प्राइम विटनेस का बड़ा खुलासा- आर्यन को छोड़ने के लिए रिस्बत में मांगे गए 25 करोड़!

बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Shah Rukh Khan Son Aryan Khan) के ड्रग्स केस (Aryan Khan case) में नई चौंकाने वाले जानकारी सामने आ रही है। पंच गवाह होने का दावा करने वाले प्रभाकर सैल ने हलफनामे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आपको बता दें कि प्रभाकर क्रूड ड्रग्स रेड मामले मे के.पी गोसावी के अलावा एक और विटनेस है, और उनका ये नया खुलासा हलचल मचा दी है। क्या है पूरा मामला? आइये आपको बताते है।
आर्यन को छोड़ने के लिए मांगे गए थे 25 करोड़

आज तक की एक रिपोर्ट अनुसार, किरण गोसावी (Kiran Gosavi) के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। प्रभाकर ने हलफनामे में कहा कि उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा को आपस में बात करते सुना था। उसने दोनों को ये कहते सुना था कि, 'आप 25 करोड़ रुपये का बम डाल दो। चलो 18 करोड़ में सौदा तय करते हैं और समीर वानखेड़े को आठ करोड़ रुपये दे देते हैं।'
सैल के हलफनामे के मुताबिक, ये मांग गोसावी ने एनसीबी चीफ समीर वानखेड़े की ओर से की थी। बता दें कि प्रभाकर इस क्रूज ड्रग्स केस में एनसीबी के गवाह भी हैं। प्रभाकर सैल ने अपने हलफनामे में ये भी कहा कि क्रूज पर एनसीबी की छापेमारी के बाद उसने शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी को केपी गोसावी और सैम को नीले रंग की मर्सिडीज कार में साथ में बात करते देखा था। उनके बीच करीब 15 मिनट बात हुई थी।
वानखेड़े को दिए जाने थे 8 करोड़

प्रभाकर सैल के मुताबिक, गोसावी और सैम ने अपनी बातचीत में 25 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन 18 करोड़ में मामला सेटल करने को राजी हो गए थे। इस 18 करोड़ में से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को जाएंगे और बाकी बचे पैसे दूसरों में बंटेंगे। इसके साथ प्रभाकर ने ये भी दावा किया कि उसने 50 लाख रुपये के दो बैग गोसावी को दिए हैं।
प्रभाकर ने कहा कि 1 अक्तूबर को रात 9 बजकर 45 मिनट पर गोसावी ने फोन कर 2 अक्तूबर को साढ़े सात बजे तक तैयार होकर एक स्थान पर आने को कहा था। लेकिन गोसावी ने सैल को वापस होटल भेज दिया था, जहां उसने पैसे सैम को वापस किए। वहां सैम ने कहा कि पैसों में 12 लाख रुपये कम हैं और यह सिर्फ 38 लाख हैं।

इसके बाद सैम ने गोसावी से बात की, जिसने जवाब में उसे पैसे 2 से 3 दिन में लौटाने का वादा किया था। किरण गोसावी के पास बॉडीगॉर्ड के रूप में काम करने वाले प्रभाकर ने दावा किया कि वो क्रूज रेड की रात गोसावी के साथ था। प्रभाकर ने ये भी दावा किया है कि उसने गोसावी को सैम नाम के शख्स से एनसीबी दफ्तर के पास मिलते देखा था।
एनसीबी से आया बयान, समीर वानखेड़े ने दी प्रतिक्रिया
दूसरी तरफ एनसीबी ने इन सभी दावों को निराधार बताया है। समीर वानखेड़े ने इन आरोपों पर कहा कि वो इसका करारा जवाब देंगे। साथ ही एक चैनल से बात करते हिए उन्होंने कहा कि, 'ये बेहद ही दुखद और खेदजनक है।' वंही एनसीबी के मुथा अशोक जैन ने एक बयान जारी कर कहा है-
'एनसीबी के एक अपराध मामले में गवाह प्रभाकर सेल का हलफनामा सोशल मीडिया के जरिए मेरे संज्ञान में आया है। इस हलफनामे में प्रभाकर सेल ने 2 अक्टूबर, 2021 को अपनी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी है, जिस दिन ये अपराध दर्ज किया गया था।'
जैसा कि वह मामले में गवाह है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है, उसे अपना प्रार्थना पत्र कोर्ट में जमा करने की जरूरत है न कि सोशल मीडिया के जरिए कुछ कहना है। इसके अलावा हलफनामे में कुछ व्यक्तियों के खिलाफ सर्तकता संबंधी कुछ आरोप हैं जो प्रभाकर सेल द्वारा अनसुनी करने पर आधारित हैं।

हमारे जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े इन इल्जामों को सिरे से ख़ारिज करते हैं। एफिडेविट में कुछ चीजें चौंकाने वाली हैं। ऐसे में मैं इस एफिडेविट को डायरेक्टर जनरल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को बढ़ा रहा हूं और उनसे दरख्वास्त करता हूं कि इसपर जरूरी एक्शन लें।