नसीरुद्दीन शाह ने मुगलों के लिए क्या कह दिया कि लोग भड़क गए? और सुना दी जमकर खरी-खोटी!

बॉलिवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ये गृह युद्ध के लिए अपील कर रहे हैं। उन्होंने देश में गृह युद्ध की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि देश में सब कुछ मुस्लिमों को डराने के लिए किया जा रहा है। चर्च-मस्जिद तोड़े जा रहे अगर मंदिर तोड़ा जाए तो सोचिए कैसा लगेगा?
नसीरुद्दीन शाह का मानना है कि जो लोग मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं वो देश में गृहयुद्ध का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने कहा सत्ताधारी दल अलगाववाद को बढ़ावा दे रहा है और औरंगजेब को बदनाम किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने मुगलों को रिफ्यूजी तक कह डाला।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि हममें से 20 करोड़ लोग इतनी आसानी से नष्ट होने वाले नहीं हैं। हम 20 करोड़ लोग लड़ेंगे। हम 20 करोड़ लोग यहीं के हैं और मैं इस बात को लेकर निश्चिंत हूं कि यदि कोई अभियान शुरू होता है तो कड़ा प्रतिरोध होगा और लोगों का गुस्सा फूट पड़ेगा।
उन्होंने कहा, हम 20 करोड़ लोगों के लिए यह मातृभूमि है। हम 20 करोड़ लोग यहीं के हैं। मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाया जा रहा है। हमें अपने बच्चों को बचाना है। मैं मजहब की बात नहीं कर रहा न ही कभी करता हूं। देश में अब मजहब तो बहुत आसानी से खतरे में पड़ जाता है। अगर इस तरह का कोई अभियान शुरू होता है तो कड़ा प्रतिरोध होगा और लोगों का गुस्सा फूटेगा।
नसीरुद्दीन शाह ने मुगलो को बताया रिफ्यूजी
Mughals came here to settle. They Contributed to India's Culture, Music and Left lasting Legacies. You can call them refugees: Naseeruddin Shah to Karan Thapar pic.twitter.com/uqC6aXTaz3
— MeghUpdates🚨™ (@MeghBulletin) December 29, 2021
नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है। नसीरुद्दीन शाह ने मुगलों के अत्याचार को झूठा बताते हुए उन्हें रिफ्यूजी बताया। नसीरुद्दीन शाह ने मुगलों की तारीफ करते हुए कहा कि मुगलों का इस देश में बहुत योगदान रहा है। मुगलों ने देश में कई ऐतिहासिक स्मारक और गौरवशाली इतिहास दिया है। मुगलों ने संगीत, नृत्य और पेटिंग की परंपरा दी।
मंदिर तोड़े जाएं तब कैसा लगेगा
नसीरुद्दीन शाह ने आगे कहा, चाहे जितनी नफरत फैल जाए, मैं डर कर नहीं भागने वाला। एक-दूसरे के धर्म के प्रति असहिष्णुता पैदा की जा रही है। चर्च-मस्जिद तोड़े जा रहे हैं। ऐसा करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। सोचिए, मंदिर के साथ ये होगा तो कैसा लगेगा। मेरे ईश्वर आपके अल्लाह से बड़े हैं। ऐसा कहा जा रहा है।
पाकिस्तान मीडिया में छाया नसीरुद्दीन शाह का बयान
पाकिस्तान के सरकारी ब्रॉडकास्टर रेडियो पाकिस्तान ने नसीरुद्दीन शाह के बयान पर भारत की मोदी सरकार को घेरा है। रेडियो पाकिस्तान ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में भारत सरकार को फासीवादी सरकार करार देते हुए लिखा:-
'जाने-माने भारतीय अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने फासीवादी मोदी सरकार को मुसलमानों का नरसंहार रोकने को कहा है और चेतावनी दी है कि अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न देश को गृह-युद्ध की तरफ ले जाएगा।'
वंही बात करे भारत की तो पुरे देशभर में, नसीरुद्दीन शाह के इस तरह के बयान की आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग शाह के खिलाफ भड़के हुए दिखाई दे रहे है। यूजर्स उनके रिएक्शन पर तरह-तरह के कमेंट दे रही है। नसीरुद्दीन शाह के बयान पर सोशल मीडिया पर लोगों के अलग- अलग रिएक्शन सामने आ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों के अलग- अलग रिएक्शन
नीलम शर्मा नाम की यूजर ने ट्विटर पर लिखा है कि पहले रिफ्यूजी बनकर आए और जो यहां के थे उन्हें ही रिफ्यूजी बना दिया। एक दूसरी यूजर नमिता ने लिखा है कि अभी देखा नसीरुद्दीन शाह का इंटरव्यू। उनके गुस्से को महसूस किया, 'बिना लड़ाई के नहीं जाएंगे' वाली भावना। 2014 से पहले, उन्हें केवल एक अभिनेता के रूप में ही सोचा। अपने धर्म पर कभी ध्यान ही नहीं दिया।
एक अन्य यूजर अमनप्रीत तोहरा ने लिखा है कि मुगलों ने भारत की वास्तुकला में योगदान दिया जिसकी वजह से हमारा टूरिज्म सेक्टर है।
अब्दुल कादिर ने लिखा है कि नसीरुद्दीन शाह को उनकी टिप्पणियों के लिए क्यों दोषी ठहराया जाए। क्या मुसलमानों को बिना किसी डर या अपराधबोध के खुलेआम सड़कों पर निशाना नहीं बनाया जाता। वहीं निलेश दुबे नाम के एक यूजर कबीर खान के बयान को दिखाया है।
पहले भी दे चुके हैं ऐसे बयान
करीब 35 मिनट के इस इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने कई बातें कहीं। इस इंटरव्यू के बाद सोशल मीडिया पर लोग फिल्म एक्टर को ट्रोल करते दिखे। यूजर्स ने नसीरुद्दीन शाह के बयानों की खूब आलोचना की।
आपको बता दें, ऐसा पहली बार नहीं है कि नसीरुद्दीन शाह ने ऐसे बयान दिए हैं। वो पहले भी कई बार इस तरह की बातें कर चुके हैं.कुछ महीनों पहले उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे पर लोगों के रिएक्शंस पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने एक वीडियो शेयर कर उन लोगों को कड़ी फटकार लगाई थी जो अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी का जश्न मना रहे थे।