बड़ी खबर: आर्यन खान केस से हटाए गए समीर वानखेड़े!

शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को जेल तक पहुंचाने वाले NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अब क्रूज ड्रग्स केस की जांच टीम को लीड नहीं करेंगे। खबर है कि उन्हें अब इस केस से हटा दिया गया है, उनकी जगह अब बेदाग़ छबि रखने बाले ऑफिसर डिप्टी डायरेक्टर जनरल (DDG) संजय सिंह को रखा गया है।
मुंबई जोनल यूनिट के पास मौजूद क्रूज मामले समेत ड्रग्स से जुड़े 6 केस की जांच के लिए NCB के डायरेक्टर जनरल ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) बना दी है। SIT का हेड NCB की ऑपरेशंस विंग के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (DDG) संजय सिंह को बनाया गया है। हालांकि, वानखेड़े समेत उनकी जांच टीम के सभी अधिकारी अब भी इन मामलों से जुड़े रहेंगे, लेकिन अब वे आईपीएस संजय सिंह के निर्देशों का पालन करेंगे।
क्रूज ड्रग्स केस का अधिकारी बदला

बता दें कि समीर वानखेड़े के नेतृत्व में ही पिछले महीने दो अक्तूबर को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज कार्डेलिया पर छापा मार कर अभिनेता शाह रुख खान के पुत्र आर्यन सहित कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद समीर वानखेड़े पर कई तरह के आरोप लगने सुरु हो गए। कभी रिस्बत लेने का आरोप लगा तो कभी उनके जाती धर्म पर सवाल उठाये गए।
वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप लगने के बाद एनसीबी की विजिलेंस टीम ने समीर वानखेड़े की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इन्ही सबसे बचने के लिए NCB ने ये बड़ी कार्यबाही की और समीर वानखेड़े को केस से हटा दिया गया।

वानखेड़े को हटाए जाने की खबरें सामने आने के बाद DDG ने बाकायदा ऑफिशियल बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी को मौजूदा रोल से नहीं हटाया गया है। वे ऑपरेशंस विंग की जांच टीम को असिस्ट करेंगे। साफ़ शव्दो में कहे तो आर्यन समेत कुल 6 मामलों की जांच अब दिल्ली की टीम करेगी।
इस कार्यबाही पर क्या बोले समीर वानखेड़े?

NDTV की एक खबर अनुसार, समीर वानखेड़े ने मीडिया को बताया कि उन्होंने खुद ही हाईकोर्ट में एक पिटिशन दायर कर उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच सीबीआई या NIA जैसी केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग की थी। उसी को आधार बनाकर दिल्ली के बड़े सीनियर अधिकारी के नेतृत्व में SIT बनाई गई है, जो अब आर्यन खान मामले और एनसीपी नेता नवाब मलिक के दामाद समीर खान केस की भी जांच करेगी।
I've not been removed from investigation. It was my writ petition in court that the matter be probed by a central agency. So Aryan case & Sameer Khan case are being probed by Delhi NCB's SIT. It's a coordination b/w NCB teams of Delhi & Mumbai:NCB Zonal Dir Sameer Wankhede to ANI pic.twitter.com/Hf7ZrjwVex
— ANI (@ANI) November 5, 2021
मुझे कहीं से हटाया नही गया है। मैं उन मामलों का जांच अधिकारी नही था। मैं अपनी जगहं पर हूं। इस घोषणा के बाद वानखेड़े ने स्पष्ट किया है कि मुंबई एनसीबी में उनकी जिम्मेदारियों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। वह एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर बने रहेंगे।
वानखेड़े पर नवाब मलिक ने क्या कहा?

गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से मलिक ने वानखेड़े को निशाने पर लिया हुआ है। मामले पर टिप्पणी करते हुए मलिक ने कहा कि यह अभी शुरुआत है। नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा है कि यह तो अभी शुरुआत है। पूरा सिस्टम साफ करना जरूरी है। अभी काफी कुछ करने की जरूरत है।
मलिक के अनुसार अभी सिर्फ 5 मामलों की जांच केंद्रीय टीम को हस्तांतरित हुई है। ऐसे कुल 26 मामले हैं, जिनकी जांच होनी चाहिए।
नवाब मलिक ने वानखेड़े पर क्या आरोप लगाए थे
मलिक ने वानखेड़े को फर्जी आदमी कहा था। उन्होंने कहा था कि बर्थ सर्टिफिकेट में उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े है। बर्थ सर्टिफिकेट में टेम्परिंग करके उनके पिता ने नाम बदला था, उसके आधार पर कास्ट सर्टिफिकेट निकाला गया और दलित कैंडिडेट का हक मारकर वे IRS बने। मलिक ने कहा कि बर्थ सर्टिफिकेट के मुताबिक, समीर की माता मुस्लिम थीं।
वानखेड़े पर 8 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप!
आपको बता दे, जब से समीर वानखेड़े ने शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया है, तब से ही बह एक नए विवाद में घसीटे जाने लगे। कथित प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर और NCB के गवाह केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था।
गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 18 में से 8 करोड़ रुपए NCB अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी। प्रभाकर ने यह भी कहा है कि उन्होंने केपी गोसावी से यह कैश लेकर सैम डिसूजा को दिया था। प्रभाकर ने बताया था कि उनसे पंचनामा का पेपर बताकर जबरन 10 खाली कागजों पर साइन करवाया गया था।
एनसीबी के सामने हाजिर हुए आर्यन खान!
जमानत मिलने के बाद, पहली बार आर्यन खान NCB दफ्तर पहुंचे और कोर्ट द्वारा दी गई जमानत शर्तो का पालन करते हुए अपनी हाजिरी लगाई। आपको बता दे, आर्यन खान को हाई कोर्ट ने जमानत देते बक्त 14 शर्तो से बांध दिया, जिसका पालन करना आर्यन खान के लिए बेहद जरुरी। अगर बह किसी भी शर्त का उलंघन करते हुए पाए गए, तो कोर्ट उनके ऊपर कार्यबाही कर सकता है। जो कि आर्यन खान के लिए इस समय भरी पड़ जाएगी।
ये है वो 14 शर्तें, जो आर्यन को पूरी करनी हैं
- आर्यन की ओर से 1 लाख का पर्सनल बॉन्ड जमा करना था, जो उन्होंने कर दिया।
- कम से कम एक या ज्यादा जमानती देने थे, यह भी हो चुका।
- NDPS कोर्ट की अनुमति के बिना देश नहीं छोड़ सकते।
- इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर की अनुमति के बिना मुंबई नहीं छोड़ सकते।
- ड्रग्स जैसी किसी एक्टिविटी में मिलने पर जमानत तुरंत रद्द कर दी जाएगी।
- इस केस को लेकर मीडिया या सोशल मीडिया में कोई बयान नहीं देना है।
- हर शुक्रवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के ऑफिस में सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के बीच आना होगा।
- केस की तय तारीखों पर अदालत में मौजूद होना होगा।
- किसी भी समय पर बुलाए जाने पर NCB ऑफिस जाना होगा।
- मामले के दूसरे आरोपियों या व्यक्ति से संपर्क या बातचीत नहीं करेंगे।
- एक बार ट्रायल शुरू होने के बाद इसमें किसी तरह की देरी नहीं करेंगे।
- आरोपी ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जो कोर्ट की कार्यवाही या आदेशों पर विपरीत असर डालती हो।
- आरोपी निजी तौर पर या फिर किसी और से गवाहों को धमकाने, प्रभावित करने या सबूतों से छेड़छाड़ का प्रयास नहीं करेगा।
- अगर आवेदक/आरोपी इनमें से कोई भी नियम तोड़ता है तो NCB के पास यह अधिकार है कि वह उसकी जमानत अर्जी खारिज करने के लिए अदालत का रुख कर सकती है।
इसी को ध्यान में रखते हुए आर्यन खान NCB दफ्तर पहुंचे और अपनी हाजिरी लगाई। जो कि 14 शर्तो में से एक है।