आजादी को भीख कह कंगना ने ये आफत बुला ली!

एक्ट्रेस कंगना रनौत आजादी को लेकर दिए बयान को लेकर विवादों में हैं। कंगना ने एक टीवी चैनल पर कार्यक्रम में 1947 में मिली आजादी को भीख बताया था। अब उनके इस बयान की चारो तरफ निंदा हो रही है। आम जनता से लेकर तमाम राजनैतिक डालो से जुड़े नेतागण उनका विरोध कर रहे है, इतना ही नहीं कंगना के खिलाफ बाकायदा क़ानूनी कार्यबाही की मांग भी की जा रही है।
इसीक्रम में महिला कांग्रेस ने इसे लेकर आपत्ति जताई है। साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से कंगना का पद्मश्री अवार्ड वापस लेने की मांग की है। महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा:-
"कंगना रनौत ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने, संविधान का अपमान करने और स्वतंत्रता आंदोलन का मजाक उड़ाया। ऐसे में उन पर उचित कार्रवाई की जाए और उनसे पद्म श्री वापस लिया जाए।"
कंगना रनौत की पुलिस में हुई शिकायत
इससे पहले मुंबई की आप नेता प्रीति शर्मा मेनन ने भी कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। कंगना रनौत कथित रूप से देशद्रोही और भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया।
सोशल मीडिया पर कंगना का विरोध
सम्मानित @narendramodi जी
— Vinod Kapri (@vinodkapri) November 11, 2021
अब जब सरकार की चहेती अभिनेत्री ने कह ही दिया है कि भारत को आज़ादी आपके सत्तारूढ़ होते ही 2014 में मिली है , तो लगे हाथ मोदी सरकार की इस पसंदीदा सिने तारिका को “भारत रत्न” भी दे ही डालिए।
मैडम के टेलेंट के आगे “पद्म श्री” कुछ बौना सा लग रहा है।
फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने कहा- ‘सम्मानित नरेंद्र मोदी जी अब जब सरकार की चहेती अभिनेत्री ने कह ही दिया है कि भारत को आज़ादी आपके सत्तारूढ़ होते ही 2014 में मिली है, तो लगे हाथ मोदी सरकार की इस पसंदीदा सिने तारिका को “भारत रत्न” भी दे ही डालिए। मैडम के टैलेंट के आगे “पद्म श्री” कुछ बौना सा लग रहा है।’
रिटायर्ड आईपीएस विजय शंकर सिंह ने कहा- ‘कंगना रनौत के अनुसार, गांधी, भगत सिंह, सुभाष, नेहरू, पटेल, आज़ाद जिस आज़ादी के लिए लड़ रहे थे, वह आज़ादी भीख में मिली है। और सावरकर, ₹60 पेंशन पर और आरएसएस ने, फासिज़्म फैला कर, आज़ादी दिलाई है। कंगना के इस रहस्योद्घाटन पर भारतरत्न देना चाहिए, पद्मश्री कम है। #एंटायरहिस्ट्री।’
‘ये पागलपन है या देशद्रोह’
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
बीजेपी सांसद वरुण ने कंगना के वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, कभी महात्मा गांधी के बलिदान और तपस्या का अपमान, उनके हत्यारे के प्रति सम्मान और अब मंगल पांडे से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी और अन्य लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के लिए यह तिरस्कार। मैं इस सोच को पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?
सोशल मीडिया पर कंगना की आलोचना
#KangnaRanaut is again raised controversy stating that India begged the freedom in the year 1947 the real freedom India attained in 2014. #Varungandhi raised the objections... Is all it is intentional to be in news ...ज्ञान भी कौन दे रहा है 😜😜😅😅 pic.twitter.com/ATOj6h5tCs
— Valley boy (@Valleyb16983202) November 11, 2021
First lady of nation WHO participated in freedom fight, Nation salute TO Kangna Ranaut छी छी छी छी छी छी छी#KanganaRanaut pic.twitter.com/fLgA2eseBS
— Er,UTTAM CHANDअहीरवाल MIG FIGHTER (@UttamCh35735268) November 11, 2021
After seeing #कंगना_देश_से_माफी_मांगो#KangnaRanaut be like 👇😂👇 pic.twitter.com/aK5qlYATwX
— Amit k Sharma 🍁 (@Mr_khiladi008) November 12, 2021
Did we get freedom in 1947 or 2014? #KangnaRanaut said we got freedom in 2014 and what we got in 1947 was भीख.
— Dr Gaurav Garg (@DrGauravGarg4) November 11, 2021
आपको बता दे, फ़िलहाल कंगना रनौत की इस बक्त जमकर आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग उनके खिलाफ बोल रहे है। वैसे, कंगना के इस बयान पर सोशल मीडिया पर जमकर कमेंट आ रहे हैं। कई लोगों ने लिखा है कि हजारों सेनानियों की कुर्बानी को कंगना भीख कैसे कह सकती हैं। वहीं कुछ ने कंगना को रानी लक्ष्मीबाई कहकर समर्थन भी किया है।