कंगना बोली- '1947 की आजादी भीख थी', भड़के वरुण गांधी ने सुनाई जमकर खरी-खोटी

कंगना रनौत, बॉलीवुड इंडस्ट्री का जाना पहचाना नाम, उतना ही वायरल होता है इनका बयान। क्योंकि कंगना रनौत ने फिर एक ऐसा बयान दिया है जो मीडिया-सोशल मीडिया पर तगड़ा वायरल है। इतना वायरल कि सोशल मीडिया पर पूरा देश उमड़ पड़ा उनकी नॉलेज-इतिहास ठीक करने। किसी ने प्यार दिखाया तो किसी ने जमकर लताड़ दिया। क्या है पूरा मामला आइये आपको विस्तार से समझाते है।
'भीख में मिली आजादी'
As expected comedian Navika Kumar and blabbermouth Kangna Ranaut have once again assaulted the ethos of Indian freedom struggle and mocked at the sacrifice of millions. pic.twitter.com/oKRsDz4Cv9
— जनरल नरभक्षी™ 🏹🚜 (@GDnarbhakshi) November 11, 2021
दरअसल, कंगना रनोट ने एक समिट में कहा कि भारत को सच्ची आजादी 2014 में मिली है। कंगना ने ये बयान टाइम्स नाऊ चैनल के एक कार्यक्रम में दिया। सेशन के दौरान उन्होंने बताया कि 1947 में भारत को मिली आजादी उनके लिए क्या मायने रखती है। कंगना ने कहा:-
“अब तक शरीर में खून तो बह रहा था, लेकिन वो हिन्दुस्तानी खून नहीं था…और जो (भारत को) आजादी मिली थी वो भीख में मिली आजादी थी। असली आजादी 2014 में मिली है।”
इस दौरान उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा … ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए। वे इसे जानते थे। बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए। वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी। हमें 2014 में असली आजादी मिली है।
#KangnaRanaut are u taking drugs 😂 pic.twitter.com/A9ADe0jTww
— @Babbar_sher (@Babbarsher100) November 11, 2021
कंगना ने इसी कार्यक्रम में उन्हें मिले अवार्ड्स को लेकर भी एक विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “मुझे 2 नेशनल अवॉर्ड तब मिले, जब कांग्रेस का शासन था…जब मैं राष्ट्रवाद की बात करती हूं, आर्मी को और अच्छा करने की बात करती हूं और अपनी संस्कृति को प्रमोट करती हूं तो लोग कहते हैं कि मैं बीजेपी का एजेंडा चला रही हूं…ये मुद्दे बीजेपी का एजेंडा क्यों हैं, इसे तो देश का एजेंडा होना चाहिए।”
‘ये पागलपन है या देशद्रोह’
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
बीजेपी सांसद वरुण ने कंगना के वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, कभी महात्मा गांधी के बलिदान और तपस्या का अपमान, उनके हत्यारे के प्रति सम्मान और अब मंगल पांडे से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी और अन्य लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के लिए यह तिरस्कार। मैं इस सोच को पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?
सोशल मीडिया पर कंगना की आलोचना
Meanwhile #Kangana to all, who trend #कंगना_पद्मश्री_वापस_करो#KangnaRanaut pic.twitter.com/Kij0GvIHtk
— Archived_Thought (@archivedth0ught) November 11, 2021
#कंगना_पद्मश्री_वापस_करो#ShameOnYouKangana
— Anuj Kumar (@anuj__kr) November 11, 2021
According to #KangnaRanaut , 1947 me jo #azadi mili thi wo Bheekh thi , India got Independence after #Modi came to Power in 2014#ShameOnYouKangana #AndhBhakt pic.twitter.com/qu3BgKOAUB
CPI leader #Narayana expresses anger over #KanganaRanaut statement on #Indiafreedom.#Kangana #KangnaRanaut pic.twitter.com/JfDuse6HTi
— dinesh akula (@dineshakula) November 11, 2021
Kangana Ranaut called the independence of 1947 as begging, isn't this an insult to the thousands of freedom fighters who had sacrificed their lives for the freedom of the country?#KanganaRanaut #kangna #कंगना_पद्मश्री_वापस_करो #कंगना_पद्मश्री_वापस_करो pic.twitter.com/I6vy9IuLG4
— Micky (@Micky81189555) November 11, 2021
कँगना रनौत की मानसिक हालत कौन सुधार सकता है मेंटल हॉस्पिटल , मुंबई पुलिस या फिर JCB वाले संजय राऊत जी। ??#KangnaRanaut #मानसिक_रोगी_कंगना pic.twitter.com/YAfG8C3Zic
— Altaf Ansari (الطاف ) (@altaf4u89) November 11, 2021
आपको बता दे, फ़िलहाल कंगना रनौत की इस बक्त जमकर आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग उनके खिलाफ बोल रहे है। वैसे, कंगना के इस बयान पर सोशल मीडिया पर जमकर कमेंट आ रहे हैं। कई लोगों ने लिखा है कि हजारों सेनानियों की कुर्बानी को कंगना भीख कैसे कह सकती हैं। वहीं कुछ ने कंगना को रानी लक्ष्मीबाई कहकर समर्थन भी किया है।