सुभाष चंद्र बोस की बेटी ने कंगना रनौत के दावों का तगड़ा जवाब दे दिया!

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी हैं अनीता बोस। उन्होंने अपने पिता और महात्मा गांधी के संबंधों पर अपने विचार रखे हैं। अपने पिता के बारे में बात करते हुए कहा कि नेता जी और महात्मा गांधी के बीच एक मुश्किल रिश्ता था। उन्होंने बताया ऐसा इसलिए था क्योंकि गांधी जी को लगता था कि वह नेताजी को नियंत्रित नहीं कर सकते। वो कहती हैं, "दूसरी ओर मेरे पिता गांधी के बहुत बड़े प्रशंसक थे।"
कंगना की टिप्पणी का अनीता बोस ने दिया जवाब
अभिनेत्री कंगना रनौत ने हाल में टिप्पणी की थी कि महात्मा गांधी और नेहरू नेता को अंग्रेजों को सौंपने के लिए तैयार थे। इसी टिप्पणी पर इंडिया टुडे टीवी के एक सवाल के जवाब में अनीता बोस फाफ ने यह बातें कहीं। इस बातचीत में जर्मनी में रह रहीं अनीता ने कहा:-
“मैं ऐसी घटनाओं के बारे में नहीं जानती हूं। अब ये चर्चा करना सही नहीं है। मुझे लगता है कि सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और आजादी के लिए लड़ने वाले लाखों गुमनाम लोगों ने आजादी दिलाने में योगदान दिया था। महात्मा गांधी और मेरे पिता के बीच एक जटिल रिश्ता था। गांधी जी को लगता था कि वे मेरे पिता को कंट्रोल नहीं कर पा रहे।”
अनीता ने कहा, "वे दोनों [नेताजी और गांधी] महान नायक थे जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। एक के बिना दूसरा अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर सकता था। यह एक संयोजन था।"
‘केवल अहिंसा से आजादी नहीं मिली’
ऐसा बिल्कुल नहीं है जैसा कांग्रेस के कुछ सदस्य ने लंबे समय तक दावा करते रहे हैं कि केवल एक अहिंसक नीति ही भारत की स्वतंत्रता के लिए जिम्मेदार थी। हम सभी जानते हैं कि नेताजी और आईएनए [इंडियन नेशनल आर्मी] की कार्रवाइयों ने भी भारत की आजादी में योगदान दिया है।
वे दोनों आजादी पाने के मकसद के लिए संघर्ष कर रहे थे। लेकिन दूसरी तरफ इसे हासिल करने के तरीके को लेकर, दोनों एक-दूसरे के विचारों से सहमत नहीं थे। उन्होंने कहा, “दूसरी ओर, यह दावा करना बेमानी होगा कि केवल नेताजी और आईएनए ने ही भारत की स्वतंत्रता लाई। गांधी ने नेताजी सहित कई लोगों को प्रेरित किया।"