा की थी। वहीं, केडी ने कहा कि यह गाना परिजनों और मूसेवाला की टीम को रिलीज नहीं करना चाहिए था। ऐसे गानों से दोनों प्रदेश का भाईचारा बिगड़ता है।
सतलुज यमुना लिंक नहर विवाद क्या है?
आपको बता दे, सतलुज यमुना लिंक नहर योजना का उद्घाटन वर्ष 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। नहर से हरियाणा के अलावा कुछ पानी दिल्ली के लिए भी जाना था। हालांकि उद्घाटन के बाद योजना राजनीतिक विवादों में घिर गई। इसी बीच 23, जुलाई 1990 में खालिस्तानी आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा के सदस्य बलविंदर सिंह जटाणा ने चंडीगढ़ में योजना से जुड़े दो इंजीनियरों की हत्या कर दी।

इसके बाद इस नहर पर काम कभी शुरू नहीं हो पाया। एसवाईएल निर्माण को लेकर पंजाब की आनाकानी पर 1979 में हरियाणा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने 2002 में पंजाब को निर्देश दिया कि एक वर्ष में एसवाईएल का निर्माण करवाए या कार्य केंद्र के हवाले किया जाए।