सोनू सूद से मांगी मदद तो खाली हो गया मरीज का बैंक अकाउंट, जानिए पूरा मामला!

बॉलीवुड के अभिनेता सोनू सूद लोगों की मदद करने के लिए जाने जाते हैं लेकिन इलाज के लिए मदद मांगना एक बीमार शिक्षक को उस समय महंगा पड़ गया। साइबर ठगों ने उनके एकाउंट को खाली कर दिया, जिसके बाद से पूरा मामला अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। क्या है पूरा मामला? आइये हम आपको बताते है।
फेफड़ा ट्रांसप्लांट के लिए शिक्षक को चाहिए है 45 लाख!
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मामला नगर थाना द्वारिका नगर मोहल्ले का है। पीड़ित शिक्षक शुभम कुमार पिछले 1 साल से जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। वर्ष 2021 में कोरोना संक्रमित होने के बाद उनका फेफड़ा पूरी तरह से संक्रमित हो गया है। चेन्नई स्थित एमजीएम हेल्थकेयर में उनका फेफड़ा ट्रांसप्लांट के लिए 45 लाख रुपए की मांग की है।
पीड़ित टीचर ने बताया कि उनके इलाज के लिए 45 लाख रूपये एकमुश्त जुटा पाना बड़ी टेडी खीर थी। ऐसे में उन्होंने एक्टर सोनू सूद से मदद मांगने की सोची। इससे पहले बह अपने इलाज के लिए वह राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री तक से गुहार लगा चुका है लेकिन कोई भी उनकी सुध नहीं ले रहा है। लेकिन जब उन्होंने सोनू सूद से मदद मांगी तो वो ठगी के शिकार हो गए।
सोनू सूद से मांगी मदद तो हो गया ठगी का शिकार!
पीड़ित शिक्षक शुभम कुमार ने बताया कि मदद की आस में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद को ट्वीट कर उसने इलाज की गुहार लगाई थी। इसके बाद शनिवार की देर शाम उसके मोबाइल पर किसी अनजान शख्स ने फोन कर अपने आप को सोनू सूद का मैनेजर बोला और उसे एक लिंक भेज कर रजिस्ट्रेशन करने को कहा।
इस पर टीचर को कुछ शक हुआ तो एकाउंट में दो हजार रुपए छोड़कर सारे रुपये उसने भाई के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। एकाउंट में दो हजार रुपए रहने के बाद उसने जब दिए गए लिंक को डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन की प्रकिया की तो कुछ देर बाद उसके एकाउंट से वह रुपए भी गायब हो गया।
उसके बाद पीड़ित शिक्षक का माथा ठनका और अपने आप को ठगा महसूस किया। वंही पीड़ित टीचर ने माँ ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए जो कहा, उसने सभी का दिल झकझोर दिया। पीड़ित की माँ ने कहा, कि उनका बेटा जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है। उसके इलाज के लिए खेत तक बेच दिए क्यूंकि हर दिन बेटे को 4 घंटे ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है।
माँ बोली कोई मदद करदे तो मेरा बेटा बच जायेगा!
माँ के अनुसार, उनके परिवार में एक ही कमाऊ बेटा है जो कोचिंग चलाकर अपने बुजुर्ग माता-पिता का भरण पोषण करता था। लेकिन जब से बह बीमार पड़ा घर की आर्थिक स्थिति खस्ता हाल हो गई, खेत बेच दिए... जमा पूंजी इलाज में स्वाह हो गई। ऐसे में अगर कोई मेरे बेटे के इलाज में मदद कर दे तो मेरा बेटा नया जीवन पा लेगा। उन्हें अपने पुत्र के इलाज के लिए किसी रहनुमा की जरूरत है जो उनके इलाज में मदद कर सके।