तालिबान की जीत का जश्न मना रहे भारतीय मुसलमानों को नसीरुद्दीन शाह ने तगड़ा पाठ पढ़ाया!

अफगानिस्तान में तालिबान के आने का साइड इफेक्ट यहां भारत में भी कुछ लोगों में दिख रहा है। तालिबान की जीत पर फूले नहीं समा रहे इन लोगों की नसीरुद्दीन शाह ने क्लास लगाई है। एक्टर नसीरुद्दीन शाह का 58 सेकंड लंबा एक वीडियो इस वक़्त सोशलमीडिया पर वायरल है। वीडियो में नसीरुद्दीन शाह उन हिंदुस्तानी मुसलमानों को संदेश दे रहे हैं, जो अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के लौटने पर खुश हैं।

अपने बेबाक अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने तालिबान का समर्थन करने वाले भारतीय मुस्लिमों पर निशाना साधा हैं। उन्होंने बुधवार को एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने हिंदुस्तानी इस्लाम और दुनिया के बाकी हिस्सों के इस्लाम के बीच फर्क बताया है। वीडियो में नसीरुद्दीन शाह कहते हैं:-
“हालांकि अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान का हुकूमत पा लेना दुनिया भर के लिए फ़िक्र की बात है। लेकिन इससे खतरनाक है हिन्दुस्तानी मुसलमानों के कुछ तबकों का उन वहशियों की वापसी पर जश्न मनाना। आज हर हिंदुस्तानी मुसलमान को अपने आप से ये सवाल पूछना चाहिए। कि उसे अपने मज़हब में आधुनिकता, खुली सोच चाहिए। या पिछली सदियों का वहशीपन चाहिए।''
नसीरुद्दीन शाह वीडियो में आगे कहते है, कि मैं हिन्दुस्तानी मुसलमान हू। और जैसा कि मिर्ज़ा ग़ालिब एक अरसा पहले फरमा गए हैं, मेरा रिश्ता अल्लाह मियां से बेहद बेतकल्लुफ़ वाला है। मुझे सियासी मज़हब की कोई ज़रूरत नहीं है। हिंदुस्तानी इस्लाम हमेशा से दुनिया भर के इस्लाम से अलग रहा है। और खुदा वो वक़्त ना लाए कि वो इतना बदल जाए कि हम उसे पहचान भी ना सकें।
Absolutely! 💯
— Sayema (@_sayema) September 1, 2021
Taliban is a curse! pic.twitter.com/Bs6xzbNZW8
नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस बेहद हार्ड वीडियो संदेश से तालिबान प्रेमियों को झकझोरने की कोशिश की है। तालिबान, अफगानिस्तान पर काबिज हो चुका है, ये सच्चाई है। दुनिया को उससे डील करना है, ये उससे बड़ी सच्चाई है। लेकिन नसीर साहब को हिंदुस्तान के मुसलमानों को नसीहत देने सामने आना पड़ा। देखें क्या बोले नसीरुद्दीन शाह। इसीलिए, नसीरुद्दीन शाह का ये वीडियो इस वक़्त लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।

तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़े के बाद भारतीय मुसलमानों का एक तबका उनका ढंके-छुपे शब्दों में समर्थन करता पाया गया था। सोशल मीडिया पर उन्हें मौक़ा देने जैसी बात चल रही थी।