नए गवाह का खुलासा, रूपये ऐंठने के लिए फंसाया गया शाहरुख खान का बेटा आर्यन

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shahrukh khan son

मुंबई ड्रग्स क्रूज मामले में आए दिन नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। क्रूज ड्रग्स केस मामले में अब एक और नया गवाह सामने आया है और उसने दावा किया है कि इस मामले में आर्यन खान को फंसाया गया और उससे पैसे कमाने की कोशिश की जा रही थी। हाल ही में मामले के गवाह विजय पगारे न्यूज एजेंसी एएनआई से बात की, जिसमें विजय ने ये बड़े आरोप लगाए है। 

वंही महाराष्ट्र के धुले में रहने वाले विजय पगारे नाम के शख्स ने मुंबई पुलिस की एसआईटी के सामने अपना बयान दर्ज कराया है। उसने ये भी बताया है कि मनीष भानुशाली, सैम डिसूजा और केपी गोसावी क्रूज पर छापेमारी से पहले कई मौकों पर सुनील पाटिल से मिले थे।  

aryan khan

आपको बता दे, सुनील पाटिल का नाम शनिवार को बीजेपी नेता मोहित भारतीय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लिया था और उसे एनसीपी का करीबी बताया था। विजय पगारे ने मीडिया से बाते करते हुए बताया कि:-

मैंने सुनील पाटिल को 2018-19 में किसी काम के लिए पैसे दिए थे और पिछले 6 महीने से मैं उस पैसे को वापस पाने के लिए उसका पीछा कर रहा था। इस साल सितंबर में, हम एक होटल के कमरे में मिले थे। उस वक्त सुनील पाटिल ने भानुशाली से कहा कि एक बड़ा खेल हुआ है। इसके बाद 3 अक्टूबर को मेरी और भानुशाली की मुलाकात हुई। इस दौरान उनसे मुझे पैसे लेने के लिए साथ चलने को कहा।'

पगारे ने बताया कि बीजेपी से जुड़ा मनीष भानुशाली, जो ड्रग्स केस में गवाह है, वो फॉर्च्यून होटल आया। एक कमरे में पगारे, भानुशाली, पाटिल और केपी गोसावी मौजूद थे। तभी भानुशाली ने पाटिल से कहा कि बड़ा काम हो गया और हें अब हमें अहमदाबाद के लिए निकलना है लेकिन पगारे को साथ नहीं ले जा सकते। 

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पगारे का दावा है कि उसे नहीं पता था कि क्या हो रहा है और उसे सिर्फ अपने पैसों से मतलब था। 3 अक्टूबर को भानुशाली दोबारा होटल के उस कमरे में आया जहां पगारे ठहरे हुए थे। उसने पगारे से कहा कि आओ तुम्हारे पैसे मिल जाएंगे। दोनों एनसीबी ऑफिस की ओर चल दिए। 


इसके आगे विजय पगारे ने कहा, "जब मैं उनके साथ कार में था, मैंने तब उसे यह कहते हुए सुना कि 25 करोड़ रुपये का सौदा तय किया गया था, लेकिन 18 करोड़ रुपये और 50 लाख रुपये पर तय हुआ है।"

इसके बाद हम एनसीबी कार्यालय पहुंचे जहां मैंने पूरा माहौल देखा। जब मैं वापस होटल पहुंचा तो मैंने टीवी पर खबर देखी कि शाहरुख खान का बेटा पकड़ा गया है। तब मुझे समझ आया कि बहुत बड़ी गड़बड़ी है और आर्यन खान को फंसाया गया है।

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बाद में पगारे ने भानुशाली को ठाणे छोड़ा और वहां से वो अपने दोस्त के ऑफिस चले गए। पगारे के मुताबिक, वहां उन्होंने मीडिया क्लिप में क्रूज पर छापेमारी की खबरें देखीं, जिसमें भानुशाली और केपी गोसावी आरोपियों को बाहर लाते दिखाई दे रहे थे। उसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि ये सोची-समझी रेड थी।  

पगारे के मुताबिक, उन्होंने एडवोकेट सतीश मानेशिंदे को ये सारी बातें बताने की कोशिश की लेकिन उन्होंने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। विजय पगारे ने 4 नवंबर को मुंबई पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) को अपना बयान दर्ज कराया। 


उन्होंने दावा किया कि 2 अक्टूबर को क्रूज जहाज पर छापेमारी पूर्व नियोजित थी और बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन को पैसों के लिए कुछ लोगों द्वारा फंसाया गया था।

आपको बता दे, इससे पहले मामले में एक और स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल ने भी आरोप लगाया था कि एनसीबी के कुछ अधिकारियों ने आर्यन को छोड़ने के एवज में वसूली की कोशिश की थी। हालांकि, एनसीबी फिलहाल इन आरोपों की जांच कर रही है।