कंगना रनौत के खिलाफ हुई FIR, एक्ट्रेस ने अपनी फोटो डालकर फाडू जवाव दे डाला!

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर हाल ही में सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए एफआईआर दर्ज की गई थी। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) द्वारा अभिनेत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के एक दिन बाद उपनगरीय खार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। और अब इस FIR पर कंगना ने बड़े अतरंगी तरह से इसका जवाव दे दिया है।
हाल में केंद्र सरकार की ओर से तीनों कृषि कानून वापस लेने के बाद कंगना ने सोशल मीडिया पर सिख समुदाय के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद भड़के सिख समाज के लोगों ने मंगलवार को कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद अब बुधवार को कंगना ने एफआईआर पर अपना रिएक्शन देते हुए इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की है।
FIR का जवाव कंगना ने अपनी फोटो डालकर दिया
कंगना ने इंस्टाग्राम पर एक बोल्ड तस्वीर शेयर कर लिखा, "एक और दिन, एक और एफआईआर... बस अगर वे गिरफ्तारी के लिए आते हैं, तो घर पर ऐसा होगा मेरा मूड।"
आपको बता दे, किसानों के विरोध को खालिस्तानी आंदोलन बताते हुए एक पोस्ट डालने के बाद कंगना रनौत को इस विवाद का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को सिख समुदाय ने कंगना के खिलाफ मुंबई में एफआईआर दर्ज कराई थी, अब कंगना अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक फोटो शेयर करते हुए बताया कि आज भी एक एफआईआर दर्ज हुई है। हालांकि उनके इस इंस्टा स्टोरी से साफ दिख रहा है कि उन पर इसका बिल्कुल भी असर नहीं है।
कंगना ने 2014 के एक फोटोशूट की एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें उनके हाथ में ड्रिंक का गिलास है और वो बेहद बोल्ड पोज देती हुईं नजर आ रही हैं।
कंगना ने सिखों के खिलाफ लिखी थी ये बात
पिछले हफ्ते तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा के बाद कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक इमेज-टेक्स्ट पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंनें लिखा, 'खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार को घुमा सकते है।
कंगना ने आगे लिखा था, "एकमात्र महिला पीएम (इंदिरा गांधी) जिन्होंने उन्हें अपने जूतों के नीचे कुचल दिया। उन्होंने इस देश को कितनी भी तकलीफ दी हो... अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया... लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए।"
सिख समुदाय ने दर्ज कराया है केस
कंगना के ऊपर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295 ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करने के इरादे से) के तहत केस दर्ज किया गया था और आगे की जांच चल रही थी।
मामले में शिकायतकर्ता मुंबई के एक व्यवसायी अमरजीत सिंह संधू हैं, जो डीएसजीएमसी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। संधू ने एक बयान में कंगना पर इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में उनके समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया।

शिकायत में, डीएसजीएमसी ने उल्लेख किया कि रनौत ने जानबूझकर और किसानों के विरोध (किसान मोर्चा) को 'खालिस्तानी' आंदोलन के रूप में चित्रित किया और सिख समुदाय को 'खालिस्तानी आतंकवादी' भी करार दिया।