डूंगरपुर के राजा को दिल दे बैठी थी लता मंगेशकर, शादी करना चाहते थे...मगर हुई क्यों नहीं? जानिये

स्वर कोकिला लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रही। मगर उनसे जुडी कुछ यादे, कुछ किस्से आज भी हमारे बीच मौजूद है। इन्ही में से एक है उनकी मोहब्बत का किस्सा, जो हुई तो सही लेकिन शादी के अंजाम तक नहीं पहुंची। आज हम आपको बताएंगे कि कौन था बह शख्स जिससे लता जी प्यार करती थी और शादी करना चाहती थी? तो आइये जानते है।
लता जी की अधूरी प्रेम कहानी!
लता मंगेशकर को फिल्म इंडस्ट्री में करीब 70 दशक से भी ज्यादा का समय बीत चुका है, उनके गानों और उनकी सुरीली आवाज की चर्चाएं इंडस्ट्री में खूब होती थीं। लेकिन अफेयर के मामले में सिंगर का नाम सिर्फ एक शख्स के साथ जुड़ा।
जी हां, लता मंगेशकर को भी अपने समय में प्यार हो गया था और वो उनकी इस कदर दीवानी थीं कि, उन्होंने कभी शादी नहीं की और वो शख्स थे दिवंगत क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह।
कहा जाता है कि पहली नजर का इश्क कभी नहीं भुलाया जा सकता है। सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर के लिए भी कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है। सुरो की मल्लिका को एक महाराजा के साथ इश्क हो गया था। अगर उनकी शादी होती तो वे आज एक राज्य की महारानी होतीं। शायद किस्मत को ऐसा मंजूर नहीं था।
लता जी को ‘मिट्ठू’ नाम से बुलाते थे राजा राज सिंह
लता जहां उनके क्रिकेट खेलने के अंदाज पर मर मिटीं, तो वहीं राज सिंगर की आवाज के कायल थे, राज सिंह लता मंगेशकर को ‘मिट्ठू’ नाम से बुलाते थे। उनकी जेब में हमेशा एक टेप रिकॉर्डर रहता था जिसमें लता के चुनिंदा गाने होते थे। राज को जब भी मौका मिलता वह लता के गाने सुनते थे।

हालांकि लता ने इस बारे में कभी खुद कुछ नहीं कहा, लेकिन उनसे जुड़े हुए लोगों का कहना है कि डूंगरपुर राजघराने के महाराजा राज सिंह से लता मंगेशकर बेहद प्यार करती थीं।
लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर और राज सिंह एक-दूसरे के अच्छे दोस्त थे। वो एक साथ क्रिकेट खेला करते थे। उनकी मुलाकात उस समय हुई जब राज लॉ करने के लिए मुंबई आए। आपसी मेलजोल के बाद राज सिंह लता मंगेशकर से प्रेम करने लगे। पढाई पूरी करके डूंगरपुर लौटने के बाद राजसिंह ने अपने परिवार में शादी के लिए चर्चा की थी। लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था।
लता मंगेशकर का प्यार क्यो रहा अधूरा?
कहा जाता है कि लता मंगेशकर और राज सिंह एक दूसरे के होने वाले थे, लेकिन जब राज सिंह ने शादी की बात अपने पिता महारावल लक्ष्मण सिंह ने शादी करने के उनके विचार को खारिज कर दिया था। इसके पीछे का कारण यह था कि, लता एक शाही परिवार से नहीं थीं।
"कहा जाता है कि राज ने अपने माता-पिता से वादा किया था कि वो किसी भी आम घर की लड़की को उनके घराने की बहू नहीं बनाएंगे। राज ने यह वादा मरते दम तक निभाया।"

आपको जानकर हैरानी होगी कि लता की तरह राज भी जीवन भर अविवाहित रहे। ऐसे में ये रिश्ता टूट गया और दोनों का प्याप इतना गहरा था कि ना कभी लता जी ने शादी की और ना ही कभी राज ने किसी का साथ निभाया। दोनों ने भले ही शादी नहीं की, लेकिन वो हमेशा एक अच्छे दोस्त बने रहे।
लता मंगेशकर ने क्यों नहीं की शादी?

12 सितंबर 2009 को राजसिंह का देहांत हो गया था। लेकिन इसके बाद या पहले तक लता मंगेशकर ने शादी क्यों नहीं की? इसका जवाव मीडिया खबरों में अक्सर मिल जाता है। पिता दीनानाथ मंगेशकर का निधन होने के बाद परिवार की जिमेदारी लता मंगेशकर पर आ गई। जिसके चलते लता पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। और उन्होंने जिंदगी भर शादी ना करके अपने परिवार का सहारा बनने का फैसला किया।