IT रेड पर सोनू सूद ने दी सफाई, बताया- 'बचे हुए' 17 करोड़ रुपए इस तरह करेंगे खर्च'

लाखों लोगों की मदद कर सोनू सूद रील लाइफ के विलेन से रियल लाइफ हीरो बन चुके हैं। पिछले साल हुए लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की मदद करके सुर्खियों में आए बॉलिवुड ऐक्टर सोनू सूद के घर पर हाल ही में आयकर विभाग की टीम ने सूद के कई ठिकानों पर ‘सर्वे’ किया। इस छानबीन में आईटी टीम को 20 करोड़ की टैक्स चोरी का पता चला है।
इसीबीच कई लोगों ने ये सवाल भी खड़े किए हैं कि आखिर लोगों की मदद करने के लिए सोनू के पास इतने रुपए कहां से आ रहे हैं? अब सोनू सूद ने इस मामले पर खुलकर अपनी बात रखी है और कहा है कि उनके काम से तो जांच करने वाले टैक्स अधिकारी भी खुश थे। साथ ही सोनू सूद ने सफाई देकर बताया कि उन्हें मिले 17 करोड़ रुपए का उपयोग वह किस प्रकार करने वाले हैंl
सोनू सूद का मिशन मदद
सोनू के घर हुई छापेमारी के बाद खबरें थीं कि एक्टर ने फंड से जमा हुए 18.94 करोड़ रुपए में से महज 1.9 करोड़ रुपए का ही इस्तेमाल किया है। 'बॉम्बे टाइम्स' से बात करते हुए सोनू ने कहा, 'मैंने टैक्स अधिकारियों को सारे डॉक्यूमेंट्स दिए हैं। यहां तक कि उनको जो चाहिए थे उससे ज्यादा दिए हैं।
मेरे पास लखनऊ या जयपुर में एक इंच भी जमीन नहीं है जिसके आरोप लगाए गए हैं। जहां तक विदेशी चंदे में हेराफेरी की बात है तो कोई भी कंपनी जो 3 साल या ज्यादा सालों से रजिस्टर्ड है, उसे फंड पाने के लिए FCRA में रजिस्टर कराना होता है। मेरा फाउंडेशन रजिस्टर ही नहीं है तो मैं ऐसे फंड्स ले ही नहीं सकता हूं।
ये विदेशी चंदा नहीं बल्कि क्राउडफंडिंग से इकट्ठा हुआ पैसा है। इसमें जमा सारा पैसा हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज को जाना है। यह आरोप ही गलत है क्योंकि पैसा न तो इंडिया में आया है और न ही मेरे फाउंडेशन में। मेरे अकाउंट में एक डॉलर तक नहीं आया है।
आरोप- 'दान में मिले पैसे का पूरा इस्तेमाल नहीं हुआ'
इनकम टैक्स के अधिकारियों का दावा है कि सोनू सूद पर 20 करोड़ रुपए की टैक्स की चोरी और एफसीआरए के उल्लंघन का मामला बनता हैl सोनू सूद ने अब इसपर प्रतिक्रिया दी है। उन्होने कहा:-
'कोई भी फाउंडेशन जो भी फंड हासिल करता है उसे इस्तेमाल करने के लिए फाउंडेशन को एक साल का समय मिलता है। अगर एक साल की अवधि में फंड को इस्तेमाल ना किया जाए तो इसे अगले साल में ट्रांसफर किया जा सकता है, ये रूल्स हैं। मैंने ये फाउंडेशन महज कुछ महीनों पहले ही शुरू किया है, पहली लहर के समय जब में प्रवासियों की मदद कर रहा था तो लोग खुद आगे बढ़कर मदद कर रहे थे और लोगों के लिए बसें बुक कर रहे थे, हम उस समय पैसे इकट्ठा नहीं कर रहे थे।'
मैं लोगों की कमाई बर्बाद नहीं करूंगा- सोनू
सोनू सूद ने कहा कि करीब 17 करोड़ रुपए उनके पास बचे हुए हैंl इसके माध्यम से वह हैदराबाद में एक चैरिटेबल अस्पताल बनाना चाह रहे हैंl इसमें से उन्होंने 2 करोड़ रुपए भवन निर्माण में खर्च कर दिए हैं। मैं लोगों के और अपने मेहनत से कमाए हुए पैसे बर्बाद नहीं करूंगा।
एंडोर्समेंट के ज्यादातर पैसे अपने फाउंडेशन को देते हैं सोनू
सोनू ने अपनी कमाई के बारे में कहा, 'मैं ब्रांड एंडोर्समेंट से जो भी कमाता हूं वो 25 प्रतिशत और कभी-कभी 100 प्रतिशत भी सीधे फाउंडेशन में जाता है। अगर कोई ब्रांड हमें डोनेशन देती है तो मैं उनके एंडोर्समेंट फ्री में करता हूं। तो इस फाउंडेशन का फंड मेरा पर्सनल फंड भी है, जो मैंने डोनेट किया है।'